कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है, जिसके बारे में सोचते ही रूह कांपती है। आज दुनियाभर में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी ने कई लोगों को जकड़ा है। कैंसर के 100 से भी ज्यादा रूप हैं, जिनमें से एक है ब्रेस्ट कैंसर। ब्रेस्ट कैंसर को अधिकतर लोग महिलाओं की बीमारी मानते हैं, लेकिन शायद आप भी चौंकेंगे, यदि आपको ये कहा जाए कि ब्रेस्ट कैंसर पुरूषों को भी होता है। जी हो यह बात सौ तोले सच है कि पुरूष भी ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो सकते हैं। हालांकि उनमें यह आंकड़ा महिलाओं की तुलना में कम होता है।
डॉ. जी गिरीश, कंसल्टेंट सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, एस्टर सीएमआई हॉस्पिटल के अनुसार, "स्तन कैंसर पुरुषों के बहुत कम प्रतिशत होता है, जो महिलाओं की तुलना में लगभग 100 गुना कम है। लेकिन स्तन कैंसर यानि ब्रेस्ट कैंसर के कोई विशिष्ट कारण नहीं हैं। इसमें कुछ प्रतिशत परिवारों से चलती आ रही बीमारी हो सकती है। पुरूषों में ब्रेस्ट कैंसर में आमतौर पर स्तन में गांठ निप्पल के पीछे होती है या फिर निप्पल का बढ़ना, बगल में गांठ जैसे संकेत दिखते हैं। ऐसे में सावधानी ही सबसे पहला बचाव है। क्योंकि पुरूषो में ब्रेस्ट कैंसर काफी तेजी से फैलता है, इसलिए समय से इलाज ही बचाव है।"
टेस्टोस्टेरोन की कमी और ईस्ट्रोजन बढ़ोत्तरी है कारण
पुरुषों में महिलाओं की तुलना ब्रेस्ट कैंसर की बहुत कम प्रतिशत संभवना होती है। जिसके कई कारणों में से एक है टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी। पुरूषों में पाया जाने वाला टेस्टोस्टेरोन हार्मोन जब कम होने लगता है और ईस्ट्रोजन हार्मोन की अधिकता होने लगती है, तो यह पुरूषों में ब्रेस्ट कैंसर की वजह बन सकता है।
40 की उम्र के बाद अधिक खतरा
पुरूषों में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 40 की उम्र के बाद अधिक होता है। इसके अलावा इसके पीछे आनुवांशिक कारण भी काफी हद तक जिम्मेदार हो सकते हैं। अगर किसी के परिवार में जेनेटिक सिंड्रोम है, जिसकी वजह से टेस्टीज की सर्जरी हुई है,तो उनमें भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधिक होता है। क्योंकि टेस्टीज सर्जरी के बाद टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में कमी होने लगती है और ईस्ट्रोजन हार्मोन बनने लगते हैं। (पेशाब के समय दिखने वाले ये 5 लक्षण हो सकते हैं पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का संकेत, जानें इन्हें)
मोटापा और लिवर की समस्या
जिन लोगों में मोटापा होता हैख् उन्हें भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, लिवर और किडनी की समस्या है, तब भी इसका खतरा बढ़ सकता है। जिन्हें लिवर या किडनी में दिक्कत होती है, उनमें टेस्टोस्टेरोन मेटाबोलिज्म होने लगता है। जिससे टेस्टोस्टेरोन हार्मोन ईस्ट्रोजन हार्मोन में बदलने लगता है।
पुरूषों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
- सीने के आसपास दर्द रहित गांठ।
- निप्पल के नीचे की ओर गांठ।
- निप्पल से डिस्चार्ज।
- बगल में गांठ या ब्रेस्ट के आसपास किसी तरह का गड्डा होना।
- ब्रेस्ट में सूजन होना।
- त्वचा का संतरे के छिलके की तरह होना आदि। (ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को करना है कम तो डाइट में करें यह जरूरी बदलाव, जोखिम होगा कम)
ऐसे हो सकता है बचाव
पुरूषों में महिलाओं की तुलना में ब्रेस्ट कैंसर ज्यादा तेजी से फैलता है, इसलिए कोई भी ऐसा लक्षण दिखे, जो कि ब्रेस्ट कैंसर की ओर इशारा करता हो, तो डाक्टर से सलाह जरूर लें। बचाव के लिए लक्षणों के दिखते ही ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड, मेमोग्राफी और एफएनएसी करवाएं। यदि कैंसर बढ़ गया हो, तो स्टेज के अनुसार इलाज कराएं। जिसमें सर्जरी या कीमोथेरेपी की जाती है!
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