
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (Rashtriya Kamdhenu Aayog) ने इस दीपावली से पहले कामधेनु अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य गाय के गोबर के उत्पादों को बढ़ावा देना है। वल्लव भाई कथीरिया जो कामधेनु आयोग के अध्यक्ष है, उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस दीपावली के अवसर पर देशभर में करीब 33 करोड़ गोबर के दीपक तैयार किए जाएं, साथ ही इसकी मदद से लक्ष्मी गणेश और सजावटी वस्तुओं को भी बनाया जाएगा।
कथीरिया ने इस अभियान के तहत गोबर से बनी वस्तुओं के फायदे बताएं, जिसमें वल्लव भाई कथीरिया का कहना था कि ये विकिरण यानी रेडिएशन जो मोबाइल से निकलने वाली किरण है उसे रोकने में हमारी मदद करता है, ये हमे कई गंभीर बीमारियों से भी बचाने का काम करेगा और ये वैज्ञानिक रूप से भी सही है।
रेडिएशन को कम करेगी गोबर से बनाई गई चिप
कथीरिया ने लोगों को बताया कि कैसे गोबर हमे मोबाइल से निकलने वाली रेडिएशन से बचाता है और कैसे हमे स्वस्थ रखता है। कथीरिया का कहना है कि अगर आप अपने घर में इस चिप का इस्तेमाल करते हैं या घर पर रखते हैं तो ये आपको विकिरण से होने वाले नुकसान से बचाने का काम करेगा और आपके घर को भी विकिरणमुक्त करेगा। इसके साथ ही बताया कि ये चिप प्रमाणित नहीं है, लेकिन इसके लिए कई परीक्षण किए गए हैं और ये किसी भी प्रयोगशाला में परीक्षित किया जा सकता है।
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गौसतवा कवच के नाम से है चीप
गाय के गोबर से बने इस चिप का नाम गौसतवा कवच है, जिसे राजकोट के श्रीजी गौशाला द्वारा तैयार किया गया है। आपको बता दें कि गायों के संरक्षण और विकास के उद्देश्य से त्योहारों के दौरान गाय के गोबर के उत्पादों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित अभियान शुरू किया है। इस सम्मेलन में कथिरिया ने लोगों से अपील की, कि इस दीपावली के अवसर पर चीनी दीयों का इस्तेमाल न किया जाए और पीएम मोदी द्वारा मेक इन इंडिया अभियान और स्वदेश को बढ़ावा देने के लिए ऐसे दीयों का इस्तेमाल करें।
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गैर सरकारी संगठनों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
गाय के गोबर से बनाने वाली वस्तुओं के निर्माण के लिए कामधेनु आयोग कुछ गैर सरकार संगठनों को ये काम सौपेगा और उन्हें इसके निर्माण के लिए प्रशिक्षण देगा। कथीरिया के अनुसार उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश ने एक-एक लाख दीयों की मांग की है जिन्हें तैयार करवा कर दिया जाएगा।
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