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आयुर्वेद में विद्ध कर्म से किया जाता है कई समस्याओं का इलाज, आयुर्वेदाचार्य से जानें इस तकनीक के फायदे

Viddhakarma In Ayurveda In Hindi: विद्ध कर्म एक ऐसी चिकित्सा प्रक्रिया है, जो शरीर में दोषों के संतुलन में मदद करती है। आइए जानें इसके फायदे।
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आयुर्वेद में विद्ध कर्म से किया जाता है कई समस्याओं का इलाज, आयुर्वेदाचार्य से जानें इस तकनीक के फायदे


Viddhakarma In Ayurveda In Hindi: विद्ध कर्म जिसे वेधन चिकित्सा भी कहा जात है, एक अनूठा आयुर्वेदिक उपचार है। जिसका प्रयोग शरीर में त्रिदोष (वात, पित्त, दोष) को संतुलित करने के लिए किया जाता है। यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए एक अद्भुत तकनीक है। यह दर्द से तुरंत राहत और कई रोगों के प्रबंधन में मदद करता है। यह एक नीडलिंग प्रक्रिया है, जिसमें ड्राई सुई का उपयोग किया जाता है। यह आपको देखने में काफी हद तक एक्यूपंचर तकनीक की तरह लग सकता है। लेकिन विद्ध कर्म में एक छेद वाली सुई का प्रयोग किया जाता है, जबकि एक्यूपंचर बिना छेद वाली सुई का प्रयोग किया जाता है। सुई का प्रयोग करके किसी खराब रक्त और दोषों को बाहर निकाला जाता है। इससे कई समस्याओं को दूर करने में लाभ मिल सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक और पंचकर्म स्पेशलिस्ट डॉ. अंकित अग्रवाल की मानें, तो " अशुद्ध रक्त को बाहर निकालने और बालों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में यह तकनीक बहुत लाभकारी है। इसके अलावा भी इस तकनीक की मदद से कई स्थितियों का उपचार किया जाता है।" डॉ. अंकित ने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में विद्ध कर्म चिकित्सा के कई लाभ बताएं हैं। चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

Viddhakarma In Ayurveda In Hindi

आयुर्वेद में विद्ध कर्म के फायदे- Viddha Karma Benefits In Ayurveda

  • यह दर्द से तुरंत राहत प्रदान करती है। यह दर्द के ट्रिगर प्वाइंट्स को रिलीज करती है। इससे मांसपेशियों में दर्द और तनाव से राहत मिलती है।
  • रक्त से जुड़े रोग ठीक होते हैं और त्रिदोष का संतुलन बना रहता है।
  • यह रक्त और पित्त को संतुलित करती है
  • त्वचा से जुड़ी समस्याएं जैसे एलर्जी, चकत्ते और कई अन्य समस्याओं के लिए एक रामबाण उपाय है
  • बालों का झड़ना रोकने और हेयर ग्रोथ में सुधार करने में मदद मिलती है
  • क्रोनिक रोगों का जोखिम कम होता है और उनके उपचार में भी मदद मिलती है।
  • रक्त वाहिकाओं में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है
  • रक्त से टॉक्सिन्स बाहर निकालते हैं
  • छोटी-मोटी चोट, सूजन और मोच आदि को ठीक करने में प्रभावी है

इन लाभों का प्राप्त करने के लिए आप आयुर्वेदाचार्य से संपर्क कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के लिए आपको अस्पताल में भर्ती होने की जरूर नहीं होती है।

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एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं?

सबसे पहले तो यह समझें कि यह प्रक्रिया एक्यूपंचर से अलग है। दूसरा आपको खुद से कभी भी इसे ट्राई नहीं करना है। अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो पहले डॉक्टर से संपर्क करें। उसके बाद आप डॉक्टर की मदद से इस उपचार को ले सकते हैं।

All Image Source: Freepik

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