Expert

प्लास्टिक की बोतलों में नहीं, आयुर्वेद के अनुसार इन 5 चीजों में भर कर रखें पीने का पानी

Ayurvedic Ways To Store Drinking Water: आयुर्वेद में पानी को स्टोर करने के लिए प्लास्टिक की बोतलों का नहीं, बल्कि कई अन्य बर्तनों का यूज किया जाता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
प्लास्टिक की बोतलों में नहीं, आयुर्वेद के अनुसार इन 5 चीजों में भर कर रखें पीने का पानी

Ayurvedic Ways To Store Drinking Water: अल्कलाइन वॉटर और वॉटर फिल्टर तो आज चलन में आ गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, आयुर्वेद में बिना मशीनों को प्राकृतिक रूप से पानी को फिल्टर किया जाता है। हम में से ज्यादातर लोग भी यह नहीं जानते हैं, कि मिट्टी के बर्तन या घड़े का पानी नैचुरल अल्कलाइन वॉटर होता है। इसके अलावा, भी पानी को अलग-अलग जरूरतों के अनुसार विभिन्न धातुओं से बने बर्तनों में स्टोर किया जाता है, खासकर मौसम में परिवर्तन के अनुसार। इस तरह पानी को न सिर्फ शुद्ध करने में मदद मिलती थी, बल्कि इसके गुण भी बढ़ जाते थे। लेकिन आजकल हम देखते हैं,  कि हम में से ज्यादातर लोग प्लास्टिक की बोतल और बर्तनों में पानी को स्टोर करके रखते हैं। जबकि यह सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक साबित हो सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. वरालक्ष्मी यनामंद्र ने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में पानी स्टोर करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक तरीके शेयर किये हैं। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

Ayurvedic Ways To Store Drinking Water in hindi

आयुर्वेद के अनुसार इन बर्तनों में स्टोर करना चाहिए पानी- Ayurvedic Ways To Store Water In Hindi

1.सोने के बर्तन (Gold Vessel)

सोने के बर्तन में पानी स्टोर करके रखने से पानी नैचुरली ठंडा होता है और स्वाद में थोड़ा मीठा हो जाता है। यह इम्यूनिटी और शरीर की ताकत बढ़ाता है। साथ ही, आपके मस्तिष्क को तेज करने में मदद करता है।

इसे भी पढ़ें: आयुर्वेद के अनुसार इन 5 तरीकों से करें बचे हुए खाने को स्टोर, नहीं पड़ेगी फ्रिज की जरूरत

2. तांबे के बर्तन (Copper Vessel)

तांबे के बर्तन में स्टोर पानी की तासीर गर्म और स्वाद मीठा होता है। यह शरीर के भीतर तापमान को बढ़ाता है। यह एनीमिया  से पीड़ित रोगियों के लिए लाभकारी है, क्योंकि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से आयरन का अवशोषण बेहतर होता है। सर्दियों और ठंडे मौसम में इस पानी का सेवन आदर्श माना जाता है।

3. मिट्टा का घड़ा (Clay Pot)

घड़े का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा और मीठा होता है। यह शरीर की गर्मी को संतुलित रखने में मदद करता है। इसलिए गर्मियों में घड़े का पानी पीने की सलाह दी जाती है। इस दौरान आप फ्रिज में रखे पानी की बजाए, घड़े का पानी से आपको ठंडक मिलेगी।

 
 
 
View this post on Instagram

A post shared by Varalakshmi Yanamandra (@drvaralakshmi)

4. गूलर के पेड़ की लकड़ी से बने बर्तन (Cluster Fig Tree Vessels)

क्लस्टर फिग या गूलर के पेड़ की लकड़ी से तैयार बर्तनों का उपयोग पानी उबालने के लिए किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि यह पानी ठंडा होता है और पीने के लिए आदर्श है।

इसे भी पढ़ें: एलर्जी से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक उपाय, जल्द मिलेगा लाभ

यह भी ध्यान रखें:

  • चांदी के बर्तन में स्टोर पानी भी प्रकृति में ठंडा होता है।
  • लोहे के बर्तनों में पानी रखा पानी पीने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि इससे त्वचा से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
  • पीतल के बर्तन में स्टोर पानी भारी होता है और इम्यूनिटी मजबूत बनाने में मदद करता है।

All Image Source: freepik

Read Next

क्या आंखों में गुलाब जल डाल सकते हैं? जानें इसके फायदे और सावधानियां

Disclaimer