मनुष्य हमेशा से ही अपनी समस्याओं का हल निकालने में माहिर है फिर वह समस्याए कोई छोटी हो या बड़ी। ठीक ऐसे ही हर बीमारी को दूर करने के भी कई तरीके है। बात करें मलेरिया बुखार की तो यह कोई नई बीमारी नहीं है लेकिन मलेरिया की रोकथाम अभी तक पूरी तरह से नहीं की जा सकी है। मलेरिया नियंत्रण के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं और किए जा चुके है। लेकिन इसके अलावा मलेरिया से बचाव के लिए कुछ और भी उपाय अपनाएं जा सकते है। आइए जानें मलेरिया रोकथाम के उपायों को।
- मलेरिया नियंत्रण के लिए सबसे पहले मच्छरों के प्रजनन पर नियंत्रण आवश्यक है क्योंकि मलेरिया का फैलाव मच्छरों के प्रसार और मच्छरों का मनुष्य तक प्रसार पर निर्भर करता है। यदि इन दोनों कारकों में से एक को भी घटा दिया जाए तो मलेरिया को नियंत्रित किया जा सकता है। मच्छरों के प्रजनन को कम करने के लिए उनके पैदा होने वाले स्थानों को नष्ट करने की कोशिश करनी चाहिए।
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- मच्छरों का प्रसार संख्याक घटाने के लिए दवाओं के छिड़काव के साथ-साथ मच्छरों के काटने से भी बचाव जरूरी है जिसके लिए थोड़ी सी देखभाल जरूरी हो जाती है। घर में जहां सबसे अधिक मच्छर पनपने की आशंका रहती हो वहां कीटनाशक दवाईयों का छिड़काव करना चाहिए।
- घरों के आसपास गंदगी न होने दे यदि पानी जमा है तो उसे साफ करें नहीं तो कीटनाशक दवाईयों का प्रयोग करें। पुराने रखे पानी को सप्ताह में एक बार बदले संभव न हो तो केरोसिन या अन्यो दवाईयां डालें। गंदे नालों को ढक कर रखें व समय-समय पर उनकी सफाई करवाते रहें। घर में कहीं भी व्यर्थ पानी जमा न होने दें।
- मलेरिया संक्रमण से बचने के लिए मच्छरदानी, मॉसकीटो ट़यूब, नेट इत्यादि का प्रयोग सोते समय करें। पूरी आस्तीन के कपड़े पहने।
- मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत मलेरिया निरोधक दवाएं ले या डॉक्टनर से संपर्क करें।
- मलेरिया प्रभावित क्षेञों में पहले से ही मलेरिया रोधी टीकें लगवाएं।
- मलेरिया प्रभावित क्षेञों में गुट बनाकर जागरूकता फैलाएं और लोगों को मलेरिया से बचाव के उपाय बताएं।