क्या आपको कभी महीने में दो बार या 20 दिनों में दो बार पीरियड्स हुए हैं? तो घबराइए नहीं आप अकेली ऐसी महिला नहीं हैं। महीने में 2 बार पीरियड्स होने कई महिलाओं के साथ हो सकता है और यह ज्यादातर मामलों में सामान्य है। लेकिन यदि बार-बार ऐसा हो, तो आप डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं। हालांकि, कभी-कभी महीने में दो बार पीरियड्स आना हार्मोन में गड़बड़ी के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा, कभी-कभी यह सिर्फ एक आफ्टर-इफेक्ट या ओवर-वर्क के कारण होता है, जबकि कभी-कभी यह एक अंतर्निहित समस्या का संकेत हो सकता है। आइए यहां हर महिला को यह जानना चाहिए कि महीने में 2 बार पीरियड्स आने की क्या वजह हो सकती हैं। क्योंकि यह उनके मासिक धर्म के स्वास्थ्य को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने वाला विषय है। यहां 5 संभावित कारण हैं, जिनकी वजह से एक महिला को महीने में दो बार पीरियड्स आ सकते हैं।
1. ओवर-वर्क और स्ट्रेस
तनाव काफी हद तक आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। आप मानो या न मानो, तनाव कई स्वास्थ्य समस्याओं को ट्रिगर कर सकता है और मासिक धर्म भी उनमें से एक है। ज्यादातर कामकाजी महिलाएं तनावग्रस्त जीवन जीती हैं। एक व्यस्त दिन और खराब जीवन शैली वाली महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की स्थिति से पीड़ित होने की बहुत अधिक संभावना है। बहुत अधिक तनाव लेना पीरियड्स में गड़बड़ी के कारकों में से एक है।
2. ओवर एक्सरसाइज करने के कारण
एक्सरसाइज करना अच्छा है, लेकिन जरूरत से ज्यादा यानि ओवर एक्सरसाइजिंग खराब होती है। क्योंकि जब आप क्षमता से परे परिणाम उत्पन्न करने के लिए अपने शरीर को एक्सरसाइज करने के लिए मजबूर करते हैं, तो यह शरीर पर गलत प्रभाव डालता है। क्रैश डाइटिंग और जोरदार व्यायाम प्रजनन स्वास्थ्य सहित आपके शरीर के लिए कई तरह से हानिकारक हैं। इसलिए नियमित लेकिन सीमित एक्सरसाइज करें और शरीर को उचित आराम दें।
इसके अलावा, मौसम, वातावरण, पानी, भोजन आदि में बदलाव भी हार्मोन को प्रभावित कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOD) के लक्षाणों को कम और हार्मोन्स को संतुलित करने में मददगार है ये 4 बीज
3. थायरॉयड ग्रंथि की समस्या
कुछ महिलाओं में, हार्मोनल असंतुलन महीने में 2 बार या अनियमित पीरियड्स के पीछे का कारण होती है। थायराइड हार्मोन शरीर में महत्वपूर्ण हार्मोन में से एक है। इसका असंतुलन एक महीने में कई बार पीरियड का कारण भी बन सकता है। इसके अलावा, ऐसा पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम या पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं के साथ भी हो सकता है
4.गुड न्यूज यानि प्रेग्नेंसी
जी हां, हर बार जरूरी नहीं कि पीरियड रूकना ही प्रेग्नेंसी का संकेत हो, कई बार महीने में 2 बार पीरियड्स आना भी प्रेग्नेंसी हो सकता है। क्योंकि कई बार रूक-रूक कर कुछ दिन के अंतराल में ब्लीडिंग गर्भावस्था के दौरान संभव और अत्यधिक सामान्य है। इसलिए यदि आप प्रजनन आयु में हैं और गर्भधारण करने की योजना बना रहे हैं, तो जांच कराएं और वजह स्पष्ट करें।
इसे भी पढ़ें: प्रसव को आसान बनाने में मददगार है हिप्नोबर्थिंग, गायनोकोलॉजिस्ट से जानें क्या है ये तकनीक
5. प्रीमेनोपॉज
एक महिला जैसे ही मेनोपॉज की उम्र में पहुंचती है, तो अक्सर पीरियड्स में अनियमितता देखी जाती है। कभी-कभी, उन्हें 3-4 महीनों तक पीरियड्स नहीं होते, जबकि कभी-कभी उन्हें एक महीने में दो बार पीरियड्स होते हैं। यदि आप मेनोपॉज के नजदीक हैं, तो चिंता न करें। इसके अलावा, पीरियड्स में स्वच्छता बनाए रखें और सही उत्पाद चुनें ।
Read More Article On Women's Health In Hindi
Read Next
PCOD से पीड़ित महिलाओं के लिए फायदेमंद हैं ये 3 हेल्दी सीड्स, होर्मोनल असंतुलन को करेगा कंट्रोल
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version