Why is Breast Milk Low in The Evening in Hindi: नवजात शिशुओं के लिए शुरुआत के 6 महीनों तक मां का दूध पीना उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है। इसलिए, अधिकतर महिलाएं अपने शिशुओं को ज्यादा से ज्यादा ब्रेस्ट मिल्क पिलाने की कोशिश करती हैं। लेकिन अक्सर कई महिलाएं शाम के समय कम ब्रेस्ट मिल्क प्रोड्यूस होने की समस्या का सामना करनी हैं। शाम को स्तन का दूध कम बनने के कारण परेशान रहती हैं, क्योंकि इसकी वजह से शिशुओं को शाम को पर्याप्त मात्रा में दूध पिलाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन इस समय महिलाओं में ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई कम क्यों हो जाती है, आइए मा-सी केयर क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉक्टर और स्तनपान सलाहकार डॉ. तनिमा सिंघल (Dr. Tanima Singhal, Pregnancy educator and Lactation Consultant at Maa-Si Care Clinic, Lucknow) से जानते हैं?
महिलाओं में शाम को दूध का उत्पादन कम क्यों हो जाता है?
स्तनपान सलाहकार डॉ. तनिमा सिंघल का कहना है कि, "शाम के समय हमारे शरीर में प्रोलैक्टिन नाम का हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। प्रोलैक्टिन हार्मोन हमारे शरीर में दूध को कोमल बनाने के लिए जिम्मेदार होता है और शाम के समय इसका स्तर कम होने पर दूध का उत्पादन कम हो सकता है, जिस कारण शाम में महिलाएं पर्याप्त मात्रा में दूध का उत्पादन नहीं कर पाती है। शाम को दूध का उत्पादन बेहतर रखने के लिए जरूरी है कि आप दोपहर में थोड़ा आराम करने की कोशिश करें और अपने खान-पान का बहुत ध्यान रखें और अगर आपके बच्चे का वजन ठीक तरह से बढ़ रहा है, तो आपको इस समस्या को लेकर परेशान होने की जरूरत नही है।"
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शाम को दूध की आपूर्ति बढ़ाने के लिए टिप्स
दोपहर में आराम करें
शाम के समय स्वस्थ दूध की आपूर्ति बनाए रखने के लिए आराम करना बहुत जरूरी है। दोपहर में थोड़ी देर की झपकी लेना या आराम करने से तनाव कम हो सकता है, जिससे शाम को दूध का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलती है।
संतुलित आहार लें
पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करने से ब्रेस्ट मिल्क का उत्पादन बढ़ सकता है। इसलिए, आप अपनी डाइट में प्रोटीन, हेल्दी फैट और साबुत अनाज से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। ओट्स, बादाम और पत्तेदार साग जैसे खाद्य पदार्थ दूध उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
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स्तनपान या पम्पिंग को बढ़ाएं
शाम को ज्यादा बार स्तनपान या पम्पिंग करने से आपके शरीर को ज्यादा दूध बनाने का संकेत मिल सकता है। क्लस्टर फीडिंग, जिसमें आपका शिशु थोड़े समय में बार-बार दूध पीता है, स्वाभाविक रूप से दूध के फ्लो को बढ़ा सकता है।
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शाम के समय ब्रेस्ट मिल्क का उत्पादन प्रोलैक्टिन हार्मोन का स्तर कम होने के कारण होता है, ऐसे में जरूरी है कि आप दोपहर के समय आराम करें, संतुलित आहार लें और शाम के दौरान स्तनपान को बढ़ाएं।
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