शरीर में इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाने के लिए रोज करें प्राणायाम, ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल

डायबिटीज आजकल की एक बेहद आम समस्या बन गई है, जिसमें इंसुलिन का उत्पादन सही तरीके से नहीं हो पाता है। ऐसे में आप प्राणायाम का अभ्यास कर सकते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
शरीर में इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाने के लिए रोज करें प्राणायाम, ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल


International Yoga Day 2023: डायबिटीज आजकल की एक बेहद आम समस्या बन गई है। खराब लाइफस्टाइल और तनाव, डायबिटीज के मुख्य कारण माने जाते हैं। यह बीमारी तब होती है, जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर अधिक हो जाता है। आपको बता दें कि शरीर में ग्लूकोज होता है, जिसे शरीर बनाता है। इसके अलावा, ग्लूकोज खाए जाने वाले भोजन से भी प्राप्त होता है। इंसुलिन हार्मोन ग्लूकोज को कोशिकाओं में ऊर्जा के लिए उपयोग करने में मदद करता है। लेकिन जब किसी व्यक्ति को डायबिटीज होता है, तो उसके शरीर में इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन नहीं हो पाता है या फिर शरीर इंसुलिन का ठीक से उपयोग नहीं कर पाता है। इस स्थिति में ग्लूकोज रक्त में ही रहता है और कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाता है। इससे ब्लड में शुगर का स्तर अधिक हो जाता है, जिससे व्यक्ति में डायबिटीज के लक्षण नजर आने लगते हैं। इससे आंखों, किडनी, नसों और हृदय को नुकसान पहुंच सकता है। इन समस्याओं से बचने के लिए डायबिटीज को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी होता है। डायबिटीज को नियंत्रण में रखने के लिए शरीर में इंसुलिन हार्मोन का सही तरीके से काम करना जरूरी होता है। ऐसे में इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन बढ़ाने के लिए आप रोजाना प्राणायाम कर सकते हैं। जी हां, प्राणायाम या ब्रीदिंग टैक्निक से इंसुलिन को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। आइए, आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2023) के मौके पर BeatO के चीफ क्लीनिकल ऑफिसर डॉ. नवनीत अग्रवाल से जानते हैं इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्राणायाम के फायदे- 

इंसुलिन बढ़ाने के लिए प्राणायाम के फायदे

डॉ. नवनीत अग्रवाल बताते हैं, 'प्राणायाम करने से मन को शांति मिलती है। इससे तनाव दूर होता है और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है।'

  • तनाव डायबिटीज का एक मुख्य कारण होता है। तनाव शरीर पर गंभीर प्रभाव डालता है, इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। ऐसे में प्राणायाम की मदद से तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है। प्राणायाम करने से आपका शरीर रिलैक्स होता है, इससे तनाव कम हो सकता है। साथ ही, ग्लूकोज का स्तर भी सामान्य हो सकता है।
  • प्राणायाम करने से इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिल सकती है। प्राणायाम करने से शरीर प्रभावी तरीके से इंसुलिन का उपयोग कर पाता है। दरअसल, प्राणायाम तनाव कम करता है और इससे नींद भी अच्छी आती है। नियमित प्राणायाम करने से मन और मस्तिष्क शांत होता है, जिससे इंसुलिन फंक्शन में सुधार होने लगता है। इससे ग्लाइसेमिक भी नियंत्रण में आने लगता है।
  • प्राणायाम करने से वजन को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। इससे मेटाबॉलिज्म भी दुरुस्त होता है, जिससे इंसुलिन सही तरीके से काम करने लगता है।
 
pranayam in diabetes

प्राणायाम कैसे करें? 

  • इसके लिए आप साफ वातावरण में बैठें।
  • अपनी दोनों आंखें बंद करें और गहरी सांस लेते रहें।
  • इस दौरान महसूस करें कि आपके फेफड़ों में हवा भर रही है। 
  • आप कपालभाति, अनुलोम-विलोम या भस्त्रिका का अभ्यास कर सकते हैं।
  • इनके अलावा, आप चाहें तो डीप ब्रीदिंग टैक्निक भी अपना सकते हैं।

अगर आप भी डायबिटीज रोगी है, तो आपको नियमित रूप से प्राणायाम का अभ्यास जरूर करना चाहिए। लेकिन इसके साथ ही, अपनी डायबिटीज की दवाइयां भी खाते रहें। अगर ब्लड शुगर का स्तर अचानक से बढ़ जाए, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

Read Next

अपान वायु मुद्रा करने से दूर होती हैं ये 5 समस्याएं, जानें इसे करने का सही तरीका

Disclaimer