मच्छरों से बचने का सबसे अच्छा और सरल उपाय है मास्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल। जैसा कि हम सभी जानते हैं, मच्छरों के काटने से बहुत सी बीमारियां हो सकती हैं।वैसे तो कुछ शहरों और गांवों में लोगों को मच्छरों के साथ रहने की आदत होती है। लेकिन मच्छरों का भयावह रूप तब सामने आता है जब इनसे सम्बन्धित बीमारियां हमें नुकसान पहुंचाती हैं और कभी कभी जानलेवा भी सिद्ध होती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर वर्ष लगभग 515 मिलियन लोग मलेरिया जैसी बीमारी से प्रभावित होते हैं जिनमें से लगभग 1 से 3 मिलियन लोग मौत का शिकार हो जाते हैं ।
आज बाज़ार में बहुत से तरह के मास्किटो रिपेलेंट उपलब्ध हैं, लेकिन प्रेग्नेंट महिलाओं और बच्चों को मास्किटो रिपेलेंट्स का इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
मच्छरों से बचने के उत्पाद
डी इ इ टी
अगर आप अपनी त्वचा पर 24 प्रतिशत से अधिक मात्रा वाले डी इ इ टी का इस्तेमाल करते हैं तो इसका प्रभाव 4 से 6 घंटों तक रहता है । डी इ इ टी युक्त रिस्ट बैण्ड, एन्कल बैण्ड, नेक बैण्ड उतने प्रभावी नहीं होते। कुछ सालों से यह शोध का विषय रहा है कि डी इ इ टी हमारी स्किन के लिए नुकसानदायी तो नहीं लेकिन अभी तक ऐसा कोइ तथ्य सामने नहीं आया है।
डी इ इ टी का इस्तेमाल करते समय कुछ ध्यान रखने योग्य बातें
- उन रिपेलेंट्स का इस्तेमाल करें जिनमें डी इ इ टी की मात्रा 5 से 10 प्रतिशत हो।
- रिपेलेंट्स का इस्तेमाल दिन में एक बार से ज़्यादा ना करें।
- आंखों के आसपास और हाथों पर रिपेलेंट्स का इस्तेमाल ना करें।
पी मिथेन 3;8 डायोल
इस रिपेलेंट्स को लेमन युकलिप्टस आयल के नाम से भी जाना जाता है ा लेमन युकलिप्टस आयल का प्रभाव भी डी इ इ टी जैसा ही होता है लेकिन इसका प्रभाव डी इ इ टी से थोड़ा कम होता है, इसे दिन में दो बार से ज़्यादा ना लगायें और 3 साल से कम उम्र के बच्चों पर इसका इस्तेमाल ना करें।
परमेथ्रिन
परमेथ्रिन का इस्तेमाल सीधा त्वचा पर नहीं होना चाहिए, इसे कपड़ो, दीवारों और मच्छरदानी पर स्प्रे करना चाहिए। कुछ शोधों से ऐसा पता चला है कि अगर स्किन पर डी इ इ टी का और कपड़ों पर परमेथ्रिन का इस्तेमाल करें तो प्रभाव दोगुना हो जाता है।
सोयाबीन आयल
सोयाबीन आयल बच्चों के लिए भी सुरक्षित होता है, इसका प्रभाव 1 से 4 घंटों तक रहता है।
उत्पाद जो कि मच्छरों से बचने में ज़्यादा समय तक प्रभावी नहीं होते।
टॉप स्टोरीज़
- सिट्रोनेला आयल
सिट्रोनेला आयल ना तो डी इ इ टी जितना प्रभावी होता है और ना ही सुरक्षित ा यह आयल स्किन पर लगाने के बाद 30 मिनट से 2 घंटे तक ही प्रभावी होता है। कुछ लोगों को सिट्रोनेला आयल से एलर्जी हो जाती है और स्किन पर रैशेज़ भी पड़ जाते हैं। सिट्रोनेला आयल को 2 साल से कम उम्र के बच्चों को ना लगाायें ा दूसरे सिट्रोनेला उत्पाद जैसे सिट्रोनेला रिस्ट बैण्ड, एन्कल बैण्ड,नेक बैण्ड उतने प्रभावी नहीं होते।
- जेरेलियम, लैवेण्डर जैसे पौधों के आयल
पौधों के आयल जैसे जेरेलियम, लैवेण्डर मच्छरों से 30 मिनट से कम समय तक ही प्रभावी होते हैं इसलिए उनका प्रयोग बहुत प्रभावी नहीं होता ।
कुछ ऐसे उत्पाद जो कि मच्छरों से बचने में बहुुत प्रभावी नहीं होते हैं
- इलेक्ट्रानिक या अल्ट्रासोनिक डिवाइस
- मास्किटो ट्रैप
- जेरेनियम के पौधे
- सिट्रोनेला कैण्डल
- मास्चराइज़र जिनमें मास्किटो रिपेलेंट की मात्रा कम होती है ा
- रिस्ट बैण्ड ,एन्कल बैण्ड ,नेक बैण्ड जिनमें डी इ इ टी और सिट्रोनेला जैसे रिपेलेंट्स हों ा