गर्भावस्था के दौरान आप यात्रा कार से कर रही हों, बस से या फिर ट्रेन से, कुछ सावधानियों को ध्यान मे रखें तो आपको और आपके बच्चे को किसी भी संभावित समस्या से बचाया जा सकता है। आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान यात्रा सुरक्षित ही होती है। लेकिन फिर भी कुछ बातों का खयाल रखना जरूरी होता है। आइये जाने गर्भावस्था के दौरान ट्रेन मे सफ़र करते हुए बरती जाने वाली सावधानियां।
गर्भावस्था के समय यात्रा को लेकर गर्भवती महिलाएं अक्सर दुविधा में रहती हैं। लेकिन, जरा सी सावधानी बरतकर आप प्रेगनेंसी में भी आराम से यात्रा कर सकती हैं। यह कोई बड़ी बात नहीं है। आज के समय में ऐसी बहुत सी कामकाजी महिलायें हैं जो प्रेग्नेन्सी के दौरान भी ऑफिस जाती हैं और उनकी डिलीवरी भी सामान्य होती है। लेकिन आपकी प्रेगनेंसी मे कॉंप्लिकेशन्स हैं तो आपको यात्रा में अपना खास ख्याल रखना पड़ेगा। अगर आप गर्भवती हैं और सफर करने वाली हैं तो इससे पहले अपने डॉक्टर से विचार विमर्श अवश्य कर लें।
गर्भावस्था में रेल यात्रा के दौरान सुरक्षा की दृष्टी से ध्यान रखी जाने वाली बातें-
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भारी सामान साथ न लेकर जाएं-
गर्भावस्था में औरतों को ना ही भारी सामान अपने साथ लेकर जाना चाहिए और ना ही उठना चाहिए, ख़ासतौर पर अगर आप अकेले सफर कर रही है तो हल्का समान ही साथ लेकर चलें। जैसे हल्के सूटकेस जिसमे पहिए हों या फिर आप किसी कुली को इस काम के लिए तय कर सकती हैं। जितना हो सके अकेले सफर ना करें क्योंकी ट्रेवलिंग के दौरान ऐसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं जिनमें एक दोस्त, परिवार का सदस्य या साथी ही मदद कर सकता है।
टाइम से पहले पहुंचें-
ट्रेनों का आने जाने के समय के बारे में कुछ निश्चित नही कहा जा सकता, कभी लेट तो कभी जल्दी। इसीलिए कोशिश करें कि ट्रेन के समय से काफी पहले पहुंच जायें, जिससे आप वहां होने वाली भारी भीड़ से तो बचेंगी ही साथ ही पहले से ट्रेन में बैठने और ठीक प्रकार से व्यवस्थित होने मे भी मदद मिले।
नीचे की सीट ही बुक करायें-
अगर आप ट्रेन से सफर करने का कार्यक्रम बना रही हैं तो कोशिश कीजिए की आप लोअर बर्थ (नीचे वाली) की सीट लें। इससे आप थोड़ी हलचल तो कर ही पाएंगी साथ ही गिरने की संभावना भी कम होगी, सीट की बुकिंग करने से पहले आप इस बारे मे बुकिंग कर्मचारी से बात कर सकती हैं। या फिर उस समय ऑन ड्यूटी रेलवे अधिकारी से मदद भी ले सकती हैं, या फिर पास की सीट वाले किसी यात्री से अनुरोध कर अपनी सीट बदल सकती हैं। ट्रेनो के कॉरिडर आदि मे काफ़ी खाली जगह होती है, इसलिए सिर्फ़ बैठिए ही नही बल्कि घूमये और स्ट्रेचिंग एक्सार्साइज़ भी करिए लेकिन ध्यान रहे की घूमते या चलता समय सीट की बॅक या अन्य चीक्षों को पकड़ कर चलें वरना झटका लगने से प्रेगनेंसी मे बाधा आ सकती है।
वॉशरूम विज़िट्स-
ट्रेनो मे कम वॉशरूम होते हैं और जो होते भी हैं वो बहुत छोटे होते हैं। जिनमे अपने आपको अडजस्ट कर पाना काफ़ी मुश्किल होता है ऊपर से चलती तथा हिलती हुई ट्रेन मे संतुलन बनाना भी बहुत मुश्किल होता है इसीलिए वॉशरूम जाते समय किसी प्रकार की सपोर्ट पकड़ें रखें, साथ ही पब्लिक टायलेट मे जाने के बाद साबुन से हाथ ज़रूर धो लें।
गर्भावस्था के समय कोई भी रेल यात्रा करने से पहले नीचे की सीट, सीट की वॉशरूम से दूरी, खाने-पीने की चीजें और जाने से पहले ड़क्टर से जांज आदि काम करना न भूलें।
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