दफ्तर में काम करना आपकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है। लेकिन, क्या आप इस बात से वाकिफ हैं कि इससे आपको सेहत संबंधी कई परेशानियां भी हो सकती हैं।
जानते हैं ऐसी ही कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों और उनसे बचने के उपायों के बारे में
तनाव है खतरनाक
ऑफिस के काम का अहम हिस्सा है तनाव। और इस तनाव का सीधा असर पड़ रहा है आपकी सेहत पर। तनाव के कारण कई रोग तो हो ही रहे हैं साथ कमर दर्द की शिकायत भी बढ़ती जा रही है। यूनाइटेड किंगडम में हुए एक सर्वे में बताया गया था कि दफ्तर में काम करने वाले करीब पचास लाख लोग भारी तनाव से गुजर रहे हैं। इसके साथ ही इस सर्वे में तनाव का कमर दर्द और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर के बारे में भी बताया गया था। जानकार मानते हैं कि तनाव दफ्तर में काम करने वाले लोगों के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है।
टॉप स्टोरीज़
क्या है तनाव के नुकसान
मानसिक तनाव के दौरान रक्त में कोरटिसोल हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है। अगर इस हार्मोन की मात्रा अधिक बनी रहे, तो इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ने लगती है। नतीजा यह होता है कि हम तनाव संबंधी कोल्ड और फ्लू के आसान शिकार बन जाते हैं।
कैसे निपटें तनाव से
यूके के हेल्थ एण्ड सेफ्टी एक्सीक्यूटिव तनाव से बचने के लिए अपने काम का तरीका बदलने की सलाह देता है। विभाग का कहना है कि लगातार तनाव में रहना आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में आप अगर काम करने के अपने तरीके को बदल सकें तो आपको काफी आराम मिल सकता है। इसके साथ आप योग, ध्यान और व्यायाम के जरिये भी तनाव को दूर रख सकते हैं। अगर आपको लग रहा है कि आप पर काम का अधिक बोझ है तो आपको इस बाबत अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात कर उसे अपनी परिस्थिति से अवगत कराना चाहिए।
कंप्यूटर से करीबी
कंप्यूटर से आपकी आंखों पर काफी दबाव पड़ता है। कंप्यूटर का अधिक प्रयोग आपकी सेहत पर विपरीत प्रभाव डालने का काम करता है। इससे हमारी कमजोर होने का खतरा भी होता है। इसके साथ ही तनाव और सिरदर्द जैसी समस्यायें भी हो सकती हैं। कंप्यूटर बेशक आपके काम के लिए जरूरी है, लेकिन लगातार उससे चिपके रहना आपके लिए ठीक नहीं।
क्या हैं नुकसान
इंवायरमेंटल साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में पाया था कि कंप्यूटर विकिरण से खुजली, त्वचा संबंधी समस्यायें और सिरदर्द जैसी परेशानियां हो सकती हैं। स्वीडन में हुई इस रिसर्च में कहा गया था कि इन सब तकलीफों की वजह वह अग्निरोधक कोटिंग होती है, जो कंप्यूटर पार्टस पर चढ़ी होती है। दिन के समय जब कंप्यूटर गर्म हो जाता है, तो यह कैमिकल हवा में घुल जाते हैं। यह कोटिंग जिस पदार्थ से बनी होती है वह केमिकल हथियारों में भी इस्तेमाल होता है।
कैसे बचें
कंप्यूटर पर ज्यादा देर तक नजरें गढाए न बैठे रहें। पौने घंटे से अधिक समय तक कंप्यूटर के सामने बैठे रहना आपको त्वचा संबंधी समस्याओं के साथ-साथ कमर दर्द और मांसपेशियों संबंधी अन्य तकलीफें भी दे सकता है। अगर आप भी अपने ऑफिस में केमिकलों के खतरों को लेकर चिंतित हैं, तो इसके लिए अपने हेल्थ सेफ्टी ऑफिसर से मिलें। इसके साथ ही अगर आपको कोई भी समस्या नजर आए, तो डॉक्टर से मिलने में देरी न करें।
वातावरण
आपके कार्यस्थल का वातावरण अत्यंत महत्त्वपूर्ण होता है। आपके ऑफिस का तापमान कितना है। एयरकंडीशनिंग कैसी है। और इसके साथ ही हवा के आने-जाने का रास्ता कैसा है। इन सब बातों का असर आपकी सेहत पर पड़ता है। 1990 के दशक के शुरुआत में यूके में लेजिओनराइरिस बीमारी काफी तेजी से फैल रही थी। जांच में पाया गया कि इसकी वजह एयरकंडीशनिंग सिस्टम है जिसकी वजह से यह इंफेक्शन फैल रहा था। अगर आपके ऑफिस के एयरकंडीशनर की नियमित सफाई नहीं होती है, तो यह आपको बीमार बना सकता है।
क्या हो सकती हैं परेशानियां
अगर आपका ऑफिस बहुत ज्यादा गर्म अथवा ठंडा है तो इससे कर्मचारी आलसी बन सकते हैं। उन्हें नींद आने की शिकायत हो सकती है। अगर आपको दफ्तर में काम करते हुए बहुत अधिक ठंड लग रही है, तो ऐसे में आप अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। अधिक ठंडा माहौल होने से आप कोल्ड और फ्लू के शिकार बन सकते हैं।
कैसे बचें
अगर आपको अपने ऑफिस में एसी के तापमान को लेकर कोई शिकायत है, तो इस संदर्भ में अपने एचआर से बात कर सकते हैं। आपके ऑफिस में खिड़कियां होनी भी जरूरी हैं, ताकि ताजा हवा अंदर आ सकते।
सारे दिन बैठे रहना ठीक नहीं
मोटापे की बड़ी वजह हमारी जीवनशैली है। घंटो टीवी और कंप्यूटर के सामने बैठे रहना और व्यायाम से जी चुराना मोटापे का अहम कारण है। अपनी कमर को किसी तकलीफ से बचाए रखने का सबसे अच्छा तरीका तो यही है कि आप हर बीस मिनट में अपने बैठने की पोजीशन बदलते रहें। स्ट्रेचिंग करते रहें। आपके लिए जरूरी है कि हर चालीस मिनट में आप थोड़ी-थोड़ी देर के लिए टहलते रहें।
क्या हो सकती हैं परेशानियां
मोटापा केवल फिटनेस के लिहाज से ही परेशानी का सबब नहीं है, बल्कि यह कमर दर्द जैसी तकलीफ भी दे सकता है। इसके साथ ही मोटापा हृदय रोग और डायबिटीज का भी एक अहम कारण है। मोटापा अपने आप में महामारी बन चुका है और अपने कुछ प्रयासों के जरिये आप इसे दूर कर सकते हैं।
कैसे बचें
अगर आप भी ऑफिस में काम करते समय कमर दर्द से परेशान हैं, तो कुछ व्यायाम अपना सकते हैं। इसके साथ ही स्ट्रेचिंग कर सकते हैं। कुर्सी पर ज्यादा देर बैठने से भी आपको कमर दर्द हो सकता है, इसलिए थोड़ा टहलते रहिए।