अमेरिकी सिंगर सेलेना गोमेज को भी हुआ था Bipolar Disorder, जानें कब डिप्रेशन बाइपोलर डिसऑर्डर में बदल जाता है

बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज किया जा सकता है। यह एक दीर्घकालिक मानसिक स्थिति जरूर है, पर निरंतर देखभाल से ये ठीक हो सकता है।
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अमेरिकी सिंगर सेलेना गोमेज को भी हुआ था Bipolar Disorder, जानें कब डिप्रेशन बाइपोलर डिसऑर्डर में बदल जाता है

बाइपोलर डिसऑर्डर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें रोगी का दिमाग पल-पल बदलता रहता है। इस बीमारी में व्यक्ति कभी खुश होता है, तो कभी दुखी हो जाता है। वहीं बीमारी के बढ़ जाने पर ऐसे व्यक्ति आत्महत्या करने के लिए भी उतारू हो जाते हैं। हाल ही में अमेरिकी सिंगर सेलेना गोमेज (Selena Gomez) ने भी इस बीमारी से पीड़ित होने की बात कही। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू के वक्त गायिका माइली साइरस से बात कर बताया कि है उन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर हो गया था और जब उन्हें इसके बारे में पता चला तो वो डर गई थीं। पर जब उन्होंने इसे लेकर डॉक्टरों से बात की, तो उनके मन से इसे लेकर सभी  डर खत्म हो गए। 

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सिंगर सेलेना गोमेज बाइपोलर डिसऑर्डर के बारे में बात करते हुए कहती हैं कि " जब मुझे इससे मुझे परेशानी होने लगी तो मैं अमेरिका के सबसे अच्छे मानसिक अस्पतालों में से एक मैकक्लेन अस्पताल गई, और मैंने चर्चा की कि बहुत सारी अलग-अलग चीजों से गुजर रही हूं, मुझे एहसास हुआ कि मैं एक ही वक्त में बाइपोलर अहसासों से गुजर रही हूं। मैं पहले तो बहुत घबरा गई थी पर बाद में डॉक्टरों का बात से मुझे राहत मिली।'' बाद में मुझे अहसास हुआ कि मुझे डॉक्टरों से पहले बात करनी चाहिए थी। मैं सालों से डिप्रेशन से जूझ रही थी और मुझे पता भी नहीं चला। आइए अब जानते हैं ये बीमारी क्या है और डिप्रेशन से ये कैसे मिलता-जुलता है।

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बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) और डिप्रेशन (Depression)

बाइपोलर  डिसऑर्डर डिप्रेशन के हाई लेवल के रूप में जाना जाता है। ये एक ऐसी मानसिक बीमारी है, जो गंभीर उच्च और निम्न मूड लाती है और नींद, ऊर्जा, सोच और व्यवहार में परिवर्तन करती है। जिन लोगों को बाइपोलर डिसऑर्डर होता है, वो पहले डिप्रेशन के शिकार होते हैं और फिर इसका इलाज न करवा पाने के कारण बाइपोलर डिसऑर्डर के शिकार होने लगते हैं। ऐसे व्यक्ति कभी अत्यधिक खुश और उर्जावान महसूस करते हैं, तो कभी दुखी, निराश और सुस्त। तो कभी इसके बीच, वे आमतौर पर सामान्य महसूस करते हैं। इस तरह ये आपको एक बाइपोलर फीलिंग देती है। वहीं इस डिसऑर्डर में लोग हाइपोमेनिया के उच्च लक्षण भी महसूस करते हैं।

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बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण (Bipolar Disorder Symptoms)

  • -बाइपोलर डिसऑर्डर में व्यक्ति को कई सारी चीजें एक साथ महसूस होती हैं। इस रोग से पड़ित व्यक्ति का व्यवहार चिड़चिड़ा हो जाता है, तो कभी ऐसे व्यक्ति को नींद न आने की समस्‍या होती है। 
  • - बाइपोलर डिसऑर्डर में डिप्रेशन और थकान होना भी आम बात है। कुछ लोगों में ये पागलपन और डिप्रेशन दोनों ही एक साथ हो सकते हैं।
  • - इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को दिमाग से जुड़ी कई परेशानियां होने लगती हैं। वह किसी चीज के बारे में ज्यादा कुछ याज नहीं रख पाते, जिससे कारण ऐसे लोगों को भूलने की बीमारी हो जाती है।
  • - वहीं बाइपोलर डिसऑर्डर की समस्‍या अधिकतर उन लोगों में पायी जाती है जो शराब व नशीली दवाओं का उपयोग डिप्रेशन से बाहर आने के लिए करते हैं। ऐसे लोग शराब के इस्‍तेमाल से डिप्रेशन से बाहर तो नहीं आ पाते, बल्कि बाइपोलर डिसऑर्डर के शिकार हो जाते हैं।
  • - बेकार की चीजों पर बहुत पैसा खर्च करना भी इस बीमारी का आम लक्षण है। ऐसा व्यक्ति सोच ही नहीं पाता कि वह क्या कर रहा है। 

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बाइपोलर डिसऑर्डर से बचने के तरीके

  • -बाइपोलर डिसऑर्डर का प्रमुख कारण तनाव है इसलिए स्ट्रेस कम करें और योग और ध्यान की मदद लें।
  • -नशीले पदार्थो का सेवन करना बंद कर दें।
  • -बाइपोलर डिसऑर्डर में नियमित व्‍यायाम बेहतर उपाय हो सकता है इसलिए इसे अपने रूटीन में लाने की कोशिश करें।
  • -अपनी डाइट को संतुलित रखें।
  • -अपने दिमाग को सकारात्मक रखें और नकारात्मक चीजों से दूर रहें।

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