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कौन से यौन संचारित संक्रमण (STIs) पीरियड्स को प्रभावित कर सकते हैं? डॉक्टर से जानें

प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आपको शारीरिक संबंध बनाते समय कई तरह की सावधानियों को बरतने की आवश्यकता होती है। इस लेख में जानते हैं कि यौन संचारित संक्रमण किस तरह से आपके पीरियड्स को प्रभावित कर सकते हैं?
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कौन से यौन संचारित संक्रमण (STIs) पीरियड्स को प्रभावित कर सकते हैं? डॉक्टर से जानें


सेहतमंद रहने के लिए आपको प्रजनन स्वास्थ्य पर भी पूरा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। सामान्यतः शारीरिक संबंध बनाते समय ज्यादातर कपल्स सावधानियों पर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में महिलाओं और पुरुष दोनों को यौन संचारित रोग और यौन संचारित संक्रमण होने का जोखिम बना रहता है। यौन संचारित संक्रमण कई तरह के रोग होने की मुख्य वजह मानी जाती हैं। यह रोग और संक्रमण प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित करने के साथ ही महिलाओं के मासिक धर्म को भी प्रभावित कर सकते हैं। यह लेख उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो यह जानना चाहती हैं कि कौन-कौन से STIs उनके पीरियड्स पर असर डाल सकते हैं? उनके लक्षण क्या होते हैं, और उनसे कैसे बचाव किया जा सकता है।

STIs कैसे पीरियड्स को प्रभावित करते हैं? - How do STIs affect periods?

यौन संचारित संक्रमण यानी (STIs- Sexually Transmitted Infections) वे संक्रमण होते हैं जो शारीरिक क्रिया के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे में फैलते हैं। इनका कारण बैक्टीरिया, वायरस या पैरासाइट्स हो सकते हैं। यदि समय रहते इनका इलाज न किया जाए, तो ये गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। जिनमें मासिक धर्म चक्र (पीरिड्स साइकिल) का अनियमित हो जाना भी शामिल है। साईं पॉलिक्लीनिक की स्री रोग विशेषज्ञ डॉ विभा बंसल के अनुसार पीरियड्स को नियंत्रित करने वाले हार्मोन और प्रजनन अंगों (गर्भाशय, अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब आदि) में जब कोई संक्रमण हो जाता है, तो यह हार्मोनल असंतुलन और सूजन पैदा कर सकता है। इसके वजह से महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। साथ ही, पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अत्यधिक ब्लीडिंग या बहुत कम ब्लीडिंग हो सकती है। कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान तेज दर्द और असुविधा हो सकती है। कुछ महिलाओं को पीरियड्स बंद होने की समस्या भी हो सकती है।

कौन-कौन से STIs पीरियड्स को प्रभावित कर सकते हैं? - What STIs affects your period?

क्लैमाइडिया (Chlamydia)

क्लैमाइडिया एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जो महिलाओं में सबसे सामान्य संक्रमण माना जाता है। यह संक्रमण महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स), फैलोपियन ट्यूब और ओवरी को प्रभावित करता है। क्लैमाइडिया फैलोपियन ट्यूब में सूजन और संक्रमण का कारण बन सकता है, जिससे हार्मोनल असंतुलन होता है और पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।

Types Of STIs Which Can Affect Periods In Hindi

गोनोरिया (Gonorrhea)

गोनोरिया भी एक तरह का बैक्टीरियल संक्रमण है, यह महिला के प्रजनन अंगों को प्रभावित करता है। गोनोरिया गर्भाशय की लाइनिंग को प्रभावित करता है जिससे पीरियड्स के दौरान अनियमित ब्लीडिंग या असामान्य पीरियड्स हो सकते हैं।

जेनिटल हर्पीज (Genital Herpes)

यह एक वायरल संक्रमण है, जो HSV-1 या HSV-2 वायरस के कारण होता है। हर्पीज का कोई सीधा प्रभाव पीरियड्स पर नहीं होता, लेकिन यह तनाव और शरीर में सूजन को बढ़ाता है, जिससे हार्मोनल असंतुलन होकर पीरियड्स देर से या अनियमित हो सकते हैं।

ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis)

यह एक पैरासाइट संक्रमण है जो यौन संपर्क से फैलता है। इस दौरान महिलाओं को पेल्विक मांसपेशियों में दर्द की समस्या हो सकती है। ट्राइकोमोनिएसिस सर्विक्स और वजाइना में सूजन का कारण बन सकता है जिससे पीरियड्स में दर्द हो सकता है और यह लंबे हो सकते हैं।

एचपीवी (HPV - Human Papillomavirus)

यह सबसे सामान्य वायरल यौन संचारित संक्रमण है। अधिकांश मामलों में यह बिना लक्षणों के होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह सर्विकस में संक्रमण और कैंसर का कारण बन सकते हैं। अगर, किसी महिला के शरीर में एचपीवी संक्रमण सर्विकस को प्रभावित करता है। इस दौरान महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग और अनियमित पीरियडस् की समस्या हो सकती है।

यौन संचारित संक्रमण से कैसे बचाव करें? - Prevention Tips Of STIs In Hindi

  • यौन संचारित संक्रमण से बचने के लिए आप सुरक्षित यौन संबंध बनाने को प्राथमिकता दें।
  • जिस पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाएं उनकी सेक्सुअल हेल्थ के बारे में जानें।
  • एक से अधिक पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने से बचें।
  • अगर, आप एक से अधिक साथी के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं तो ऐसे में नियमित रूप से एसटीआई की जांच कराएं।
  • शारीरिक संबंध बनाते समय भी स्वच्छता पर ध्यान दें।

इसे भी पढ़ें: महिलाओं में यौन संचारित संक्रमण (STIs) होने पर नजर आते हैं ये 6 लक्षण, न करें नजरअंदाज

पीरियड्स में अनियमितता या असामान्य बदलाव कई कारणों से हो सकते हैं, लेकिन अगर आप यौन रूप से सक्रिय हैं, तो STI इसका एक संभावित कारण हो सकता है। इसलिए शरीर के संकेतों को समझना, नियमित जांच कराना और सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। पीरियड्स में होने वाले बदलाव की वजह से प्रजनन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। ऐसे में यदि आपको कोई लक्षण महसूस हो, तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

FAQ

  • कैसे पता चलेगा कि आदमी को एसटीआई है?

    पुरुषों में एसटीआई होने पर प्राइवेट पार्ट पर जलन, यूरिन करते समय जलन, और द्रव का रिसाव हो सकता है। 
  • एसटीआई जल्दी ठीक कैसे करें?

    डॉक्टर मरीज में संक्रमण की स्थिति की जांच के बाद उसे रोकने के लिए एंटीबायोटिक्स दवाएं दे सकते हैं। इसके अलावा, कुछ तरह की सावधानियां बरतने की भी सलाह दे सकते हैं
  • महिला के प्राइवेट पार्ट में फंगल इन्फेक्शन क्या होता है?

    महिलाओं में कैंडिडा फंगस के अत्यधिक बढ़ने से वजाइना में यीस्ट इंफेक्शन होता है। वजाइनल यीस्ट इंफेक्शन के कारण महिलाओं की योनि के आस-पास की त्वचा में जलन और खुजली हो सकती है।

 

 

 

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