स्वस्थ रहने के लिए योग और एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी होता है। वहीं, ऐसे में शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी भी बेहतर रहनी चाहिए। शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी या फिर लचीलापन बढ़ाने के लिए बहुत से लोग बैकबेंड एक्सरसाइज करना पसंद करते हैं। इस एक्सरसाइज को करने से शरीर लचीली होती है साथ ही कोर मसल्स भी मजबूत होती हैं। इसे करने के समय सावधानियां बरतना बेहद जरूरी होता है क्योंकि बिना जानकारी के इस एक्सरसाइज को करने से इंजरी का खतरा अधिक रहता है। आइये योग एक्सपर्ट साक्षी दुबे से जानते हैं इसके बारे में।
हिप्स का वार्म अप करें
अगर आप बैकबेंड एक्सरसाइज करने जा रहे हैं तो इससे पहले हिप्स का वार्मअप करना बेहद जरूरी होता है। अगर आपकी हिप्स सामान्य से ज्यादा टाइट रहती हैं तो वार्मअप करके इसे लचीली बनाएं ताकि एक्सरसाइज करने के दौरान होने वाली इंजरी से बचा जा सके।
बैक की मांसपेशियों को एक्टिव करें
बैकबेंड एक्सरसाइज करने से पहले यह जरूरी होता है कि आप अपनी बैक या कमर के आसपास की मांसपेशियों को सक्रिय रखें। मांसपेशियों के एक्टिव रहने से आप ज्यादा देर तक और आसानी से इस एक्सरसाइज को कर पाएंगे।
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पैरों पर दें ध्यान
दरअसल, बैकबेंड एक्सरसाइज करने के दौरान आपको अपनी शरीर को पैरों के भार पर रखना होता है इसलिए इस दौरान पैरों को मजबूत रखना जरूरी होता है। इसके लिए आप स्क्वैट्स, लंजीस या फिर प्लैंक आदि कर सकते हैं। इससे पैरों को सपोर्ट मिलता है।
ग्लूट का ध्यान रखें
बैकबेंड एक्सरसाइज को करने से पहले आपको अपनी ग्लूट हेल्थ पर भी ध्यान देना चाहिए। ग्लूट को हेल्दी रखने के लिए आपको अपने पैल्विक एरिया की मांसपेशियों को एक्टीवेट करने की जरूरत है। अगर आपको पहले से ही लोअर बैक पेन है तो बैकबेंड एक्सरसाइज करने से बचें।
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गर्दन में खिंचाव न आने दें
इस एक्सरसाइज को बेहतर तरीके से करने के लिए आपको गर्दन में खिंचाव आने से बचाना होगा। इसके लिए आपको अपने गर्दन की मांसपेशियों को भी एक्टिवेट करना है। इससे सर्वाइकल स्पाइन में इंजरी होने का खतरा कम होता है।