Doctor Verified

बुढ़ापे में बीमारियों से बचाएंगे ये 5 टीके, डॉक्‍टर से जानें कब और क‍ितनी डोज है जरूरी

Vaccines For Older Adults: बुजुर्गों में कैंसर, न‍िमोन‍िया जैसी कई जानलेवा बीमार‍ियां हैं ज‍िनके ख‍िलाफ वैक्‍सीन से बचाव करना संभव है।
  • SHARE
  • FOLLOW
बुढ़ापे में बीमारियों से बचाएंगे ये 5 टीके, डॉक्‍टर से जानें कब और क‍ितनी डोज है जरूरी


Vaccines For Older Adults: 1 अक्टूबर 2024 को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस (International Day of Older Persons 2024) मनाया जाता है। इस अवसर पर बुजुर्गों की सेहत पर गौर करना जरूरी है। कोविड-19 महामारी के दौरान यह देखा गया कि बुजुर्गों में गंभीर संक्रमण का खतरा ज्‍यादा होता है और उन्‍हें क‍िसी भी बीमारी के ख‍िलाफ लड़ने में ज्‍यादा मेहनत करनी पड़ती है। बीमार‍ियों से पूरी तरह से बचना संभव नहीं है, लेक‍िन कुछ ऐसी वैक्‍सीन हैं ज‍िनकी मदद से बीमार‍ी और संक्रमण से बचने में कुछ हद तक मदद म‍िल सकती है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती जाती है। इस वजह से बुजुर्गों को विभिन्न बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कुछ विशेष वैक्सीन बुजुर्गों के लिए जरूरी होती हैं क्योंकि ये बीमारियों के गंभीर परिणामों से बचाती हैं। इसलि‍ए इस लेख में हम आपको 5 ऐसी वैक्‍सीन के बारे में बताने जा रहे हैं, ज‍िन्‍हें हर बुजुर्ग को जरूर लगवाना चाह‍िए। इसकी सही डोज भी जान लें। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।     

1. इन्फ्लूएंजा या फ्लू वैक्सीन- Influenza Vaccine

65 साल से ऊपर के लोगों में फ्लू ज्‍यादा गंभीर हो सकता है और यह निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और दिल या फेफड़े की पुरानी बीमारियों को और खराब कर सकता है। फ्लू वैक्सीन बुजुर्गों को इन गंभीर स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से बचाने में मदद करता है। यह वैक्सीन सर्दियों के मौसम या बार‍िश से पहले लगवाना चाहिए, क्योंकि ऐसे मौसम में फ्लू होने की आशंका सबसे ज्‍यादा होती है।

डोज: फ्लू एक वायरल इंफेक्‍शन है जो हर साल बदलता रहता है, इसलिए बुजुर्गों को हर साल फ्लू वैक्सीन का 1 शॉट लेना चाहिए।

इसे भी पढ़ें- Mpox Vaccine: कई देशों में फैल रहा है जानलेवा मंकीपॉक्स वायरस, जानें इसकी वैक्सीन से जुड़े 7 सवालों के जवाब

2. निमोनिया वैक्सीन- Pneumonia or Flu Vaccine

निमोनिया से बुजुर्गों में गंभीर समस्‍याएं हो सकती हैं, जैसे कि ब्‍लड इंफेक्‍शन (सेप्सिस), फेफड़े में संक्रमण या ब्रेन में सूजन। निमोनिया वैक्सीन दो प्रकार के होते हैं- न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (PCV) और न्यूमोकोकल पॉलीसैकेराइड वैक्सीन (PPSV)। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र सीडीसी की सलाह है कि बुजुर्गों को दोनों वैक्सीन लेने चाहिए ताकि उन्हें निमोनिया के कारण होने वाली समस्‍याओं से सुरक्षा मिल सके। यह वैक्सीन 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए जरूरी है।

डोज: 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को 2 डोज द‍िए जाते हैं।

3. शिंगल्स वैक्सीन- Shingles Vaccine

vaccine for older adults

शिंगल्स एक दर्दनाक स्‍क‍िन इंफेक्‍शन है जो वैरिसेला-जोस्टर वायरस से होता है। वही वायरस जो चिकनपॉक्स का कारण बनता है। बुजुर्गों में शिंगल्स का खतरा ज्‍यादा होता है और इसके साथ गंभीर दर्द और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं। शिंगल्स वैक्सीन, शिंगल्स को रोकने में प्रभावी है और 50 वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को यह वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाती है।

डोज: 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को पहली खुराक के 2 से 6 महीने बाद दूसरी खुराक लेनी होती है।

4. टिटनेस, डिप्थीरिया और पर्टुसिस वैक्सीन- Tdap Vaccine

यह वैक्सीन तीन खतरनाक बैक्टीरियल बीमारियों से बचाती है: टिटनेस- जो शरीर की मांसपेशियों में गंभीर ऐंठन का कारण बनता है, डिप्थीरिया- जो गले और श्वसन मार्ग को प्रभावित करता है और पर्टुसिस (काली खांसी)। बुजुर्गों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्होंने टीडीएपी वैक्सीन लगवाई है। बुजुर्गों को यह वैक्सीन इसलिए दी जाती है क्योंकि उम्र के साथ इन बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।

डोज: टीडीएपी का बूस्टर डोज हर 10 साल में एक बार लेना चाहिए। 

5. रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस वैक्‍सीन- Respiratory Syncytial Virus (RSV) Vaccine 

बुजुर्गों के लिए आरएसवी (रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस) वैक्सीन बेहद जरूरी है, क्योंकि उम्र के साथ उनकी इम्‍यून‍िटी कमजोर हो जाती है, जिससे उन्हें इस वायरस से गंभीर संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। आरएसवी मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और बुजुर्गों में निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों में सूजन जैसी समस्‍याएं पैदा कर सकता है।

डोज: 75 या उससे ज्‍यादा उम्र के लोगों को आरएसवी वैक्‍सीन की 1 डोज लेने की सलाह दी जाती है।

बुजुर्गों के लिए वैक्सीन बीमारी की गंभीरता को कम करने का आसान तरीका है। उम्र बढ़ने के साथ, इम्‍यून‍िटी कमजोर हो जाती है, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर वैक्‍सीन लगवाएं।

उम्‍मीद करते हैं क‍ि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।

Read Next

ओवरथिंकिंग के होते हैं 3 प्रकार, जानें किस कैटेगरी में आते हैं आप

Disclaimer