ऑस्ट्रेलिया की 'यूनिवर्सिटी ऑफ एडिलेड के रॉबिन्सन रिसर्च इंस्टीट्यूट के द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार, जो बच्चे जन्म के दौरान अधिक वजन के साथ पैदा होते हैं, उनमें बचपन में आने वाले समय में की एलर्जी जैसे- एक्जिमा, फूड एलर्जी आदि का अधिक खतरा होता है। जर्नल 'एलर्जी एंड क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी', में प्रकाशित अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जन्म के समय अधिक वजन और एलर्जी प्रतिक्रियाएं आपस में जुड़ी हुई हैं, जहां अधिक वजन वाले नवजात शिशुओं ने अपने बचपन में बाद में कई प्रकार की एलर्जी का सामना किया है।
शोधकर्ताओं की टीम ने एक्जिमा, फूड एलर्जी, हे फीवर, एलर्जी राइनाइटिस आदि से पीड़ित 2 मिलियन से अधिक लोगों के डेटा का अध्ययन किया। जिसमें कि टीम ने जन्म के समय अधिक वजन और एलर्जी के बीच एक संबंध स्थापित करने की कोशिश की। जिसमें कि शोधकर्ताओं ने पाया कि नवजात शिशु के वजन में प्रति किलोग्राम वृद्धि के साथ, एक्जिमा और फूड एलर्जी के विकास का जोखिम लगभग 17% और 44% बढ़ गया।
इसे भी पढें: इसे भी पढें: 5 साल से कम उम्र के 20 करोड़ बच्चों की सेहत पर खतरा, UNICEF ने जारी की चौंकाने वाली रिपोर्ट
"शोधकर्ताओं ने कहा कि बच्चों में एक्जिमा, बच्चों में बुखार, बच्चों में फूड एलर्जी, एनाफिलेक्सिस और अस्थमा सहित एलर्जी से दुनिया की 30-40 प्रतिशत आबादी प्रभावित होती है।"
“इस तेजी से स्पष्ट है कि अकेले आनुवंशिकी एलर्जी के विकास के जोखिमों का जिम्मेदार कारक नहीं हैं, बल्कि यह जन्म से पहले और आसपास के पर्यावरणीय जोखिम कारक भी एलर्जी के खतरे को बढ़ा या घटा सकते हैं। शोधकर्ताओं ने कहा, "हालांकि जन्म से पहले सीमित विकास - इंट्रा-यूटेरिन ग्रोथ प्रतिबंध (IUGR) - बाद के जीवन में कई एलर्जी के बढ़ते जोखिमों से जुड़ा हुआ है। यह एक बच्चे को एलर्जी के विकास के जोखिम के खिलाफ रक्षा के लिए मददगार है।"
इसे भी पढें: डायबिटीज रोगियों के लिए खतरनाक है स्लीप एपनिया, बन सकता है अंधेपन का कारण: स्टडी
इस मूल्यांकन के बाद, मांओं को अपने नवजात शिशुओं के वजन सामान्य से अधिक वृद्धि को देखने की सलाह दी गई थी। उन्हें इस तथ्य के बारे में पता होना चाहिए कि इससे उनके नवजात शिशु के आने वाले वर्षों में एलर्जी का विकास हो सकता है। पर्यावरणीय कारकों को संशोधित करके, इन जोखिमों को रोका जा सकता है। लेकिन हमेशा डॉक्टर से परामर्श लेने का सुझाव दिया जाता है। इसके अलावा, यदि आपको अपने बच्चे में एलर्जी का कोई संकेत या लक्षण दिखाई देता है, तो आप इसकी जांच करवाएं और सभी उपाय करें।
Read More Article On Health News In Hindi