शिशुओं और बच्चों में यीस्ट इंफेक्शन (थ्रश) के कारण, लक्षण और इलाज

बच्चों और शिशुओं में यीस्ट इंफेक्शन थ्रश की समस्या जीवाणुओं के कारण होती है, जानें इसके लक्षण और इलाज के बारे में।
  • SHARE
  • FOLLOW
शिशुओं और बच्चों में यीस्ट इंफेक्शन (थ्रश) के कारण, लक्षण और इलाज


बच्चों और शिशुओं की देखभाल सही ढंग से न करने की वजह से उन्हें कई समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों और शिशुओं को कई तरह के संक्रमण का खतरा रहता है। बच्चों में होने वाला एक प्रकार का यीस्ट इंफेक्शन 'थ्रश' (Thrush) है।  यह एक प्रकार का इंफेक्शन है जो काफी गंभीर तो नहीं होता है लेकिन कई बार यह बच्चों और शिशुओं के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। अगर आपका बच्चा दूध पिलाते समय अधिक परेशान होता है या उधम मचाता है तो उसके मुहं और जीभ की जांच जरूर करना चाहिए। थ्रश इंफेक्शन मुहं और जीभ में होने वाला इंफेक्शन है जिसकी वजह शिशुओं और बच्चों को कुछ निगलने या पीने में परेशानी होती है। आइये विस्तार से जानते हैं इस समस्या के बारे में।

क्या है थ्रश इंफेक्शन? (What Is Thrush Infection In Babies?)

बच्चों और शिशुओं में होने वाला यीस्ट इंफेक्शन 'थ्रश' कैंडिडा एल्बिकंस नामक कवक के कारण होने वाला इंफेक्शन है। यह तब होता है जब बच्चे या शिशु के मुंह में स्तनपान के दौरान मां और बच्चे के बीच कैंडिडा एल्बिकंस संचारित होता है। मुख्यतः थ्रश की समस्या में उनके मुहं में इसके लक्षण देखे जाते हैं। आमतौर पर सफेद या पीले रंग के अनियमित आकार के पैच या घावों के रूप में दिखाई देता है। 

Thrush-In-Babies

(image source - freepik.com)

इसे भी पढ़ें : बच्चों में क्रोंस बीमारी के इन 10 लक्षणों को न करें नजरअंदाज, जानें इसके कारण, खतरे, जांच और बचाव के टिप्स

थ्रश इंफेक्शन के कारण (What Causes Thrush In Babies?)

बच्चों और शिशुओं में थ्रश इंफेक्शन कुछ हानिकारक रोगाणुओं के कारण होता है। बच्चों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है ऐसे में ये रोगाणु उन पर जल्दी अटैक कर देते हैं। थ्रश संक्रमण कैंडिडा एल्बिकंस नामक यीस्ट के अधिक मात्रा में बनने से होता है। हमारे शरीर में कैंडिडा एल्बिकंस नामक यीस्ट पहले से ही मौजूद होता है यह स्तनपान के दौरान मां से बच्चे में और बच्चे से मां में ट्रांसफर होता है। इसके बढ़ने से बच्चों के मुहं और जीभ पर छाले हो जाते हैं। इसके कारण उन्हें किसी भी चीज को निगलने या मुहं का इस्तेमाल करने में दिक्कत होती है। थ्रश इंफेक्शन से ग्रसित बच्चे दूध पीते वक्त अधिक परेशान होते हैं। 

इसे भी पढ़ें : बच्चों के मुंह से बदबू आने के हो सकते हैं ये 5 कारण, जानें इनसे बचाव के लिए क्या करें

थ्रश इंफेक्शन के लक्षण (Thrush Symptoms In Babies)

Thrush-In-Babies

(image source - freepik.com)

बच्चों और शिशुओं में थ्रश इंफेक्शन होने पर उनके मुहं और जीभ पर छाले निकल जाते हैं। बच्चों के मुहं में अगर आपको छाले नजर आते हैं तो यह यीस्ट इंफेक्शन के कारण हो सकते हैं। इसके अलावा जब आप बच्चे या शिशु को दूध पिलाते हैं तो उस वक्त वह बहुत परेशान हो सकता है या उधम कर सकता है। क्योंकि छालों के कारण उसके मुहं में दूध जाने से दिक्कत हो सकती है। शिशुओं और बच्चों में यीस्ट इंफेक्शन थ्रश होने पर ये लक्षण दिखाई देते हैं।

  • मुंह में और जीभ पर सफेद छाले
  • मुहं में लालिमा होना
  • डायपर के इस्तेमाल पर रैशेज का होना
  • बच्चों के मूड में बदलाव
  • बच्चों में चिड़चिड़ापन
  • शिशुओं का रोना

थ्रश इंफेक्शन का इलाज (Thrush Infection Treatment)

बच्चों में थ्रश इंफेक्शन के लक्षण दिखाई देने पर उन्हें तुरंत इलाज के लिए ले जाना चाहिए। चिकित्सक उनके मुहं और जीभ की जांच के बाद थ्रश का पता लगाते हैं। इसके बाद उन्हें ओवर-द-काउंटर एंटीफंगल दवाओं के इस्तेमाल की सलाह देंगे। डॉक्टर आपको कुछ दवाएं और प्रोबायोटिक्स के सेवन की सलाह दे सकते हैं। समय पर थ्रश के लक्षणों को पहचानकर बच्चे का इलाज कराने से यह समस्या तुरंत ठीक हो सकती है। अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो कई दिक्कतें हो सकती हैं। थ्रश की समस्या में आप बच्चों के मुहं की साफ-सफाई (ओरल हेल्थ) का ध्यान रखें। बच्चों के मुहं की साफ-सफाई रखने से उनकी कई समस्याओं से रक्षा की जा सकती है। बच्चों के अलावा मां में भी थ्रश इंफेक्शन हो सकता है इसके लिए मां को भी साफ-सफाई का उचित ध्यान रखना चाहिए।

(main image source - freepik.com)

Read Next

बच्चों के मुंह से बदबू आने के हो सकते हैं ये 5 कारण, जानें इनसे बचाव के लिए क्या करें

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version