आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तनाव से गुजरता है। जीवन के हर स्तर पर आपको तनाव का दंश झेलना ही पड़ता है। जरूरी नहीं है कि हर किसी को एक ही मुद्दे से जुड़ा तनाव हो। कई बार जो हम चाहें, उसके उलट कुछ भी होता है तो तनाव होने लगता है। चूंकि हरेक के पास तनाव की वजह अलग होती है, तो उससे छुटकारा पाने के लिए तरीके भी अलग ही होते हैं। आइए जानें तनाव के प्रकारों को और उनसे निबटने के उपायों के बारे में।
सफलता का तनाव
ज्यदातर लोग इस तनाव की मार झेलते हैं क्योंकि वो अपनी प्रतिभाओं को नहीं देखते हैं बल्कि दूसरों की सफलता से खुद की तुलना करने में लग जाते हैं। हो सकता है आपका कोई साथी अपने जीवन में आपसे आगे निकल गया हो लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि आप उसे कम योग्य है। ऐसे में आपको तनाव लेने की जगह यह सोचना चाहिए कि आपने कहां पर कौन सी गलती की है और गलती से सबक लेना चाहिए जिससे आगे कभी वो ना दोहरायी जाए।
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रिश्तो का तनाव
काफी लोग ऐसे हैं जो रिश्तों के तनाव के शिकार होते हैं। गर्लफ्रेंड से लड़ाई, बीबी से कहासुनी या अन्य किसी रिश्तों में समस्या आने पर लोग तनावग्रस्त होकर अपना धैर्य खो देते हैं। ऐसे में आपको खुद को शांत और धैर्यवान बनाना चाहिए जिससे कि आप रिश्तों के तनाव का सामना कर सकें। जब किसी इंसान से कहासुनी होने पर आप तनाव में होते हैं तो बेहतर है कि आप बातचीत के जरिए इसे हल करने की कोशिश करें ना कि खुद तनावग्रस्त करें।
शारीरिक तनाव
दिनभर की भागदौड और काम में व्यस्त होने का असर आपकी सेहत पर भी होता है। तनाव होने पर आप अच्छा महसूस नहीं करते हैं। ऐसा लगता है कि आपके ऊपर बहुत बोझ है या दिमाग शांत नहीं रहता है। जब दिमाग में काफी सारी चीजें चलती हैं तो आपकी सेहत पर इसका असर होना सामान्य है। ऐसे में आपको लंबी सांस और गहरी सांस लें या एक लंबी वॉक पर जाएं या हल्का म्यूजिक चलाकर खुद को रिलैक्स करें। यकीन मानिए इन सबसे आपको काफी आराम मिलेगा।
समय से जुड़ा तनाव
कई बार ऐसा होता है कि आपको समय पर अपना काम खत्म करना होता है लेकिन कई बार ऐसा संभव नहीं हो पाता है। जिसके कारण चिंता, डर का होना स्वभाविक है लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा करने से आप और ज्यादा घबरा जाएंगे और आपका पूरा होता काम अधूरा रह जाएगा। ऐसी स्थिति में आपको सबसे पहले खुद को रिलैक्स करना चाहिए और अपने काम पर फोकस करना चाहिए। अच्छा होगा कि आप दिमाग को शांत करने के लिए थोड़ी देर खुली हवा में घूम आएं या पानी पिएं फिर आराम से काम शुरु करें। ऐसा करने से आप महसूस करेंगे कि आपकी प्रोडक्टिविटी पहले से काफी अच्छी हो गयी है।
बीमारी से जुड़ा तनाव
जब हम बीमार होते हैं तो अच्छा महसूस नहीं करते हैं। अक्सर ऐसी स्थिति में हम डिप्रेस हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में आपको अपने अंदर पैदा होने वाले नकारात्मक विचारों पर काबू पाना चाहिए। खुद पर भरोसा करना चाहिए कि आप जल्द से जल्द इस स्थिति से बाहर आएंगे। इस दौरान आपको सकारात्मकता से भरी चीजों पर ध्यान देना चाहिए जैसे किताबें पढ़ें, म्यूजिक सुनें। इस समय को आप ऐसे लें कि आप बीमार नहीं है बल्कि आपको खुद के साथ रहना को थोड़ा समय मिला है।
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