हमारे शरीर को कई तरह के न्यूट्रिशन की जरूरत होती है। अगर शरीर में न्यूट्रिशन की कमी होती है, तो इससे हमारा शरीर प्रभावित हो सकता है। शरीर में पोषक तत्वों की सही मात्रा बनी रहे, इसलिए हम फल, हरी सब्जियों, नट्स और जूस आदि का सेवन करते हैं। ताकि सभी तरह के पोषक तत्व हमारे शरीर में बने रहें। लेकिन कई बार उपयुक्त आहार की मदद से अगर आपके शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स की कमी पूरी नहीं होती है, तो आपको सप्लीमेंट्स का सेवन करने की जरूरत पड़ सकती है। इसके अलावा अगर आप जिम करते हैं या फिजिकल तौर पर बहुत ज्यादा एक्टिव रहते हैं, तो उस स्थिति में भी आपको विटामिन्स और मिनरल्स सप्लीमेंट्स की आवश्यकता होती है। आप खुद को फिट रखने के लिए भी इन सप्लीमेंट्स का सहारा ले सकते हैं। लेकिन, अगर आप बाजार में मल्टीविटामिन सप्लीमेंट लेने जा रहे हैं, तो आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए ताकि आपको किसी तरह की परेशानी न हो।
मल्टीविटामिन्स खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
1. कैल्शियम और आयरन दोनों साथ न हो
कई बार बाजार में ऐसे भी मल्टीविटामिन्स आपको देखने को मिल सकते हैं, जिसमें कैल्शियम और आयरन जैसे न्यूट्रिशन साथ होते हैं। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कैल्शियम और आयरन दोनों को अलग-अलग लिया जाता है। दोनों को एक साथ लेना सही नहीं होता है। दरअसल कैल्शियम आयरन के अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकता है। जैसे अगर आप एनीमिया की समस्या से निजात पाने के लिए आय़रन का सेवन कर रहे हैं और उसमें कैल्शियम की मात्रा भी है, तो इसके सेवन से आपको कोई खास लाभ नहीं होगा क्योंकि कैल्शियम आयरन को शरीर में अवशोषित नहीं होने देता है। इसलिए हो सके तो कैल्शियम टैबलेट अलग से ले लें।
2. सिंथेटिक फोलिक एसिड का इस्तेमाल
कई लोगों के शरीर में आनुवांशिक रूप से म्यूटेशन की प्रक्रिया होती है, जो शरीर को 5- मिथाइल टेट्रायड्रोफलेट नामक एक्टिव फॉर्म में फोलिक एसिड को आसानी से परिवर्तित करने से रोकता है। जोकि आपके शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए सप्लीमेंट के रूप में फोलिक एसिड का चुनाव करने की बजाय आपको नैचुरल रूप से मौजूद फोलिक एसिड का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप पत्तेदार साग जैसे पालक, सरसों, मेथी, दाल, ब्रोकली, शतावरी, मशरूम और खट्टे फलों का सेवन कर सकते हैं। आप चाहे तो कुख फलियां और एवोकाडो भी खा सकते हैं।
3. पोषक तत्वों की सक्रियता देखें
मार्केट में मिलने वाले मल्टीविटामिन्स में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ये सभी पोषक तत्व सक्रिय रूप में तो हैं क्योंकि ये तभी अच्छी तरह से अवशोषित होते हैं। इससे आपके शरीर को काफी फायदा मिलता है। वहीं अगर आपके मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स में न्यूट्रिएंट इनएक्टिव फॉर्म में हैं और वे किसी अन्य तत्व के साथ मिलकर एक्टिव होंगे। ऐसे सप्लीमेंट को कभी नहीं खरीदना चाहिए। ऐसे मल्टीविटामिन को बॉडी में अब्जॉर्ब होने में देर लगती है।
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4. विटामिन ई हो शामिल
सप्लीमेंट्स लेते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि उसमें टोकोफेरॉल के रूप में विटामिन ई मौजूद है या नहीं। इसे आप लेबल में लिखी जानकारी में पढ़ सकते हैं। दरअसल विटामिन ई-कॉम्पलेक्स में अल्फा, बीटा, डेल्टा और गामा मिश्रित होते हैं, जो टोकोफेरॉल में शामिल होते हैं। जैसा कि हम जानते हैं कि विटामिन ई शरीर के लिए बेहद जरूरी है इसलिए इस बात पर ध्यान जरूर दें कि सप्लीमेंट में विटामिन ई है या नहीं। साथ ही यह भी देखें कि केवल विटामिन ई ही नहीं बल्कि यह टोकोफेरॉल के रूप में हो।
5. सिंथेटिक रंग और फीलर्स से बचें
मल्टीविटामिन खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि इसमें किसी तरह के सिंथेटिक रंग और फीलर्स का इस्तेमाल तो नहीं किया गया है। क्योंकि, कई बार कंपनियां दवाईयों की सेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए इस तरह की चीजों को शामिल करती है। लेकिन इससे शरीर को कोई खास फायदा नहीं मिलता है और आगे जाकर नुकसान भी हो सकता है।
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