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माइग्रेन के मरीजों को डाइट में रखना चाहिए इन चीजों का ध्यान, एक्सपर्ट से जानें क्या खाएं और क्या नहीं?

माइग्रेन कंट्रोल करने के लिए डाइट पर ध्यान देना सबसे ज्यादा जरूरी है। ऐसे में कोई भी लापरवाही माइग्रेन अटैक का जोखिम बढ़ा सकती है।   
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माइग्रेन के मरीजों को डाइट में रखना चाहिए इन चीजों का ध्यान, एक्सपर्ट से जानें क्या खाएं और क्या नहीं?


Diet of Migraine Patient: माइग्रेन लाइफस्टाइल से जुड़ी गंभीर समस्या है। डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल के जरिए इसे कंट्रोल रखा जा सकता है। इस समस्या में सिर में एक ओर ज्यादा दर्द होता है। कई बार यह दर्द इतना गंभीर होता है कि मरीज के लिए सहना भी मुश्किल हो जाता है। माइग्रेन के मरीज को तेज आवाज से भी परेशानी होने लगती है। इसलिए माग्रेन में खास देखभाल की जरूरत होती है। अगर आप सही डाइट फॉलो करते हैं, तो आप माइग्रेन अटैक के जोखिम को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। इस बारे में और अधिक जानने के लिए हमने बात कि बीएलके मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजी और हेड न्यूरो इंटरवेंशन के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ विनीत भंगा से। 

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माइग्रेन की समस्या में कैसी डाइट लेनी चाहिए- What Should Be The Diet of Migraine Patient

अपना ईटिंग शेड्यूल बनाएं- Make Your Eating Schedule

अपना ईटिंग शेड्यूल पहले से बनाकर रखें। अपने किसी भी मील के बीच ज्यादा गैप न होने दें। क्योंकि भूखा रहने से भी माइग्रेन अटैक का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए पहले से प्लान करके रखें कि आपको कब क्या खाना है। 

हाइड्रेशन का ध्यान रखें- Focus on Hydration

बॉडी डिहाइड्रेट होने से भी माइग्रेन के दर्द का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए दिन में कम से कम तीन लीटर पानी जरूर पिएं। साथ ही, हाइड्रेट रहने के लिए मौसम के फलों का सेवन जरूर करें। कैफीन और ऐल्कोहॉल का सेवन भी कम मात्रा में करें। क्योंकि ये दोनों चीजें भी डिहाइड्रेशन का कारण बन सकती हैं। 

इसे भी पढ़ें- माइग्रेन अटैक से बचने के लिए क्या खाएं और किन चीजों से करें परहेज?

अपनी फूड डायरी मेंटेन करें- Maintain Your Food Diary

अपनी फूड डायरी पहले से मेंटेन करके रखें। इसमें उन चीजों को जरूर लिखें, जिनके सेवन से आपको परेशानी हो सकती है। इस तरीके से आपको अपनी डाइट मेंटेन करने में मदद मिल सकती है। साथ ही प्रोसेस्ड फूड, आर्टिफिशियन स्वीटनर, टायरामाइन और हिस्टामाइन युक्त चीजों को डाइट में अवॉइड करें। 

पोषक तत्वों का खास ध्यान रखें- Nutrition

मैग्नाशियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी भी माइग्रेन की समस्या बढ़ा सकती है। इसलिए डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, सीड्स और साबुत अनाज जरूर शामिल करें। ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए फैटी फिश, अलसी के बीज और अखरोट जरूर शामिल करें। इनमें एंटी-इंफ्लेमेरी गुण होते हैं, जो माइग्रेन में बार-बार होने वाले दर्द को कंट्रोल रख सकते हैं। 

बैलेंस डाइट लें- Take Balance Diet

माइग्रेन की समस्या में बैलेंस डाइट फॉलो करना बेहद जरूरी है। अपनी डेली डाइट में फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज जरूर शामिल करें। अगर आपके लिए खुद डाइट प्लान बनाना मुश्किल है, तो किसी प्रोफेशनल डायटिशियन की मदद लें। 

इसे भी पढ़ें- माइग्रेन के मरीज रोजाना करें इन फलों का सेवन, मिलेगा फायदा

इन बातों का रखें खास ख्याल 

  • माइग्रेन की समस्या में ज्यादा ऑयली और प्रोसेस्ड फूड अवॉइड करें। क्योंकि यह चीजें माइग्रेन की समस्या बढ़ा सकती हैं। 
  • तनाव से दूरी बनाए रखें, क्योंकि ज्यादा तनाव से भी माइग्रेन अटैक का खतरा बढ़ सकता है। 
  • डेली एक्सरसाइज करने की आदत जरूर बनाएं। अगर एक्सरसाइज संभव नहीं, तो आप डेली वॉक की आदत भी बना सकते हैं। 

इस लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस विषय पर और ज्यादा जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही, डाइट में कोई भी बदलाव करने के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। 

 

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