गर्भावस्था के दौरान कार में सुरक्षित सफर करने के टिप्स

गर्भावस्था के दौरान कार से यात्रा करते समय सुरक्षा की दृष्टी से सावधानियां बरतना जरूरी होता है। जानें गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित कार यात्रा करने के टिप्स।
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गर्भावस्था के दौरान कार में सुरक्षित सफर करने के टिप्स

गर्भावस्था के दौरान यात्रा करने से पहले या करते समय किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए योजना बनाना व सभी सावधानियों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। इसलिए हम बता रहे हैं आपको गर्भावस्था के दौरान कार में सुरक्षित सफर करने के टिप्स।

Car Travel during Pregnancy

गर्भवती महिला के लिए कार से यात्रा करते समय कई बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सकें। इससे आपकी यात्रा सुरक्षित और आरामदायक बनी रहेगी। गर्भावस्था में लंबी छुट्टी पर जाना अच्छा अनुभव हो सकता है, और अपनी कार से आप कम खर्च में आरामदायक सफर भी कर सकती हैं। साथ ही गर्भावस्था के दौरान ऑफिस जाना, घूमना-फिरना और सभी जिम्मेदारियां का पालन करना भी जरूरी है।

 

बहुत सी कामकाजी महिलाएं गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से ऑफिस जाती हैं और उनका प्रसव भी सामान्य होता है। गर्भावस्था में यात्रा को लेकर महिलाओं के दिमाग में अक्सर कई सवाल रहते हैं। खासतौर पर जब आपको गर्भावस्था में कार से यात्रा करनी हो। लेकिन थोड़ी सी सावधानी और सही जानकारी कर आप गर्भावस्था में सुरक्षित यात्रा कर सकती हैं। ऐसे ही जानें कुछ टिप्स।

 

 

गर्भावस्था के दौरान कार यात्रा के टिप्स

 

  • जरूरी बात यह है कि गर्भावस्था के दौरान कार से यात्रा उन महिलाओं के लिए हानिकारक साबित हो सकती है, जिनकी गर्भावस्था में समस्या चल रही होती है (हाई रिस्क प्रेग्‍नेंसी)। जिन गर्भवती महिलाओं को डॉंक्टर ने पूरी तरह से आराम की सलाह दी है, उन्‍हें भी यात्रा नहीं करनी चाहिए। ऐसी महिलाओं को सफर के दौरान सफर का लंबा वक्‍त, सड़क खराब होना, सफर के दौरान मेडिकल सुविधा ना होना आदि के कारण समस्या हो सकती है।
  • गर्भावस्था में कार से यात्रा करते समय सीट बेल्ट पेट के नीचे बांधें। गर्भवती महिलाओं में यात्रा के दौरान मितली आना और उल्टी आने की शिकायत आम होती है। कार की अगली सीट पर बैठें और ताजा हवा के लिए खिड़की खुली रखें। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि गर्भावस्था के दौरान शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन बढ़ जाते हैं जो मितली आने के लक्षणों से लड़ने की शरीर की क्षमता को कम कर देते हैं। साथ ही ब्लड प्रेशर ठीक रखने और ऐंठन व सूजन जैसी समस्याओं से बचने के लिए पैरों को हिलाती-डुलाती रहें।
  • गर्भावस्था की दूसरी तिमाही यानी तीसरे से छठा महीना यात्रा के लिए सुरक्षित होता है। इस समय आप आराम से यात्रा कर सकती हैं। इन महीनों में मॉर्निंग सिकनेस, थकान और सुस्ती जैसी परेशानी कम होती है। कार में सफर करने के लिए इस समय का ही चुनाव करेंगी तो अच्‍छा रहेगा।
  • कार से लंबा सफर करने से बचें। यदि आप कार यात्रा कर भी रही हैं तो अपने साथ पानी ले जाना न भूलें और पानी की कमी से बचने के लिए बीच-बीच में पानी पीती रहें। यात्रा पर जाने से पहले डॉक्टर से मशविरा कर लें व डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें। अपने साथ सभी दवाइयों को रखने के साथ डॉक्‍टर का नंबर भी अपने पास रखें।
  • कार में यात्रा करते समय ज्यादा सिकुड़ कर न बैठें, बल्कि पैर फैलाते हुए ऐसे बैठें, जिससे आप आसानी से पैर हिला सकें। खाने पीने का भी विशेष प्रबंध करें। बेहतर होगा कि आप अपने खाने के लिए पौष्टिक भोजन साथ लेकर चलें। बाहर से लेकर कुछ न खाएं। शौच के लिए किसी साफ-सुथरी जगह का चुनाव करें।

 

ऊपर बताई गई जरूरी बातों का पालन कर आप गर्भावस्था के दौरान अपनी कार यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बना सकती हैं।

 


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