Tips To Get Rid Of Itching In Monsoon In Hindi: बारिश के मौसम में पिंपल-एक्ने एक कॉमन समस्या बन जाती है। ऐसा सिर्फ लड़कियों के साथ नहीं होता है, बल्कि पुरुषों और वयस्क महिलाओं के साथ भी होता है। दरअसल, इन दिनों हवा में नमी और मॉइस्चर होता है। इसकी वजह से फंगस और बैक्टीरिया आसानी से पैदा हो जाते हैं। वास्तव में,मानसून के दिनों में बहुत ज्यादा पसीना आता है, स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं। ऐसे में स्किन में दाने आदि समस्याएं होने लगती हैं। इसके साथ ही, बारिश के पानी में गंदगी होती है। इसके संपर्क में आने से भी स्किन कंडीशन डेवेलप हो सकती है। अगर आपने समय रहते हाइजीन का ध्यान नहीं रखा, तो इसकी वजह स्किन में इचिंग जैसी प्रॉब्लम बढ़ जाती है। वैसे भी मानसून में इचिंग की प्रॉब्लम बनी रहती है। सवाल है, ऐसी स्थिति में क्या किया जाना चाहिए, इस बारे में हमने राजौरी गार्डन स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा से बात की।
बारिश के मौसम में दानों में हो रही है खुजली से राहत पाने के उपाय
हाइजीन का ध्यान रखें
बारिश के दिनों में हाइजीन का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। अगर आपको हाइजीन का ध्यान नहीं रखेंगे, तो न सिर्फ स्किन रैशेज बढ़ सकते हैं, बल्कि दाने हो सकते हैं और स्किन कंडीशन के डेवेलप होने का रिस्क भी रहता है। हाजीन का मतलब है कि अगर आप बारिश में भीग गए हैं, तो घर जाकर शॉवर लें। स्किन को मॉइस्चराइज करें। इसके अलावा, शॉवर लेने के लिए माइल्ड शैंपू का यूज करें।
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सही कपड़े पहनें
मानसून के दिनों में कॉटन के कपड़े पहनने चाहिए। जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि मानसून के दिनों में बहुत ज्यादा पसीना आता है। अगर आपने सूटेबल फैब्रिक के कपड़े नहीं पहनें, तो इसकी वजह से पसीना सूखता नहीं है। बह रहा पसीना आपकी स्किन में इचिंग और दूसरी परेशानियां क्रिएट कर सकता है। इससे खुजली और दाने भी होने लगते हैं।
मॉइस्चराइजर यूज करें
मानसून के दिनों में जरूरी है कि आप लाइट वेट वाले मॉइस्चराइजर यूज करें। लाइट वेट मॉइस्चराइजर का मतलब है कि ऐसे स्किन प्रोडक्ट का यूज करना, जो जेल बेस्ड हों। इस तरह के मॉइस्चराइज ऑयली स्किन के लिए अच्छे होते हैं। इसके अलावा, इचिंग से छुटकारा पाने के लिए सनस्क्रीन भी अप्लाई करते रहें। हालांकि, इन अभी बारिश की वजह से तपती गर्मी से राहत मिल रही है। इसी वजह से कई लोग सनस्क्रीन लगाने से बच रहे हैं। जबकि, यह सही नहीं है। आपको यूवी रेज से बचने के लिए सनस्क्रीन जरूर अप्लाई करना चाहिए।
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नारियल तेल यूज करें
अगर आपको मानसून की वजह से किसी तरह की स्किन कंडीशन हो गई है या किसी एक हिस्से में खुजली हो रही है, तो प्रभावित हिस्से में नारियल तेल लगाएं। नारियल तेल में सूदिंग इफेक्ट होता है। जब आप इसे प्रभावित हिस्से में लगाते हैं, तो इसकी वजह से खुजली में कमी आती है और स्किन मॉइस्चर भी होती है। नारियल तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी आर एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। इससे स्किन हाइड्रेट होती है और सूजन में भी कमी आती है।
खुजली करने से बचें
यह सच है कि मानूसन की वजह से स्किन में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। कभी-कभी खुजली बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। लेकिन, जरूरी है कि आप खुजली करने से बचें। कई बार खुजली करने से स्किन कंडीशन बिगड़ जाती है, ब्लीडिंग हो जाती है। इसलिए, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर मानसून की वजह से स्किन में खुजली बढ़ गई है, तो इचिंग करने से बचें।
FAQ
बरसात के मौसम में खुजली कैसे बंद करें?
बरसात के मौसम में खुजली से राहत पाने के लिए आप गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर नहा सकते हैं। नहाने के पानी में नीम के पत्तों का भी उपयोग किया जा सकता है। नीम के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल इंफेक्ट होते हैं, जो आपको फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव में मदद करते हैं। इससे इचिंग भी दूर होती है।प्राइवेट पार्ट में जलन और खुजली के लिए क्या घरेलू उपाय हैं?
प्राइवेट पार्ट में आपको जलन या खुजली क्यों हो रही है, यह जानकर आप इसका ट्रीटमेंट करवा सकते हैं। जहां तक प्राइवेट पार्ट की खुजली से राहत की बात है, तो आप इसकी हाइजीन का ध्यान रखें, नारियल तेल लगाएं। दही भी इसके लिए अच्छा विकल्प माना जाता है।सीजनल एलर्जी होने पर क्या करें?
अगर आपको लग रहा है कि सीजनल एलर्जी है, तो बेहतर है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें। सीजनल एलर्जी क्यों हो रही है, इसके कारणों पर इसका ट्रीटमेंट निर्भर करता है।