
आजकल की बिजी और बिगड़ी लाइफस्टाइल ने हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर डाला है, जिसमें फेफड़ों का कैंसर एक गंभीर समस्या बनकर उभर रहा है। दरअसल, वर्तमान समय में इनएक्टिव लाइफस्टाइल के साथ धूम्रपान, वायु प्रदूषण और खराब खानपान की आदतों के कारण फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों में बढ़ोतरी हुई है। फेफड़ों का कैंसर न केवल धूम्रपान करने वालों में बल्कि उन लोगों में भी पाया जा रहा है जो प्रदूषित वातावरण में रहते हैं या पैसिव स्मोकिंग के संपर्क में आते हैं। फेफड़ों का कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका शुरुआती स्टेज में पता लगना मुश्किल होता है, और जब तक इसके लक्षण सामने आते हैं, तब तक यह गंभीर रूप ले चुकी होती है। हालांकि, कुछ उपायों को अपनाकर इस खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इस लेख में डॉ. चैत्रा देशपांडे (रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट, ऑन्को लाईफ कॅन्सर सेंटर, सातारा) फेफड़ों के कैंसर से बचाव के उपाय बता रही हैं।
फेफड़ों के कैंसर से बचाव के उपाय
1. धूम्रपान से बचें
धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है, सिगरेट, बीड़ी और अन्य तम्बाकू उत्पादों में होने वाले हानिकारक रसायन फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। अगर आप फेफड़ों के कैंसर से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले धूम्रपान बंद करें। धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति के मुकाबले धूम्रपान करने वाले व्यक्ति में फेफड़ों के कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि धूम्रपान से फेफड़ों की क्षमता भी कम होने लगती है और यह कमजोर हो जाते हैं।
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2. पैसिव स्मोकिंग से बचें
अगर आप खुद धूम्रपान नहीं करते, तो भी पैसिव स्मोकिंग से बचना जरूरी है। जब आप धूम्रपान करने वाले के पास होते हैं, तो आपको भी धूम्रपान का धुआं सांस में लेना पड़ता है, जिसे "सेकेंड हैंड स्मोक" या पैसिव स्मोकिंग कहा जाता है। यह धुआं भी फेफड़ों के कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। इसलिए, धूम्रपान करने वाले स्थानों से दूर रहें और अपने परिवार और दोस्तों को भी धूम्रपान न करने की सलाह दें।
3. हेल्दी डाइट लें
हेल्दी डाइट, जिसमें ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों, फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। दरअसल, हेल्दी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन और खनिज होते हैं जो शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और कैंसर से बचाव करते हैं।
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4. वायु प्रदूषण से बचें
वायु प्रदूषण भी फेफड़ों के कैंसर का एक कारण हो सकता है। कारखानों, वाहनों और अन्य जगहों से निकलने वाले धुएं और रसायनों में होने वाले हानिकारक तत्व फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों से दूर रहें और घर के अंदर की हवा को साफ रखने के तरीके अपनाएं। अगर आप प्रदूषित क्षेत्रों में रहते हैं, तो मास्क पहनें और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
5. जांच कराएं
अगर आप धूम्रपान करते हैं या प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहते हैं तो समय-समय पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार चेकअप करवाते रहें। शुरुआती चरण में फेफड़ों के कैंसर का पता लगने पर उसका इलाज संभव है। इसके साथ ही एक्सरसाइज और योग आपके शरीर को फिट और स्वस्थ बनाए रखता है, जिससे कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।
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