Things To Know About Changes In Vaginal Odour After Fifty Know In Hindi: महिलाओं के शरीर में बचपन से ही कई तरह के बदलाव होते हैं। इनमें पीरियड्स, मेनोपॉज, प्रेग्नेंसी और न जाने क्या-क्या शामिल हैं। बहरहाल, पीरियड्स एक ऐसा साइकिल है, जिससे हर महिला को 10 से 12 साल की उम्र से लेकर 40-45 साल की उम्र तक होता है। इसी तरह 40-45 साल की उम्र के बाद महिला को मेनोपॉज होना शुरू हो जाता है। मेनोपॉज का मतलब है कि पीरियड्स पूरी तरह बंद हो जाना। वहीं, अगर 50 साल की उम्र के बाद के बदलाव करें, तो इस उम्र में भी महिलाओं को कई बदलाव झेलने पड़ते हैं। जैसे 50 साल की उम्र के बाद अक्सर महिलाओं की योनि से आ रही गध्ां बदल जाती है। कभी यह तीव्र और तीखी होती है, तो कभी सामान्य रहती है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि योनि की गंध से यह पता चल सकता है कि आपकी वजाइनल हेल्थ कितनी सही है। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि 50 साल कह उम्र के बाद योनि की गंध में किस तरह के बदलाव होते हैं और उसे आप उसे कैसे मैनेज कर सकती हैं। इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।
क्या 50 साल की उम्र के बाद योनि की गंध में बदलाव होना सामान्य है?
योनि से गंध आना बिल्कुल सामान्य है। कई बार खराब स्वास्थ्य के कारण योनि से आ रही गंध में बदलाव देखा जाता है। इसी तरह, 50 साल की उम्र के बाद महिलाओं की योनि से आ रही गंध में बदलाव हो सकते हैं। इसे आप बिल्कुल सामान्य समझें। वास्तव में, 50 साल की उम्र के बाद महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बहुत कम हो जाता है। ऐसे में वजाइनल ड्राईनेस, इचिंग और योनि की गंध में बदलाव देखे जा सकते हैं। असल में, ड्राईनेस के कारण योनि का पीएच लेवल बदल जाता है, जिससे गंध की प्रभावित होती है। ध्यान रखें कि अगर योनि का पीएच का स्तर बदलता है, तो ऐसे में वजाइनल इंफेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
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योनि की गंध में हो रहे बदलाव के कारण
वजाइनल इंफेक्शनः 50 साल की उम्र के बाद महिलाओं को बहुत आसानी से वजाइनल इंफेक्शन हो जाता है। क्या आप जानती हैं कि ऐसा क्यों है? 50 साल की उम्र तक आते-आते महिला का मेनोपॉज हो चुका होता है। ऐसे में योनि को हेल्दी रखने वाले हार्मोन का स्तर कम हो जाता है, जिससे योनि में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अगर किसी को संक्रमण हो जाए, तो 50 साल की उम्र के बाद योनि से आ रही गंध में बदलाव नोटिस किया जा सकता है।
असामान्य डिस्चार्ज
50 साल की उम्र के बाद एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आ जाती है। लेकिन, कभी-कभी इस उम्र में हेल्थ इश्यूज के कारण योनि से असामान्य डिस्चार्ज हो सकता है। अगर किसी महिला के साथ ऐसी समस्या होती है, तो उनकी योनि से अलग किस्म की गंध आ सकती है।
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इचिंग और जलन
50 साल की उम्र के बाद महिलाओं को योनि में बहुत आसानी से इचिंग और जलन की समस्या हो जाती है। इस स्थिति में भी योनि की गंध बदल जाती है। हालांकि, इचिंग और जलन क्यों हो रही है, यह बात भी मायने रखती है। अगर किसी महिला के यूटीआई है, तो उनकी योनि से आने वाली गंध तीव्र हो सकती है।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस
योनि एक ऐसा अंग है, जो अपने आपकी सफाई खुद करती है। अगर किसी वजह से योनि में बैक्टीरिया का स्तर असंतुलित हो जाता है, तो ऐसे में बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या हो जाती है। इस स्थिति में अक्सर योनि से मछली जैसी तीखी गंध आती है। ऐसा होने पर महिला को चाहिए कि वे तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज करवाएं।
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