स्किन केयर में बिना सनस्क्रीन त्वचा की सुरक्षा करना मुश्किल हो सकता है। सनस्क्रीन का इस्तेमाल सूरज से निकलने वाली हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी होता है। सूरज की किरणों से हमारी स्किन डैमेज हो सकती हैं, जिससे न सिर्फ त्वचा का रंग बदलता है, बल्कि ये उम्र बढ़ने के लक्षणों का कारण भी बन सकता है। लेकिन अक्सर लोग सनस्क्रीन लगाते समय कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिससे इसका प्रभाव आपकी त्वचा पर कम नजर आता है। ऐसे में आइए डर्मेटोलॉजिस्ट (Dermatologist) डॉ. (मेजर) गुरवीन वाराइच गारेकर से जानते हैं कि सनस्क्रीन लगाते समय किन गलतियों को करने से बचना चाहिए?
सनस्क्रीन लगाते समय क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए?
1. मेकअप या मॉइस्चराइज़र के साथ सनस्क्रीन मिलाना
सबसे आम गलतियों में से एक है मेकअप या मॉइस्चराइजर के साथ सनस्क्रीन मिलाकर लगाना। जब दोनों को एक साथ मिला दिया जाता है, तो सनस्क्रीन का प्रभाव कम हो जाता है, जिसका मतलब है कि आपको पर्याप्त सूरज से सही सुरक्षा नहीं मिल सकती है। सनस्क्रीन की प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए हमेशा सनस्क्रीन को एक अलग परत के रूप में लगाएं।
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2. 30 से कम SPF वाले सनस्क्रीन का उपयोग करना
30 से कम SPF वाले सनस्क्रीन का उपयोग सूरज की हानिकारक UV किरणों से सुरक्षा नहीं मिल पाएगी। स्किन एक्सपर्ट रोजाना सूरज की किरणों से सुरक्षा के लिए कम से कम SPF 30 वाले सनस्क्रीन का उपयोग करने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह स्तर लगभग 97% UVB किरणों को प्रभावी रूप से रोकता है। इससे कम SPF आपकी स्किन को सही सुरक्षा नहीं दे पाता है, खासकर लंबे समय तक धूप में रहने पर।
3. SPF 100 या उससे ज्यादा वाले सनस्क्रीन का उपयोग करना
बहुत से लोग मानते हैं कि SPF 100 जैसे हाई SPF वाले सनस्क्रीन से पूरी तरह से धूप से सुरक्षा मिलती है, लेकिन यह गलत है। हालांकि SPF 100, SPF 30 की तुलना में थोड़ी ज्यादा UVB किरणों को रोक सकता है, लेकिन यह 100% सुरक्षा की गारंटी नहीं देता है।
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4. स्टिक या पाउडर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना
स्टिक या पाउडर सनस्क्रीन का उपयोग करना आपको सुविधाजनक लग सकता है, लेकिन उन्हें धूप से सुरक्षा दिलाने में यह कम प्रभावी होते हैं। ये फॉर्मूलेशन आम तौर पर समान कवरेज नहीं देता है और क्रीम या लोशन की तुलना में कम प्रभावी होते हैं।
5. विटामिन सी या नियासिनमाइड जैसे एक्टिव तत्वों वाले सनस्क्रीन का इस्तेमाल
विटामिन सी या नियासिनमाइड जैसे तत्वों वाले सनस्क्रीन फायदेमंद लग सकते हैं, लेकिन इनका प्रभाव कम हो सकता है। ये एक्टिव तत्व सूर्य की सुरक्षा को नहीं बढ़ाते हैं और संभावित रिएक्शन के कारण आपकी त्वचा को काला भी कर सकते हैं। अच्छे नतीजों के लिए सूर्य की सुरक्षा के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए सनस्क्रीन का उपयोग करें।
निष्कर्ष
सनस्क्रीन से जुड़ी इन आम गलतियों से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपनी स्किन के लिए सही SPF 30 वाला सनस्क्रीन चुनें, बार-बार इसका इस्तेमाल करें, और पूरी सुरक्षा के लिए मेकअप मिक्स किए बिना इसे अपनी स्किन पर अप्लाई करें।
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