
किसी भी इंसान को मजबूत बनने के लिए भावनात्मक समर्थन यानि इमोशनल सर्पोट होना काफी जरूरी है। जब आपको अपने किसी का समर्थन या सर्पोट मिलती है, तो आपका आत्मिविश्वास बढ़ता है और चीजें आपके लिए आसान हो जाती हैं। खासकर कि तब, जबकि वह समर्थन आपके माता-पिता की ओर से हो। जी हां, मां-बाप का इमोशनल सर्पोट आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। हाल में हुए एक नए अध्ययन में पाया गया है कि माता-पिता का इमोशनल सर्पोट टीनएजर्स में साइबरबुलिंग की संभावना को कम कर सकता है। आइए इस रिसर्च को आगे पढ़कर जानें कि कैसे?
टीनएजर्स में साइबरबुलिंग की संभावना को कम करता है मां-बाप का इमोशनल सर्पोट
NYU रोरी मेयर्स कॉलेज ऑफ नर्सिंग के शोधकर्ताओं के एक नए अध्ययन में पाया, जो टीनएजर्स यानि किशोर-किशोरियां अपने माता-पिता की ओर से प्यार और समर्थन का अनुभव करते हैं, उनमें साइबरबुलिंग की संभावना काफी हद तक कम होती है। इस अध्ययन के निष्कर्ष इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बुलिंग प्रिवेंशन में प्रकाशित हुए थे।
NYU मेयर्स के एक डॉक्टरेट छात्र और अध्ययन के प्रमुख लेखक लौरा ग्रुनिन ने कहा, "दूरस्थ शिक्षा के साथ कई युवाओं और दोस्तों के साथ आमने-सामने बातचीत के लिए खड़े होने वाले सेलफोन और सोशल मीडिया के लिए कक्षा निर्देश की जगह, साइबरबुलिंग की अधिक संभावना होती है। अवसर हैं।"
ग्रुइनन ने कहा, "आधे से अधिक अमेरिकी किशोरों में साइबरबुलिंग या ऑनलाइन व्यवहार के साथ अनुभव होने की रिपोर्ट करते हैं जिसमें उत्पीड़न, अपमान, धमकी या अफवाह फैलाना शामिल हो सकता है।
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NYU के मेयर और अध्ययन के वरिष्ठ प्रोफेसर सैली एस कोहेन ने कहा, "यह समझना कि एक युवा व्यक्ति के साथियों के साइबरबुलिंग से संबंधित कारक ऐसे तरीकों से विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं जो परिवारों, स्कूलों और समुदायों को होने पर धमकाने या हस्तक्षेप करने से रोक सकते हैं।"
क्या कहती है रिसर्च?
स्कूल-एजेड चिल्ड्रन सर्वे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) हेल्थ बिहेवियर के डेटा का उपयोग करते हुए, शोधकर्ताओं ने 2009-2010 में सर्वेक्षण किए गए 12,642 यूएस के प्री-टीनएजर्स (11 से 15 वर्ष की आयु) के लोगों के जवाबों का विश्लेषण किया, जो सबसे हालिया डब्ल्यूएचओ डेटा है। संयुक्त राज्य अमेरिका में स्कूल-आयु वर्ग के बच्चों को एकत्र किया गया।
किशोरों से उनके बदमाशी व्यवहार के बारे में पूछा गया, साथ ही साथ उनके माता-पिता के साथ उनके रिश्ते सहित कुछ पारिवारिक विशेषताओं के बारे में उनकी धारणाएं भी पूछी गई।
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शोधकर्ताओं ने पाया कि जितने अधिक किशोरों ने अपने माता-पिता के साथ एक प्यार का रिश्ता बनाया था, उनमें साइबरक्राइम या साइबरबुलिंग की उतनी ही कम संभावना थी। वहीं जिन युवाओं को अपने माता-पिता का इमोशनल सर्पोट नहीं था या उनके साथ तालमेल सही नहीं था, उनमें साइबरबुलिंग के उच्च स्तर में शामिल होने की संभावना छह गुना अधिक थी।
अध्ययन के निष्कर्ष
शोधकर्ता कहते हैं, ''हमारा अध्ययन यह साबित नहीं करता है कि माता-पिता के समर्थन की कमी सीधे साइबरबुलिंग का कारण बनती है। बल्कि यह अध्ययन सुझाव देता है कि माता-पिता के साथ बच्चों के अच्छे रिश्ते उनमें बदमाशी या बुलिंग वाले व्यवहार को प्रभावित कर सकते हैं।''
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