पैदल चलना या वॉकिंग अपने आप में संपूर्ण व्यायाम है। जिस तरह अन्य शारीरिक एक्सरसाइज या गतिविधियां करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है उसी तरह पैदल चलना भी आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसलिए आपने अक्सर हेल्थ एक्सपर्ट्स को सुबह शाम पैदल चलने की सलाह देते सुना होगा। सुबह के समय धूप में थोड़ा सैर करने से हमारे शरीर को विटामिन डी मिलता है। शरीर में विटामिन के अवशोषण के लिए विटामिन बहुत जरूरी है। कैल्शियम हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने और उनके विकास में सहायक है। सिर्फ शरीर ही नहीं बल्कि वॉक करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। कई अध्ययनों में यह बात साफ हो चुकी है कि वॉक करने से वजन, डायबिटीज कंट्रोल में रहता है, साथ ही कैंसर से गंभीर रोगों का जोखिम भी कम होता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं हार्मोनल हेल्थ के लिए भी पैदल चलना बहुत फायदेमंद होता है? डायटीशियन मनप्रीत की मानें तो पैदल चलना एक बेहतरीन व्यायाम है जो शरीर में हेल्दी हार्मोन्स के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि पैदल चलना शरीर में हार्मोन्स के स्तर को बनाए रखने के लिए कैसे फायदेमंद है (Walking Benefits For Balancing Hormones In Hindi)।
हार्मोन्स हेल्थ के लिए कैसे फायदेमंद है पैदल चलना (Walking Benefits For Balancing Hormones In Hindi)
1. मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है
पैदल चलने से आपके मूड में सुधार होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पैदल चलने से हमारे मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से होता है। साथ ही शरीर में ब्लड फ्लो भी अच्छा होता है। साथ ही पैदल चलने से हाइपोथैलेमिक-पिट्यूटरी-एड्रेनल (एचपीए) अक्ष पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यही हमारी केंद्रीय तंत्रिका प्रतिक्रिया प्रणाली है, जो मस्तिष्क के कामकाज के लिए जिम्मेदार है। साथ ही एचपीए अक्ष तनाव प्रतिक्रिया के लिए भी जिम्मेदार होता है। ऐसे में पैदल चलने से चिंता, तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का जोखिम भी कम होती है।
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2. शरीर में तनाव हार्मोन का स्तर कम होता है
रोजाना पैदल चलने जैसी एरोबिक एक्सरसाइज करना आपके ब्लड फ्लो में तनाव हार्मोन कोर्टिसोल की सामान्य मात्रा को कम करने में मदद करता है। जिससे तनाव कम होता है। अध्ययनों में यह पाया गया है कि एरोबिक व्यायाम जैसे पैदल चलना कोर्टिसोल के स्तर को कम करने पर सबसे अधिक प्रभावी है।
3. इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होता है
शारीरिक गतिविधियों का इंसुलिन सेंसिटिविटी पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसमें से इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। एरोबिक गतिविधियों - जैसे तेज चलना इसमें बहुत अधिक प्रभावी है, क्योंकि एरोबिक एक्सरसाइज अधिक कैलोरी बर्न करती हैं।
4. मेंस्ट्रुअल साइकिल को रेगुलेट होती है
पैदल चलने से मासिक धर्म चक्र के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। जैसा कि हम शुरुआत में ही बता चुके हैं पैदल चलना अपने आप में एक पूर्ण व्यायाम है जो पूरे शरीर के लिए काम करता है। इससे मासिक धर्म चक्र और पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो को रेगुलेट करने में मदद मिलती है। साथ ही पीरियड्स के दौरान ऐंठन कम होती है और पीरियड की अवधि भी कम होती है।
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5. ओव्यूलेशन में सुधार होता है
अध्ययन में यह पाया गया है कि नियमित रूप से पैदल चलने या टहलने भर से महिलाओं के ओव्यूलेशन में सुधार होता है। जिससे फर्टिलिटी का जोखिम कम होता है और गर्भधारण में भी सहायता मिलती है।
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