Lungs Weakness Symptoms: व्यक्ति को जीने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यक होती है। यदि शरीर के अंगों को ऑक्सीजन न मिले तो यह काम करना बंद कर देते हैं। वहीं, ऑक्सीजन की कमी होने पर शरीर के अंगों में शिथिलता आ जाती है। साथ ही, उनके कार्य में बाधा उत्पन्न होने लगती है। शरीर के अंगों को ऑक्सीजन पहुंचाने में फेफड़ों का महत्वपूर्ण रोल होता है। बाहर से आप ऑक्सीजन को फेफड़ों में ही लेते हैं, इसके बाद यह खून के साथ मिलकर अंगों तक पहुंचने का कार्य करती हैं। लेकिन, कई बार फेफड़ों कमजोर (Weak Lungs) होने लगते हैं। इस दौरान आपको आगे बताए लक्षण महसूस हो सकते हैं। आगे धर्मशिला नारायण अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर नवनीत सूद से जानते हैं इन लक्षणों के बारे में।
फेफड़ों के कमजोर होने के लक्षण - Lungs Weakness Symptoms In Hindi
सांस लेने में परेशानी (डिस्पेनिया)
सांस लेने में परेशानी होना कमजोर फेफड़ों के सबसे शुरुआती और सबसे आम लक्षणों में से एक है, इसे डिस्पेनिया भी कहा जाता है। कमजोर फेफड़ों वाले व्यक्तियों को नियमित गतिविधियों के दौरान भी सांस लेना मुश्किल हो सकती है। सीढ़ियां चढ़ने, चलने या हल्के व्यायाम करने से यह लक्षण उत्पन्न हो सकता है। यदि सांस की तकलीफ बार-बार हो रही है तो ऐसे में व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
लंबे समय तक खांसी होना
आठ सप्ताह से अधिक समय तक चलने वाली पुरानी खांसी कमजोर फेफड़ों का संकेत हो सकती है। यह लगातार खांसी बलगम पैदा कर सकती है और सांस लेते समय घरघराहट (Wheezing) या सीटी की आवाज (Tinnitus) भी आ सकती है। क्रोनिक ब्रोंकाइटिस या अस्थमा (Asthma) लंबे समय तक खांसी से जुड़ी सामान्य श्वसन (रेस्पिरेटरी) स्थितियां हैं।
बार-बार श्वसन संक्रमण होना
कमजोर फेफड़े व्यक्ति को ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसे श्वसन संक्रमण (रेस्पिरेटरी इंफेक्शन- Respiratory Infection) के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकते हैं। यदि आप खुद को बार-बार सांस संबंधी बीमारियों का शिकार पाते हैं, तो फेफड़ों की कमजोरी हो सकती है। बार-बार होने वाला इंफेक्शन फेफड़ों की मौजूदा समस्याओं को बढ़ा सकता है।
थकान और कमजोरी होना
फेफड़ों की कार्यक्षमता कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति को लगातार थकान और कमजोरी (Tiredness) बनी रहती है। यदि साधारण कार्यों से आपको अत्यधिक थकान महसूस होती है या आपको बिना किसी कारण कमजोरी का अनुभव होता है, तो अपने रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट (Respiratory Tract) की भूमिका पर विचार करना आवश्यक है। इससे ऊर्जा का स्तर प्रभावित हो सकता है।
सायनोसिस (Cyanosis)
सायनोसिस त्वचा और म्यूकस मेमब्रेन के नीले होने का संकेत है, जो रक्त में ऑक्सीजन की कमी की ओर इशारा करता है। जबकि यह लक्षण रेस्पिरेटरी संबंधी समस्या हो सकती है। यदि आप होठों, उंगलियों या पैर की उंगलियों के आसपास नीलापन देखते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इसकी वजह से अंगों को ऑक्सीजन मिलना बंद हो जाती है।
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फेफड़ों के कमजोर होने पर आपको सांस लेने में परेशानी, बार बार इंफेक्शन और हांफने की समस्या हो सकती है। ऐसे में आप इन लक्षणों को नजरअंदाज किए बिना तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।