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पैर रहते हैं ठंडे और सर्दी नहीं होती बर्दाश्त? डॉक्टर से जानें क्या है वजह

सर्दियों में अक्सर रजाई और कंबल में बैठे रहने के बाद भी लोगों के पैर ठंडे रहते हैं। अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं, तो आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं।  
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पैर रहते हैं ठंडे और सर्दी नहीं होती बर्दाश्त? डॉक्टर से जानें क्या है वजह

Reasons for Always having Cold Feet: सर्दियों में लोग कंबल और रजाई के बिना नहीं बैठते हैं। ऐसे में उनका शरीर पूरी तरह से गर्म होता है, लेकिन पैर के तलवे बर्फ की तरह ठंडे रहते हैं।बता दें कि रातभर पैरों के ठंडे रहने की वजह से लोगों को नींद कम आती है। वह रातभर सर्दी में कांपते रह जाते हैं। अगर आपकी पूरी बॉडी गर्म रहती है, लेकिन पैर बर्फ की तरह ठन्डे रहते हैं, तो व्यक्ति को बहुत ज्यादा सर्दी लगने लगती है। वहीं, कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें पैर ठंडे रहने के साथ बहुत ज्यादा सर्दी लगने की भी परेशानी होती है। ऐसे में सवाल ये उठते हैं कि अन्य लोगों के मुकाबले ज्यादा ठंड लगने के पीछे क्या कारण है और लोगों के पैर रजाई में लेटने या बैठने के बाद भी ठंडे क्यों रह जाते हैं? इन सवालों का जवाब हमें बीएमएस और एमडी आयुर्वेदा डॉ. सुगंधा शर्मा ने दिया है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

पैर ठंडे क्यों रहते हैं और सर्दी बर्दाश्त क्यों नहीं होती है?- Reasons for Always having Cold Feet and Why People are Sensitive to Cold in Hindi

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डॉ. सुगंधा शर्मा के मुताबिक, पैरों के ठंडे रहने और अन्य लोगों के मुकाबले ज्यादा सर्दी लगने की समस्या महिलाओं में अधिक पाई जाती है। डॉ. शर्मा बताती हैं कि व्यक्ति को ये समस्याएं आयोडीन की कमी के कारण हो सकती हैं। बता दें कि एक सामान्य व्यस्क व्यक्ति को 150 माइक्रोग्राम आयोडीन की जरूरत होती है। अगर बात प्रेग्नेंट महिलाओं की होती है, तो उनके शरीर को 220 माइक्रोग्राम आयोडीन की जरूरत होती है। वहीं, स्तनपान करने वाली महिलाओं में यह आंकड़ा बढ़कर 290 माइक्रोग्राम आयोडीन बन जाता है। ऐसे में शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयोडीन मिलना बहुत जरूरी हो जाता है।

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आयोडीन की कमी से ज्यादा सर्दी क्यों लगती है?

बता दें कि आयोडीन की कमी से शरीर में थायरॉइड हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। इससे मेटाबॉलिज्म दर धीमी हो जाती है और शरीर को गर्मी पैदा करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, आयोडीन की कमी से होने वाले लक्षणों में वजन बढ़ना, थकान, गर्दन में बढ़ा हुआ थायराइड और त्वचा का रूखा होना आदि समस्याएं हो सकती हैं। आइए अब जानते हैं कि शरीर में आयोडीन की समस्या को कैसे कम किया जा सकता है।

 
 
 
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आयोडीन बढ़ाने के लिए डाइट में किन चीजों को शामिल करें?- Which Food is High in Iodine in Hindi

दही का सेवन करें

दही में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम जैसे पोषक-तत्व अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा, दही में विटामिन-डी और आयोडीन की अच्छी मात्रा होती है।

लहसुन का सेवन करें

लहसुन सेहत के लिए सुपर फूड से कम नहीं होता है। लहसुन में कैलोरी होने के साथ ही फाइटोन्यूट्रिएंट्स एनिथोल भी पाया जाता है। लहसुन इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है। इसमें आयोडीन अच्छी मात्रा में पाया जाता है।

ब्राउन राइस का सेवन करें

ब्राउन राइस में घुलनशील फाइबर होते हैं। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। बता दें कि ब्राउन राइस को आयोडीन का अच्छा स्रोत माना जाता है।

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अगर आपको बहुत ज्यादा ठंड लगती है या फिर आपके पैरों के तलवे रजाई में रहने के बाद भी बर्फ जैसे ठंडे रहते हैं, तो आपके शरीर में आयोडीन की कमी हो सकती है। इस कमी को दूर करने के लिए आप डाइट में ऊपर बताई चीजों को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा, आयोडीन युक्त नमक का सेवन भी किया जा सकता है।

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