बच्चे होने के बाद पति-पत्नी में इन 6 बदलावों के कारण आ सकती है दूरी, एक्सपर्ट से जानें इसे कम करने के तरीके

बच्चे के जन्म के बाद पति पत्नी को अपने जीवन में कुछ नकारात्मक और सकारात्मक दोनों बदलावों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में साथ चलना जरूरी है।
  • SHARE
  • FOLLOW
बच्चे होने के बाद पति-पत्नी में इन 6 बदलावों के कारण आ सकती है दूरी, एक्सपर्ट से जानें इसे कम करने के तरीके

आज के समय में पति पत्नी अपने जीवन में खुद को बच्चे के लिए तैयार करने से पहले उसकी सारी जरूरतों को पूरा करने के बारे में और खुद को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपने के बारे में कई बार सोचते हैं। और जब वह पूरी तरीके से तैयार हो जाते हैं और खुद को मानसिक रूप से भी तैयार कर लेते हैं तो उसके बाद ही वे बच्चे के लिए प्लानिंग करते हैं। लेकिन यहां सवाल यह है कि क्या सच में पति पत्नी बच्चा आने के बाद अपने द्वारा बनाई गई प्लानिंग को पूरी तरीके से अपना पाते हैं? अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ पति पत्नी के बीच में आपसी मतभेद या लड़ाईयां बच्चे के आने के बाद कई कारणों से होती हैं। ऐसे में इन कारणों के बारे में जानना जरूरी है, जिससे कि बच्चे की प्लानिंग के दौरान वे आने वाली परिस्थितियों के लिए भी खुद को तैयार करें। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बच्चे के लिए खुद को तैयार करने के साथ-साथ बच्चे के बाद होने वाले बदलावों का कैसे सामना करें। इसके लिए आईबीएस हॉस्पिटल दिल्ली की मैरिज काउंसलर शिवानी मिसरी साधो (Marriage Counselor Shivani Misri Sadhoo) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...

 

1 - समय की कमी हो जाना

यह एक आम बात है कि जब जीवन में किसी नए मेहमान का आगमन होता है तो हमारा समय भी बट जाता है। जो समय पति पत्नी एक दूसरे को देते हैं तो उसमें से आधा समय अब वे अपने बच्चे को भी देंगे, जिसके कारण कभी-कभी पति पत्नी केवल माता पिता बनकर ही रह जाते हैं। ऐसे में पति पत्नी बच्चे के साथ साथ कुछ समय अपने लिए भी निकालें। ऐसे में वे बड़े बुजुर्गों को अपने बच्चे की जिम्मेदारी थोड़ी वक्त के लिए दे सकते हैं। या जब बच्चा सो जाए तब वे एक-दूसरे के साथ कीमती वक्त बिता सकते हैं। 

इसे भी पढ़ें- शादी के बाद महिलाओं के शरीर, रूप, रंग में दिख सकते हैं ये 6 बदलाव, डॉक्टर से जानें इनका कारण

2 - प्यार भरी बातों में कमी

पति-पत्नी के जीवन में विश्वास के साथ-साथ प्यार और अपनेपन का होना बेहद जरूरी है। बच्चे आने के बाद अक्सर महिलाओं का ज्यादा समय बच्चे के साथ बितता है और वह अपनी पूरी ममता अपने बच्चे पर ही लुटा देती हैं। ऐसे में पति को ऐसा अहसास होने लगता है कि अब उनके जीवन में प्यार बचा ही नहीं है। और वो एक दूसरे से बोरियत महसूस करते हैं। ऐसी परिस्थिति में खासकर महिलाओं को थोड़ा सा प्यार अपने जीवनसाथी को देने की भी जरूरत है। इसके लिए महिलाएं बच्चे को सुलाने के बाद अपने पति से उसके पूरे दिन के बारे में जान सकती हैं या उनसे कुछ प्यार भरी बातें कर सकते हैं। इसे अलग पति भी पत्नी से बच्चे के अलावा कोई विषय पर बात कर सकता है।

3 - नींद की कमी होना

अक्सर बच्चे रात में ज्यादा रोते हैं, जिसके कारण पति-पत्नी को बार-बार अपनी नींद तोड़कर बच्चे को चुप कराना होता है। इसके कारण दोनों ही नींद की कमी से ग्रस्त हो जाते हैं या अनिद्रा के शिकार हो जाते हैं। इसके कारण उनके स्वभाव में चिड़चिड़ापन, सिर में दर्द, तनाव, चिंता आदि लक्षण नजर आ सकते हैं। जब ये लक्षण ज्यादा हो हावी हो जाते हैं तो पति पत्नी एक दूसरे पर अपनी झुंझलाहट या गुस्सा निकालते हैं। ऐसे में पति-पत्नी को मिलकर इस समस्या का सामना करना चाहिए। उनमें से कोई एक रात को उठकर बच्चे को संभाले। फिर अगले दिन दूसरा उसी काम को दोहराए। जब बारी बारी से एक-एक दिन में बच्चे को संभालेंगे तो दोनों ही अच्छे से नींद भी ले पाएंगे और चिंता और तनाव से दूर भी रह पाएंगे।

इसे भी पढ़ें- एक दूसरे को कम महत्व देने के कारण आपके रिश्ते में आ सकते हैं ये 5 बदलाव

4 - कौन लेगा बच्चे की जिम्मेदारी?

बच्चा आने के बाद ज्यादातर महिलाएं ही बच्चे की पूरी देखभाल करती हैं। ऐसे में कभी-कभी उनके मन में यह ख्याल आता है कि केवल मैं ही बच्चे की पूरी जिम्मेदारी उठा रही हूं। इसके कारण भी पति पत्नी के बीच में मनमुटाव हो जाता है। ऐसे में यदि शुरुआत में ही दोनों मिलकर बच्चे की जिम्मेदारी उठाएं या दोनों मिलकर बच्चे का ख्याल रखें तो इससे महिलाओं के मन में इस प्रकार का ख्याल नहीं आएगा और दोनों में प्रेम भी बना रहेगा। बच्चे के काम को बांटने के लिए वह किसी बड़े की भी मदद ले सकते हैं।

5 - पति पत्नी के बीच रोमांस की कमी

बच्चे के जन्म के बाद अक्सर महिलाएं अपना पूरा ध्यान बच्चे की परवरिश में निकाल देती हैं। उनके साथ खेलना, उन्हें खिलाना, उनके साथ रोना, उनके साथ हंसना आदि। इसके बीच में वे पति पत्नी के जीवन में रोमांस को बिल्कुल नकार देती हैं। यही कारण होता है कि उनकी सेक्स लाइफ भी इतनी दिलचस्पी नहीं रहती। ऐसे में बच्चे के बाद भी रोमांस और सेक्स लाइफ बढ़िया करने के लिए थोड़े समय के लिए बच्चे को दादी या परिवार के किसी अन्य सदस्य के पास छोड़ दें, जिससे वे उसका ध्यान रख सके और आप एक दूसरे को कुछ प्राइवेट समय दें सकें।

6 - अकेले ना जाएं घूमने

जब पति-पत्नी के बीच में एक बच्चा आ जाता है तो अक्सर उनका एक साथ बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन दोनों में से किसी एक का बच्चे के पास रहना जरूरी है। ऐसे में पाटर्नर अगर अकेला ही बाहर घूमने चला जाए तो इससे दोनों में से किसी एक को ठेस पहुंच सकती है और उन्हें ऐसा भी लग सकचा है कि अब उनके जीवनसाथी को उनकी जरूरत नहीं है। ऐसे में अकेले घूमने से अच्छा है कि वे कुछ समय अपने बच्चे को परिवार के किसी अन्य सदस्य को पास छोड़कर अपने जीवन साथी के साथ बाहर घूमने जाएं। इससे जीवन साथी को भी अपने महत्व के बारे में पता चलेगा।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि पति-पत्नी के जीवन में बच्चा आने के बाद कुछ बदलाव आते हैं। लेकिन अगर उन बदलावों का सामना दोनों मिलकर करें तो इससे न केवल प्यार बढ़ता है बल्कि बच्चे की परवरिश भी अच्छी होती है। इसके लिए अगर उनका परिवार उनका साथ दे तो पति पत्नी का रिश्ता और मजबूत हो जाता है।

इस लेख में फोटोज़ Freepik और shutterstock से ली गई हैं। 

Read More Articles on marriage life in hindi

Read Next

एक दूसरे को कम महत्व देने के कारण आपके रिश्ते में आ सकते हैं ये 5 बदलाव

Disclaimer