फोलिक एसिड एक प्रकार का बी विटामिन होता है। यह स्वाभाविक रूप से दालों व हरी सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों में फोलेट के रूप में व्याप्त होता है। लाल रक्त कोशिकाओं और डीएनए के उत्पादन के लिए शरीर को फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। फोलिक एसिड दिमाग, तंत्रिका तंत्र और रीढ़ की हड्डी में तरल मौजूद पदार्थ के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह स्पायीना बिफिडा (spina bifida) जैसे न्यूरल ट्यूब जन्म दोशों की रोकथाम करने में सक्षम होता है। यही नहीं कुछ शोध बताते हैं कि फॉलिक एसिड हार्ट अटैक के जोखिम को भी कम करने में मददगार होता है।
हार्ट अटैक और फॉलिक एसिड पर शोध
एक अध्ययन में पाया गया कि फॉलिक एसिड के सेवन से आघात की संभावना कम हो सकती है। चीन में हुए एक अध्ययन के अनुसार हाइपरटेंशन की दवा, एनालाप्रिल के साथ फॉलिक एसिड का सेवन, एनालाप्रिल के अकेले सेवन की तुलना में पहले आघात के खतरे को ज्यादा कम कर सकता है।
चीन में हुए व 'द जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (जेएएमए)' में प्रकाशित इस अध्ययन में उच्च रक्तचाप से पीड़ित 20,000 वयस्कों पर अध्ययन किया गया। (इन प्रतिभागियों को कभी भी आघात या हृदयाघात की समस्या नहीं हुई थी)। यह परीक्षण मई 2008 से अगस्त 2013 के बीच जियांगसु और अनहुई प्रांत के 32 समुदायों के बीच किया गया था।
बीजिंग स्थित पेकिंग यूनिवर्सिटी फर्स्ट हॉस्पिटल के योंग हुओ और उनके सहयोगियों ने अध्ययन के प्रतिभागियों को फोलिक एसिड और एनालाप्रिल (10 मिलीग्राम) या फिर सिर्फ एनालाप्रिल का अकेले सेवन कराया। जब विश्लेषण किया गया तो पाता चला कि एनालाप्रिल-फॉलिक एसिड का सेवन करने वाले लोगों में इसेमिक आघात का जोखिम 2.8 फीसदी की तुलना में 2.2 फीसदी रह गया और कार्डियोवस्क्युलर, हॉर्ट अटैक और आघात से होने वाली मौत का जोखिम 3.9 प्रतिशत से घट कर मात्र 3.1 प्रतिशत रह गया।
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फोलिक एसिड के अच्छे स्रोत
फोलिक एसिड सप्लीमेंटों के अलावा हरी पत्तेदार सब्जियां इसका एक अच्छा स्रोत हैं, तो प्रतिदिन सलाद का एक बड़ा कटोरा खाएं। फोलेट से युक्त अन्य सब्जियां जैसे, मटर, मक्का, फूलगोभी, हरी मिर्च, चुकंदर, हरी सरसों तथा भिंडी आदि को अपने आहार में शामिल करें। ड्राई फूड्स जैसे बादाम, काजू, मूंगफली, अखरोट, तिल। फलियां जैसे सोयाबीन, लोबिया, राजमा, सूखी मटर, काबूली चना, दालें तथा फल जैसे स्ट्राबेरी, विलायती खरबूजा, केला, अनानास, पपीता, संतरे, रसबेरी आदि भी फोलिक एसिड के अच्छा श्रोत होते हैं। इसके अलावा साबुत अनाज, पास्ता, आटे की ब्रेड तथा दलिया आदि भी इसका अच्छा श्रोत होते हैं।
फोलेट की आंशिक कमी होने पर आप सुस्त महसूस कर सकते हैं। इसकी कमी की कारण दस्त, भूख न लगना, वज़न में कमी, जीभ का कड़वापन, सिरदर्द, दिल में घबराहट होना, चिड़चिड़ापन, चीज़ें भूल जाना तथा अन्य रोग भी हो सकते हैं।
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