हमारी रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतें मोटापे का कारण बनती हैं। सुबह उठने के बाद से लेकर रात में सोते वक्त हमारी जो भी दिनचर्या होती है उसका सीधा संबंध मोटापे से होता है। एक नई स्टडी में ये बात सामने आई है कि जो लोग रात में लाइट जलाकर, टीवी देखते हुए या फिर फोन का इस्तेमाल करते करते सोते हैं, उनका वजन बढ़ने की आशंका अधिक होती है। ऐसा करके, हम जरूरत से बहुत कम नींद ही ले पाते हैं।
क्या कहती है रिसर्च
नीदरलैंड के लेडन यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के रिसर्चर ने़ एक सर्वे में पाया कि कृत्रिम रौशनी बॉडी क्लॉक पर बुरा असर डाल सकती है। साथ ही, कैलोरी बर्न करने वाले ब्राउन फैट को भी ये लाइट नुकसान पहुंचाती है। इसलिए ये सलाह दी जाती है कि सोते हुए लाइटें बंद कर दी जाएं।
रिसर्च में ये बात सामने आई कि औसतन लोग हफ्ते में 20 घंटे ऑनलाइन रहते हैं। जबकि 16-24 साल के युवा इतनी ही अवधि में 27 घंटे से अधिक ऑनलाइन रहते हैं।
कम नींद से मोटापा
रात को अच्छी नींद नहीं आने पर वजन बढ़ाने वाले हार्मोन्स का स्तर बढ़ जाता है। इसके चलते नींद के मारे लोगों को मीठी और वसायुक्त चीजें खाने की ललक बढ़ती है। नींद के मारे लोगों को थकान और एकाग्रता की कमी से भी जूझना पड़ता है।
तो फिर कैसे हो वजन कम
अमेरिका के चिल्ड्रंस हॉस्पिटल ऑफ ईस्टर्न ओंतारियो रिसर्च इंस्टीट्यूट और लावाल यूनिवर्सिटी क्यूबेक के शोधकर्ताओं ने पाया कि साढ़े पांच घंटे से लेकर साढ़े आठ घंटे तक की बढ़िया नींद और पौष्टिक आहार लेने से वजन कम करने में सहायता मिलती है। शोधकर्ता डॉ. जीन फिलिप ने कहा, ‘वजन कम करने का साधारण फार्मूला यह नहीं है कि कम खाइए, अधिक चलिए और खूब सोइए। वजन कम करने के लिए खानपान के साथ ही नींद को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता।’
एक रिसर्चर ने कहा कि मोटापा बढ़ना कहीं न कहीं सोने-जागने के गलत पैटर्न से जुड़ा हुआ है। ये सर्वे नेशनल अकेडमी ऑफ साइंस जर्नल प्रोसीडिंग में प्रकाशित हुआ।
Image Source - Getty Images
Read More Articles on Weight Managment in Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version