Vitamin C Deficiency Symptoms in Child: बच्चे, वयस्क हो या बुजुर्ग, विटामिन सी सभी के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व होता है। विटामिन सी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, रोगों से लड़ने की शक्ति देने और खूबसूरत त्वचा के लिए बहुत जरूरी होता है। शरीर में विटामिन सी की कमी होने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज हम बात कर रहे हैं बच्चों में विटामिन सी की कमी के बारे में। जब बच्चों में विटामिन सी की कमी होती है, तो उन्हें थकान, कमजोरी, रूखी त्वचा, बार-बार खांसी या जुकाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विटामिन सी की कमी के लक्षणों (Vitamin C Deficiency Symptoms in Hindi) को विकसित होने में काफी समय लग सकता है, लेकिन कुछ संकेत है जिन पर ध्यान देना चाहिए। आइए विस्तार से जानते हैं बच्चों में विटामिन सी की कमी होने पर कौन-कौन से लक्षण नजर आते हैं। कामिनेनी अस्पताल, हैदराबाद के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कंचन एस चन्नावर से जानें-
1. रूखी और बेजान त्वचा (Dry Skin in Kids)
विटामिन सी त्वचा के लिए सबसे जरूरी विटामिन्स में से एक है। विटामिन सी त्वचा को सूरज से होने वाले ऑक्सीडेटिव क्षति, प्रदूषण से बचाता है। साथ ही विटामिन सी कोलेजन के उत्पादन को भी बढ़ावा देता है। बच्चों में विटामिन सी की कमी होने पर उनकी त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। विटामिन सी की कमी से त्वचा को सूखी होने लगती है, सूरज की किरणों से भी त्वचा को नुकसान होने लगता है। बच्चों की त्वचा को सुरक्षित, खूबसूरत और मुलायम बनाए रखने के लिए उन्हें विटामिन सी जरूर खिलाएं। विटामिन सी त्वचा के लिए जरूरी होता है।
2. घाव भरने में देरी (Delay in Wound Healing)
शरीर में विटामिन सी की कमी कोलेजन के गठन की दर को धीमा कर देती है। इससे घावों को भरने में देरी लगती है। विटामिन सी की कमी होने पर बच्चों के चोट या घाव धीरे-धीरे भरने का कारण बनता है। इतना ही नहीं विटामिन सी की कमी होने पर बच्चों के पुराने घाव भी फिर से खुल सकते हैं, इससे संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाता है। घाव भरने में देरी हो तो बच्चे को विटामिन सी से युक्त आहार खिलाएं।
इसे भी पढ़ें - बच्चों को वैक्सीन लगने के बाद होने वाले दर्द को कैसे दूर करें? जानें 5 आसान घरेलू उपाय
3. बार-बार बीमार पड़ना
बच्चों की प्रतिरोधक प्रणाली वैसे ही कमजोर होती है, ऐसे में अगर उनके शरीर में विटामिन सी की कमी हो जाएगी तो इम्यूनिटी काफी कमजोर पड़ जाएगी। इस स्थिति में बच्चे बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं। वे अकसर खांसी-जुकाम से परेशान होने लगते हैं। दरअसल, विटामिन सी संक्रमण से लड़ने और रोग पैदा करने वाले रोगजनकों को नष्ट करने में मदद करता है। विटामिन सी की कमी खराब प्रतिरक्षा और संक्रमण के उच्च जोखिम का कारण बनता है।
4. थकान और कमजोरी
अगर आपका बच्चा बार-बार थकान और कमजोरी महसूस कर रहा है, तो यह विटामिन सी की कमी का संकेत हो सकता है। इसके साथ ही इस स्थिति में एनीमिया की समस्या भी हो सकती है। विटामिन सी और आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया अक्सर एक साथ होता है। ऐसे में बच्चे को थकान, शुष्क तत्वा और बाल, सिरदर्द महसूस हो सकता है। विटामिन सी की कमी से अत्यधिक रक्तस्राव का खतरा भी बढ़ जाता है।
इसे भी पढ़ें - बच्चों में ड्राई आई (आंखों में सूखापन) के क्या कारण हो सकते हैं? जानें लक्षण और इलाज
5. मसूड़ों से खून आना
लाल, सूजे हुए, मसूड़ों से खून आना विटामिन सी की कमी का एक और आम लक्षण है। विटामिन सी की कमी होने पर मसूड़ों के ऊतक कमजोर हो जाते हैं और उनमें सूजन आ जाती है। साथ ही रक्त वाहिकाओं से अधिक आसानी से खून बहता है। अगर बच्चे के अकसर ही मसूड़ों से खून आता है, तो विटामिन सी की जांच करवानी चाहिए।
विटामिन सी के लिए बच्चों को ये चीजें खिलाएं (vitamin c sources in hindi)
खट्टे फल विटामिन सी के बेहतरीन सोर्स होते हैं। विटामिन सी की पूर्ति के लिए बच्चों को संतरा, आंवला, नींबू आदि खिलाएं। साथ ही ताजे फल और सब्जियों को भी उनकी डाइट में शामिल करें। ब्रोकली, कीवी, शिमला मिर्च और अन्य ताजी चीजें विटामिन सी के अच्छे सोर्स होते हैं।