कैंसर एक गंभीर बीमारी है। हर साल दुनियाभर की लाखों महिलाएं कैंसर का शिकार होती हैं। यह एक जानलेवा रोग है। यदि, समय रहते इसकी पहचान कर ली जाए, तो कैंसर का इलाज किया जा सकता है। इसके शुरुआती दौर में सामान्य रूप से कोई लक्षण महसूस नहीं होते हैं। डॉक्टर के अनुसार ज्यादातर महिलाओं व पुरुषों को कैंसर की जानकारी न होने के चलते यह रोग तेजी से बढ़ रहा है। यदि, समय रहते कैंसर के संभावित लक्षणों को नजरअंदाज न किया जाए, तो हर वर्ष लाखों लोगोंं को इस रोग से बचाया जा सकता है। शनिवार फोर्टिस अस्पताल, ओन्लीमायहेल्थ व सेहत क्लब की ओर से कैंसर के प्रति जागरुक करने के लिए वंसत विहार और वसंत कुंज में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें कैंसर की जांच के लिए फ्री मैमोग्राफी वैन लगाई गई।
कैंसर होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं। फिलहाल, शरीर की कोशिकाओं के डीएनए में परिवर्तन को कैंसर का मुख्य कारण माना जा सकता है। कैंसर महिलाओं और पुरुषों दोनों को प्रभावित कर सकता है। महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर में स्तनों में गांठ बनने लगती है। वैसे, तो हर गांठ कैंसर की ओर संकेत नहीं करती है। लेकिन, इसके बावजूद भी महिलाओं को सर्तकता बरतने की आवश्यकता होती है। कैंसर की जागरुकता के लिए ओनलीमायहेल्थ और फोर्टिस अस्पताल ने साथ मिलकर वंसत कुंज में जांच शिविर का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कैंसर की जांच के लिए अस्पताल की ओर से एक मैमोग्राफी वैन को वंसत कुंज क्षेत्र में लगाया गया था।
इसमें मैमोग्राफी से कैंसर के संभावित लक्षणों की पहचान की गई। यह जांच लोगों के लिए नि:शुल्क रखी गई थी। इस कार्यक्रम में 760 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली, वसंत कुंज और वसंत विहार के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के सदस्य शामिल हुए। इसके अतिरिक्त, कई साइकिलिंग ग्रुप (7XCC, रनबाज़ एथलीट्स, हैप्पी पैडलर्स क्लब, आर्मी कैडेट्स साइक्लिंग ग्रुप, साइकिल क्लब वसंत कुंज, अर्बन साइक्लिस्ट द्वारका, महरौली राइडर्स और साउथ दिल्ली साइक्लिस्ट्स) ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
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इस कार्यक्रम में आरजे नितिन को गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में आमंत्रित किए गये थे। कार्यक्रम में फोर्टिस कैंसर इंस्टीट्यूट, वसंत कुंज के डॉक्टरों की टीम भी शामिल हुई। इस कार्यक्रम में डॉ. विष्णु पाणिग्रही, समूह प्रमुख, चिकित्सा रणनीति और संचालन; महिपाल भनोट, बिजनेस हेड, एनसीआर (एफएमआरआई, एफएचएसबी और एफएचवीके), यश रावत, सुविधा निदेशक, अविक चौहान, विभागाध्यक्ष, प्रशासन; डॉ. अमित भार्गव, निदेशक, मेडिकल ऑन्कोलॉजी; डॉ. अमीश चौधरी, निदेशक, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी; डॉ. सिद्धार्थ साहनी, वरिष्ठ सलाहकार, स्तन ऑन्कोलॉजी आदि शामिल रहें।