हंसासन योग है फेफड़ों और पेट के लिए बहुत फायदेमंद, जानें इसके अभ्यास के 6 स्वास्थ्य लाभ

हंसासन योग करने से आपके शरीर को कई फायदे मिलते हैं। इससे आपके हाथ-पैर के दर्द में भी आराम मिलता है।
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हंसासन योग है फेफड़ों और पेट के लिए बहुत फायदेमंद, जानें इसके अभ्यास के 6 स्वास्थ्य लाभ

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने हेल्थ पर ध्यान नहीं दे पाते हैं और उसका नतीजा ये होता है कि समय से पहले ही कई तरह की समस्याएं हमें घेर लेती है। जैसे पीठ दर्द, कमर दर्द और घुटनों में दर्द की समस्या। इन सब समस्याओं के बावजूद हम अपने काम में परिवर्तन नहीं कर सकते हैं लेकिन अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करके हम स्वस्थ और फिट रह सकते हैं। इसके लिए आप हंसासन योग को अपनी रूटीन में शामिल कर सकते हैं। अगर आप नियमित रूप से हंसासन योग को करते हैं तो आप की रीढ़ की हड्डियों से जो समस्याएं जुडी हुई हैं, वो आप से दूर हो जाती हैं। इसको करने से आपको किसी प्रकार का शारीरिक दर्द का सामना नहीं करना पड़ता। इस आसन को नियमित अभ्यास के साथ करने से आप को तकलीफ के साथ साथ छोटी छोटी बीमारियों से भी राहत मिलती हैं। इस योगाभ्यास के दौरान आपका शरीर हंस के समान हो जाता है। 

हंसासन योग के फायदे (Swan Pose Benefits)

1. हंसासन योग की मदद से पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं और मोटापा भी कम होता है। 

2. योगासन से सीना मजबूत व सुडौल होता है, जिससे शरीर स्‍वस्‍थ रहता है।

3. इसके नियमित अभ्यास से हाथ व पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं तथा गर्दन का मोटापा कम होता है।

4. हंसासन को करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और चेहरे में चमक आती है। 

5. यह आपके मल-मूत्र की तकलीफ को दूर करता है और पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाता है। 

6. इस अभ्यास की मदद से दिमाग भी शांत रहता है। 

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Image Credit- Freepik

हंसासन योग करने का तरीका

1.  सबसे पहले घुटनों के बल जमीन पर बैठ जाएं। उसके बाद दोनों पंजों को साथ में रखें और घुटनों को अलग-अलग रखें। हथेलियों को जमीन पर रखें और अंगुलियों को पैरों की ओर रखें।

2. फिर दोनों हाथों की कलाइयों को एक दूसरे के पास ले आएं और भुजाओं के आगे के भाग को शरीर से सटा लें।

3. अब आगे की ओर झुकें ताकि पेट आपकी कोहनियों के ऊपर रहे और छाती भुजाओं के ऊपर भाग पर रहे।

4. संतुलन बनाते हुए पैरों को धीरे-धीरे पीछे की ओर सीधा करने की कोशिश करें। 

5. पैर के पंजों को एक साथ रखें और पैरों की अंगुलियों को जमीन पर टिकाकर रखें।

6. अपने शरीर का भार हाथों और पैरों की अंगुलियों पर होना चाहिए।

7. अपनी क्षमता के अनुसार जितनी देर तक आप इस अवस्था को बनाए रख सकें लेकिन अपनी अंगुलियों पर ज्यादा जोर न लगाएं। 

8. फिर घुटनों को जमीन पर लें आएं और वज्रासन में बैठ जाएं।

9. आप इस योगासन को 10 मिनट के लिए कर सकते हैं। 

10. शुरुआत में इसे योगा ट्रेनर की मदद से करने की कोशिश करें। 

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Image Credit- Freepik

सावधानियां

1. पेट से जुड़ी समस्या, हाई बल्ड प्रेशर या हर्निया की समस्या होने पर इस योगासन का अभ्यास न करें। 

2. हाथों में दर्द या पैरों में ऐंठन महसूस होती है, तो इस आसन को करने से बचें।

3. अगर पहली बार में हंसासन करने में परेशानी हो, तो थोड़ा रूककर इस आसन को करें।

4. गर्भवती महिलायें कभी इस आसन को न करें।

5. कोई दिक्कत होने पर अपने ट्रेनर से जरूर बात करें।

Main Image Credit- Yogajivnam.in

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