क्या कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद आप में पोस्ट कोविड लक्षण नजर आ रहे हैं? कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद लोगों में पोस्ट कोविड लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें थकान और कमजोरी सबसे सामान्य है। लेकिन अगर आपको धड़कने बढ़ना, थकान, कमजोरी, सीने में दर्द और सांस लेने में समस्या हो तो आपको इन संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये सभी संकेत कोरोना से ठीक होने के बाद दिल को कमजोर करने के हो सकते हैं। ऐसे में आपको इन लक्षणों पर गौर करना जरूर करना चाहिए।
फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया, ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष डॉक्टर रमन कुमार (Dr. Raman Kumar, President, Family Physicians of India, Greater Noida) कहते हैं कि कोरोना शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है। फेफड़े, दिल, मांसपेशियां और आंतें इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं। ऐसे में अगर आपको पोस्ट कोविड में कुछ ऐसे लक्षण दिखें, जो सामान्य नहीं है तो आपको सतर्क हो जाने की जरूरत होती है।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज (Do not ignore these symptoms)
1) धड़कने बढ़ जाना (High Pulse Rate)
डॉक्टर रमन कहते हैं कि अगर आप कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी धड़कने को महसूस कर रहे हैं, तो यह दिल कमजोर होने का संकेत हो सकता है। जब हम सामान्य जिंदगी जीते हैं, तो हमारी धड़क चल रही होती है लेकिन हमें महसूस नहीं होती है। लेकिन कोरोना रिकवरी के बाद कई लोगों की धड़कने बढ़ जाती है और वे अपनी धड़कनों को आसानी से महसूस कर पाते हैं। आपके पास ऑक्सीमीटर जरूर होगा, ऐसे में आप अपनी धड़कनों की बार-बार जांच करते रहें। हार्ट रेट बढ़ने से आपको परेशानी हो सकती है। आमतौर पर 60-100 के बीच धड़कन होनी चाहिए, लेकिन अगर इससे कम या ज्यादा होती है, तो इसका मतलब है कि आपको डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है।
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2) थकान और कमजोरी महसूस होना (Feeling Tired and Weak)
हृदय पूरे शरीर में रक्त को पंप करता है (Heart Pumps Blood Throughout the Body)। कोरोना रिकवरी के बाद अगर आपको कमजोरी या थकान महसूस हो, तो हो सकता है कि आपका दिल कमजोर हो गया हो। दरअसल, हृदय पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह करता है, जब यह रक्त प्रवाह को चलाने में ज्यादा समय लेता है, तो इसका मतलब है कि हृदय थक गया है। जिससे आप शारीरिक रूप से पूरी तरह से थक जाते हैं। इसलिए कोरोना से रिकवर होने के बाद अगर आपको बहुत ज्यादा थकान या कमजोरी महसूस हो, तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
3) सीने में दर्द (Chest Pain)
डॉक्टर रमन कहते हैं कि सीने में दर्द होना सामान्य समस्या नहीं है, इसलिए आपको इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सीने में दर्द अकसर हार्ट की कमजोरी का संकेत होता है। कोरोना वायरस हमारे शरीर के ज्यादातर अंगों को प्रभावित कर सकता है। यह फेफड़ों को भी कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से भी सीने में दर्द की समस्या हो सकती है। कोरोना संक्रमित होने के दौरान हमारे कई अंग संक्रमित हो जाते हैं, जिसमें फेफड़े, दिल शामिल हैं। जिसकी वजह से बाद में भी हमारे शरीर में इसका असर देखने के मिलता है। सीने में दर्द होने पर हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपको थोड़ा सा भी दर्द महसूस हो तो आपको एक बार डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए।
4) सांस लेने में समस्या (Breathing Problem)
कोरोना संक्रमित होने पर आपने अपना ऑक्सीजन लेवल बार-बार जरूर चेक किया होगा। ऐसे ही आपको कोरोना रिकवरी के बाद भी कुछ दिनों तक करना होगा। क्योंकि कोरोना वायरस हमारे दिल को प्रभावित करता है, जिससे बाद में भी हमें सांस लेने में समस्या हो सकती है। इसलिए आपको कोरोना से ठीक होने के बाद भी बार-बार अपना ऑक्सीजन लेवल जरूर चेक करते रहना चाहिए। जैसे ही आपको सांस लेने में समस्या हो या आपका ऑक्सीजन लेवल कम हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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कैसे रखें खुद को सुरक्षित (How to Protect Yourself After Covid Recovery)
- - कोरोना रिकवरी के बाद आपको प्रोटीन रिच डाइट लेनी चाहिए। इसके साथ ही दिनभर की कोई भी मील आप स्किप न करें।
- - नियमित रूप से योग और प्रणायाम करें। इससे आपके शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति होती है।
- - कोरोना से ठीक होने के तुंरत बाद हैवी काम करने से बचें। इसके बाद भी आपको कुछ दिनों तक आराम करने की जरूरत होती है।
- - कोविड रिकवरी के बाद भी कुछ दिनों तक समय-समय पर अपना पल्स रेट और ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहें।
अगर आपको कोविड रिकवरी के बाद ये चार संकेत दिखाई देते हैं, तो इन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज करें। ये लक्षण आपको बताते हैं कि आपका हृदय कमजोर हो रहा है, ऐसे में इसे इलाज की जरूरत होती है। लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
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