दांत के लिए सिगरेट-बीड़ी पीना है कितना घातक? डेंटिस्ट से जानें स्मोकिंग से दांतों को कैसे पहुंचता है नुकसान

स्मोकिंग करने से दांत की उम्र कम होने के साथ, खराबी आती है, पीलापन, सड़न और कई बीमारी होती है। डेंटिस्ट से जानें और क्या-क्या होती है परेशानी।
  • SHARE
  • FOLLOW
दांत के लिए सिगरेट-बीड़ी पीना है कितना घातक? डेंटिस्ट से जानें स्मोकिंग से दांतों को कैसे पहुंचता है नुकसान

दांतों के लिए सिगरेट और बीड़ी पीना काफी घातक है। इससे न केवल बीमारी होती है बल्कि आपकी सुंदरता पर असर पड़ने के साथ दांत कमजोर होते हैं। नियमित तौर पर सिगरेट पीने वालों के दांतों का रंग काफी जल्दी बदलता है और धीरे-धीरे उनके मुंह में कई प्रकार की बीमारी होती है। दांत का रंग शुरुआत में पीला होने के बाद काला हो जाता है। यही नहीं मुंह से कई बीमारी शरीर में जाती है। इससे काफी हेल्थ इशू होते हैं। जमशेदपुर में सरिता डेंटल क्लीनिक भालूबासा के डेंटल सीनियर सर्जन डॉ. सिकंदर प्रसाद से बात कर हम यह पता करेंगे कि सिगरेट व बीड़ी पीना दांतों के लिए कितना नुकसान देह है। 

दांत में सड़न, पीलापन, कालापन सहित उम्र होती है कम

डेंटिस्ट बताते हैं कि सिगरेट पीने से ज्यादा नुकसानदेह बीड़ी पीना। लेकिन इन दोनों का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। आप गौर करते होंगे कि हमारे घर के बड़े-बुजुर्गों के दांत खराब नहीं होते थे। लेकिन आज के दौर में स्मोकिंग करने वाले लोगों में 40 साल के बाद उनके दांत में दर्द होना शुरू होना शुरू हो जाता है। दांत का रंग बदल जाता है, मसूड़ों सहित गम डिजीज होती हैं। दांत समय से पहले खराब न हो इसलिए सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए। शुरुआत में दांतों में पीलापन आता है आगे चलकर यह काला हो जाता है। इस स्टेज में बीमारी गंभीर रूप ले चुकी होती है। दांत खराब होने की संभावना अधिक होती है।

सिगरेट पीने से होते हैं यह नुकसान

डॉक्टर बताते हैं कि धूम्रपान करने से मुंह के अंदर के ब्लड सर्कुलेशन पर काफी ज्यादा असर पड़ता है और ऑक्सीजन लेवल में एकाएक कमी आती है। इन वजहों से मसूड़े प्रभावित होता है और आगे चलकर मसूड़ों से जुड़ी बीमारी होती है। जैसे मसूड़ों से खून आना, मसूड़ों से पस आना आदि। वहीं मुंह में धुआं जाने से यह गम टिशू को प्रभावित करता है। सिगरेट पीने से मुंह में बैक्टीरियल प्लाक जमा होते हैं। जो आगे चलकर कई बीमारी का कारण बनते हैं। 

Smoking Cause teeth Disease

इसे भी पढ़ें : आधा टूटा दांत आपको दे सकता है कई गंभीर बीमारियां, डेंटिस्ट से जानें इसका कारण, खतरे और इलाज

जानें धूम्रपान करने से दांतों पर क्या होता है असर

  1. मुंह से बदबू आने की समस्या : दांत में बीमारी होने व इनेमल प्रभावित होने से मुंह से बदबू आने लगती है। यह शुरुआती लक्षण होने के साथ काफी आम समस्या है। ऐसे में जो लोग धूम्रपान करते हैं उन्हें अपनी इस आदत में बदलाव लाना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए कि जल्द से जल्द सिगरेट का सेवन करना बंद कर दें। 
  2. दांत कमजोर होते हैं : वैसे लोग जो सिगरेट पीते हैं उनके दांत आम लोगों की दांतों की तुलना में काफी कमजोर होता है। क्योंकि धुआं एसेसरी टिशू को प्रभावित करता है। वहीं सामान्य लोगों की तुलना में दांत जल्दी झड़ जाते हैं। 
  3. मसूड़ों में सूजन व पस : सिगरेट पीने से समस्या सिर्फ दांतों तक ही सीमित नहीं होता है यह धीरे-धीरे मसूड़ों सहित मुंह के अंदर गाल, जीभ सहित अन्य अंगों को प्रभावित करते हैं। यदि इसपर ध्यान न दिया जाए तो बड़ी बीमारी जैसे कि कैंसर होने का खतरा रहता है। सिगरेट पीने से मसूड़ों में पस बनता है। शुरुआत में उसमें सूजन आता है। वहीं इससे मरीज को काफी दर्द होता है। कई केस में उन्हें इमरजेंसी में ट्रीटमेंट करवाना पड़ता है। 
  4. पेरियोडोंटल समस्या : सिगरेट की किसी को लत लग जाए व वो ज्यादा इसका सेवन करने लग जाए तो आगे चलकर उसे पेरियोडोंटल समस्या होती है। दांत की हड्डी में मिनरल्स सहित पोषक तत्व खत्म होते हैं। सबसे अहम यह कि दांतों की मजबूती पर असर पड़ता है। 
  5. गोंद की समस्या है आम : सिगरेट में निकोटीन होता है और यह दांतों के लिए व हमारे शरीर के लिए काफी हानिकारक होता है। शुरुआत में इसका सेवन करने से मुंह में बैक्टीरिया बनते हैं व धीरे-धीरे दांत में प्लाक की समस्या होती है। यदि इसका ट्रीटमेंट न करवाया जाए तो गोंद की समस्या होती है। 
Smoking Oral Health

सही टूथपेस्ट का करें चयन कर करें दांतों की सफाई

वैसे लोग जो धूम्रपान करते हैं व जिनके दांतों में समस्या ज्यादा है उन लोगों को डॉक्टरी सलाह लेकर मेडिकल टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना चाहिए। कोशिश होनी चाहिए कि सामान्य टूथपेस्ट का इस्तेमाल न करें। इसके लिए डॉक्टरी सलाह जरूरी है। इसके अलावा दिन में दो बार ब्रश जरूर करना चाहिए। वहीं हर बार खाना खाने के बाद दांतों की सफाई करनी चाहिए। ऐसा कर बीमारियों से बचाव संभव है। 

इसे भी पढ़ें : दांतों का रंग बताता है कि कितने मजबूत हैं दांत, एक्सपर्ट से जानें किस रंग के दांत होते हैं सबसे ज्यादा हेल्दी

बीमारी से बचना है कि इन चीजों से बनाएं दूरी

  1. सिगरेट का सेवन : लोगों को यदि अपने दांतों को सुरक्षित रखना है तो कोशिश यही होनी चाहिए कि धूम्रपान न करें। तंबाकू युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। इसमें खैनी, जर्दा, पान मसाला आदि शामिल हैं। 
  2. आलू के चिप्स : आलू के चिप्स के साथ फास्ट फूड से परहेज करना चाहिए। यह खाद्य पदार्थ भी दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं। 
  3. सख्त पदार्थ : वैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए जो सख्त होते हैं। क्योंकि उसे चबाने व तोड़ने में दांतों को मशक्कत करनी पड़ती है, इससे दांत चोटिल हो सकते हैं। 
  4. शराब का सेवन : शराब पीना सिर्फ शरीर के लिए ही नुकसानहेद नहीं होता है बल्कि दांतों के लिए भी काफी हानिकारक होता है। इसमें मौजूद कैमिकल्स दांतों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। शराब पीने से मुंह में लार में कमी आती है, इस कारण दांतों की रक्षा कम होती है। 
  5. चॉकलेट का सेवन न करें : वैसे किसी पदार्थ का सेवन कम से कम करना चाहिए जिससे दांतों को नुकसान पहुंचता है। उसमें चॉकलेट भी आते हैं। यह दांतों में चिपक जाते हैं जो आगे चलकर कैविटी, गम सहित अन्य बीमारियों का कारण बनते हैं। इसमें बैक्टीरिया जमा होते जाता है व दांत खराब होते हैं।

बीमारी से बचाव के लिए छोड़ें ये बुरी लत

डॉक्टर बताते हैं कि सिगरेट पीना दांतों के लिए काफी नुकसानदेह है। ऐसे में लोगों को यही कोशिश करनी चाहिए कि जितना जल्दी संभव हो वो इस बुरी लत को छोड़ दें। इसके लिए चाहें तो नियमित तौर पर डेंटिस्ट की सलाह लेने के साथ दांतों का चेकअप करवा सकते हैं। डॉ. सिकंदर बताते हैं कि वैसे आम तौर पर लोगों को हर छह महीने में दांतों की नियमित जांच करवानी चाहिए। विदेशों में लोग ऐसा ही करते हैं। लेकिन भारत में लोग डेंटल हेल्थ को लेकर उतने जागरूक नहीं हैं। 

Read More Articles On Healthy Eating

Read Next

दूध वाली चाय, मसाला चाय, ब्लैक टी या ग्रीन टी: सेहत के लिए कौन सी चाय है बेस्ट, जानें डायटीशियन से

Disclaimer