
Signs Of Complications After Miscarriage In Hindi: गर्भपात अपने आप में एक गंभीर दुर्घटना है, जो किसी भी महिला को मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ सकता है। इस दौरान अगर महिला के स्वास्थ्य का प्रॉपर ध्यान न रखा जाए, तो उनकी सेहत बिगड़ सकती है यहां तक कि कई तरह के जोखिम भी बढ़ सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो गर्भपता के बाद हर महिला को पर्याप्त रेस्ट करना चाहिए। यहां हम आपको बताएंगे कि अगर किसी वजह से मिसकैरेज के बाद महिला की प्रॉपर केयर नहीं हुई, तो उन्हें किस तरह के जोखिम बढ़ सकते हैं। इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।
मिसकैरेज के बाद किस तरह की परेशानियां बढ़ सकती हैं- Symptoms Of Complications After Miscarriage In Hindi

संक्रमण का खतरा
अगर गर्भपात के बाद महिला की रिकवरी सही तरह से नहीं हो रही है या उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है, तो यह संक्रमण की ओर संकेत कर सकता है। गर्भपात के बाद संक्रमण होने पर कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे बुखार होना, हैवी ब्लीडिंग होना, पेट में दर्द होना और योनि से बदबू आना। यहां बताए कोई भी लक्षण नजर आएं, तो उनकी अनदेखी न करें।
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हैवी ब्लीडिंग होना

अगर आपको गर्भपात के बाद हैवी ब्लीडिंग हो रही है, तो यह सही संकेत नहीं है। इससे पहले हैवी ब्लीडिंग को लेकर सजग हों, पहले यह जान लें कि हैवी ब्लीडिंग किसे कहते हैं? अगर आपको एक ही घंटे में दो-दो पैड चेंज करने पड़ रहे हैं, तो यह हैवी ब्लीडिंग है। यह सही संकेत नहीं है। तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
दर्द बढ़ना
गर्भपात के बाद कुछ दिनों तक ब्लीडिंग होती है। यह सामान्य हो सकता है। लेकिन, अगर पीरियड्स के साथ-साथ क्रैंप्स हों और कंधे में दर्द हो, तो इसे नजरअंदाज न करें। इस स्थिति में जरूरी है कि आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर अपना ट्रीटमेंट करवाएं। ध्यान रखें कि अगर लंबे समय तक आपको पेट दर्द या कंधे का दर्द बना रहता है, तो ऐसे में सहजता बढ़ सकती है, जो आपकी मेंटल हेल्थ को भी बिगाड़ सकता है।
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बुखार होना
गर्भपात होने के बाद महिला का बुखार या फ्लू के अन्य लक्षण नजर नहीं आने चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि बुखार, गले में खराब या ठंडी लगना गर्भपात के कारण संक्रमण होने की ओर इशारा करता है। अगर आपको बुखार हो, तो यह यूटरीन इंफेक्शन का संकेत भी हो सकता है। इसलिए, गर्भपात के बाद अपने बॉडी टेंप्रचर पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञों के पास जरूर जाएं।
निष्कर्ष- Conclusion
कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि अगर किसी महिला को इस तरह की स्थिति से गुजरना पड़ रहा है, तो उन्हें अपने स्वास्थ्य को लेकर जरा भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए। शरीर में हो रहे बदलाव पर नजर रखें और जब भी किसी खतरे का संकेत दिखे, तो बिना देरी किए अपनी जांच करवाएं।
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