How To Prevent Heat Rash in Babies: गर्मी का मौसम शुरू होते ही बच्चों की खास देखभाल करना जरूरी हो जाता है। खासकर शिशुओं के लिए गर्मी को बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है। शिशुओं की स्किन बहुत ज्यादा नाजुक होती है और गर्मी के दिनों में उनकी स्किन पर रैशेज होने की संभावना बढ़ जाती है। हीट रैश के कारण शिशुओं को काफी असुविधा हो सकती है, और पेरेंट्स के लिए उनकी तकलीफ का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है। हीट रैश के कारण शिशुओं की स्किन पर लाल धब्बे, चरत्ते, खुजली और जलन होती है। ऐसे में आप अपने शिशु को हीट रैश से बचाने के लिए आप गुरुग्राम में स्थित सीके बिड़ला अस्पताल के कंसल्टेंट- नियोनेटोलॉजी और पीडियाट्रिक्स डॉ. श्रेया दुबे के बताएं इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।
शिशु में हीट रैश से बचाव के टिप्स - Tips to Prevent Heat Rash in Babies in Hindi
1. शिशु की त्वचा को सूखा रखें
गर्मी के मौसम में शिशु को हीट रैश से बचाने के लिए जरूरी हैकि आप उनकी स्किन को ड्राई रखने की कोशिश करें, क्योंकि पसीना और नमी हीट रैश का मुख्य कारण होते हैं। अगर शिशु के शरीर पर पसीना जमा हो तो उसे साफ और सूखे कपड़े से थपथपाकर पोंछ दें। ध्यान रखें कि शिशु के कपड़े हल्के और सूती हों, ताकि उनकी स्किन को हवा लग सके और पसीना बाहर निकल सके।
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2. शिशु को ठंडा रखें
गर्मी के मौसम में शिशु का शरीर जल्दी गर्म हो सकता है, जिससे उन्हें हीट रैश होने का जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है। शिशु को ठंडा रखने के लिए आप उन्हें पंखे या एसी वाले कमरे में रखने की कोशिश करें, ताकि शिशु को ठंडक मिल सके। शिशु को हल्के कपड़े पहनाएं, जो उसे गर्मी से लगने से बचा सकें। शिशु को धूप में ले जाने से बचाएं और भारी और सिंथेटिक कपड़े न पहनाएं।
3. नियमित डायपर बदलें
शिशुओं को डायपर फ्री टाइम देने की कोशिश करें या फिर गर्मी के मौसम में डायपर को नियमित रूप से बदलें। गर्मी के मौसम में डायपर पहनने से शिशु की स्किन पर रैशेज होने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि डायपर से पसीना और नमी इकट्ठा होती है। इसलिए, आप बच्चे के डायपर को समय-समय पर बदलें, ताकि बच्चा ज्यादा देर नमी में न रहे।
4. क्रीम से बचें
गर्मी के मौसम में शिशु की स्किन पर भारी क्रीम, मलहम या लोशन लगाने से रैशेज होने का जोखिम बढ़ सकता है, क्योंकि ये प्रोडक्ट्स स्किन को बंद कर सकते हैं और पसीने के फंसने का कारण बन सकते हैं। शिशु को नहलाने के बाद आप नेचुरल ऑयल से उनकी स्किन को मॉइस्चराइज करें, जैसे नारियल का तेल।
5. शिशु को बार-बार नहलाएं
गर्मी में शिशु को बार-बार नॉर्मल पानी से नहलाना जरूरी होता है। नहाने से स्किन की गंदगी और पसीना साफ होता है, जिससे रैशेज होने का खतरा कम हो जाता है। रोज एक से दो बार शिशु को नहलाने के बाद उनकी स्किन को ह्लके तरीके से पोंछ लें और उनकी स्किन को मॉइश्चराइज करें।
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6. शिशु को पर्याप्त पानी पिलाएं
अगर आपका शिशु सॉलिड फूड खाना शुरू कर चुका है तो आप उनके हाइड्रेशन का खास ध्यान रखें। पानी की कमी भी शिशुओं की स्किन को प्रभावित कर सकता है। साथ ही, अगर शिशु स्तनपान कर रहा है, तो उसे बार-बार स्तनपान कराएं, ताकि उसे पर्याप्त मात्रा में हाइड्रेशन मिल सके। आप शिशु को ताजे और हाइड्रेटिंग फल जैसे तरबूज, खीरा, और पपीता खिला सकते हैं।
निष्कर्ष
गर्मी के मौसम में शिशु की स्किन को सुरक्षित रखना पेरेंट्स के लिए काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन सही देखभाल और सावधानी से आप शिशुओं को हीट रैश जैसी समस्याओं से बच सकते हैं। ऐसे में ऊपर डॉक्टर द्वारा बताए गए टिप्स को फॉलो करने से आप अपने शिशु का सही तरह से ध्यान रख सकते हैं।
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FAQ
शरीर में घमौरी क्यों होती है?
शरीर में घमौरी पसीने की ग्रंथियों के बंद होने के कारण होती है। बहुत ज्यादा पसीना होने और उसे ठीक तरह से साफ न करने के कारण पसीना हमारी स्किन में फंस जाता है, जिससे स्किन में रेडनेस, खुजली और घमौरी की समस्या हो सकती है।शरीर में बहुत अधिक गर्मी क्यों होती है?
शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी कई कारणों से हो सकती है, जिसमें इंफेक्शन, थायराइड की समस्या, और धूप में एक्सरसाइज जैसे कारणों से होती है।शरीर में ज्यादा गर्मी होने के क्या लक्षण हैं?
शरीर में ज्यादा गर्मी बढ़ने से आपके बॉडी में कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं। ऐसे में शरीर में हीट बढ़ने से तेज पसीना, थकान, चक्कर आना, जी मिचलाना, सिरदर्द और मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है।