
National Vaccination Day 2023: वैक्सीनेशन यानी टीकाकरण हमें सुरक्षित और स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है। वैक्सीनेशन की मदद से हम सभी कई तरह की संक्रामक बीमारियों से अपना बचाव कर सकते हैं। इसलिए मानव शरीर को सुरक्षा प्रदान करने के मकसद से बच्चों, वयस्कों और बुजुर्गों को अलग-अलग तरह की वैक्सीन लगाई जाती है। वैक्सीनेशन के महत्व को आप कोविड 19 जैसी भयानक महामारी से समझ सकते हैं। जब दुनियाभर में कोरोनावायरस तेजी से फैला रहा था, तो वैक्सीन ने ही हम सभी को बचाया। अगर कोरोना वायरस की वैक्सीन न बनती, तो शायद इसके मामलों को धीमा करना नामुमकिन हो जाता। सिर्फ कोरोनावायरस ही नहीं, पोलियो को भी वैक्सीनेशन की मदद से खत्म किया गया है। वैक्सीनेशन के इसी महत्व को समझाने और बढ़ावा देने के लिए भारत में हर साल 16 मार्च को नेशनल वैक्सीनेशन डे (National Vaccination Day) मनाया जाता है। आपको बता दें कि आज दुनियाभर में कई बीमारियों से बचने के लिए वैक्सीन उपलब्ध हैं। वहीं, आने वाले कुछ सालों में भी नई वैक्सीन देश और दुनियाभर के बाजारों में आ सकती हैं। तो चलिए, मेडिसीड हेल्थकेयर एलएलपी के निदेशक डॉक्टर मनीष जैन से जानते हैं कि आने वाले सालों में कौन-कौन सी बीमारियों से बचने के लिए वैक्सीन देश में उपलब्ध हो सकती हैं।
जल्द आ सकती हैं इन 5 बीमारियों के लिए वैक्सीन- Advancement on Vaccine in India
1. डेंगू- Dengue
डेंगू एक वायरल इंफेक्शन है, जो एडीज मच्छर द्वारा फैलता है। मानसून के मौसम में डेंगू के मामले अधिक देखने को मिलते हैं। शरीर में दर्द, बुखार और लाल चकत्ते डेंगू के आम लक्षण होते हैं। लेकिन आपको बता दें कि कई मामलों में डेंगू जानलेवा भी होता है, क्योंकि इसमें इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है और प्लेटलेट्स गिरने लगते हैं। वैसे तो डेंगू का इलाज संभव है, लेकिन डेंगू से बचाव के लिए भारत में जल्द ही वैक्सीन आ सकती है। दरअसल, अमेरिका में डेंगू टेट्रावैलेंट वैक्सीन (Dengue Tetravalent Vaccine) को सीडीसी ( Centers for Disease Control and Prevention) की तरफ से मंजूरी मिल गई है। ऐसे में डॉक्टर मनीष जैन का कहना है कि डेंगू की यह वैक्सीन जल्द ही भारत में भी आ सकती है। इस वैक्सीन को छोटे बच्चों और 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए डेवलप किया गया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आने वाले सालों में भारत में डेंगू के मामलों में कमी देखने को मिल सकती है।
2. टीबी- Tuberculosis
टीबी एक संक्रामक रोग है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस बैक्टीरिया के संक्रमण की वजह से होता है। आमतौर पर टीबी फेफड़ों को प्रभावित करती है। इसके अलावा, टीबी किडनी, रीढ़ और मस्तिष्क समेत शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकती है। अगर समय पर टीबी का इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा हो सकती है। आपको बता दें कि 2021 में दुनियाभर में 1.6 मिलियन लोगों से टीबी की वजह से अपनी जान गवाई थी। टीबी से बचने के लिए फिलहाल दुनियाभर में एक ही वैक्सीन (बीसीजी) उपलब्ध है, लेकिन यह वैक्सीन भी ज्यादा प्रभावी साबित नहीं हुई। बीसीजी (Bacille Calmette-Guérin) वैक्सीन लोगों को हमेशा टीबी होने से नहीं बचा पाती है। ऐसे में टीबी की वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में रिसर्च चल रही है। डॉक्टर मनीष जैन बताते हैं कि इंडिया में भी टीबी की वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है। लेकिन इसके क्लीनिकल ट्रायल में अधिक समय लग रहा है। उम्मीद है कि आने वाले कुछ सालों में टीबी की वैक्सीन जनता तक पहुंच जाए। इससे लाखों लोग टीबी की चपेट में आने से बच सकते हैं।
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3. चिकनगुनिया- Chikungunya
चिकनगुनिया एक अल्फावायरस है, जो पिछले 20 वर्षों में दुनियाभर में फैल गया है। इस बीमारी में मरीज को तेज बुखार, हड्डियों में दर्द, सिरदर्द, थकान और कमजोरी जैसे लक्षणों का अनुभव होता है। यह बीमारी कुछ दिनों से लेकर महीनों तक बनी रह सकती है। वैसे तो चिकनगुनिया से कई लोग बच जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह जानलेवा भी होता है। दुर्भाग्य से वर्तमान में चिकनगुनिया से बचाव के लिए कोई वैक्सीन लाइसेंस प्राप्त नहीं है। हालांकि, कहा जा रहा है कि आने वाले कुछ सालों में चिकनगुनिया का वैक्सीन भी बाजार में उपलब्ध हो सकता है। डॉक्टर मनीष जैन बताते हैं कि भारत वर्तमान में इंडो-यूएस वैक्सीन एक्शन प्रोग्राम के रूप में चिकनगुनिया वैक्सीन पर काम कर रहा है। चिकनगुनिया का वैक्सीन अभी क्लिनिकल टेस्ट के अधीन है, जैसे ही टेस्ट पूरा हो जाएगा वैक्सीन बाजार में उपलब्ध होगा।
4. कोरोना वायरस- Coronavirus
कोरोनावायरस, एक ऐसी बीमारी जिसने साल 2019 के आखिरी महीनों में चीन में दस्तक दी थी। साल 2020 में यह वायरस दुनियाभर में फैल गया। कोरोनावायरस से करोड़ों लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं लाखों लोगों ने इसकी वजह से अपनी जान भी गवाई हैं। खांसी-जुकाम, बुखार, शरीर में दर्द और कमजोरी महसूस करना कोरोनावायरस के आम लक्षण हैं। इस बीमारी में शरीर की इम्यूनिटी कमजोर पड़ने लगती है, जिसकी वजह से व्यक्ति के शरीर में वायरस बढ़ता जाता है।
जब चीन में कोरोना वायरस का पहला मामला आया था, तो इससे पूरी दुनिया अंजान थी। हेल्थ एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स के पास कोरोनावायरस का कोई इलाज नहीं था। लेकिन धीरे-धीरे वैज्ञानिकों से कोरोना वायरस को समझा और लोगों को इससे बचाने के लिए कई वैक्सीन बनाई। आज इंडिया में भी कोरोनावायरस के खिलाफ काम करने वाली कई वैक्सीन मौजूद हैं। इनमें स्पुतनिक वी (Sputnik V), कोविशील्ड (Covishield), कोवैक्सिन (COVAXIN) जायडस कैडिला वैक्सीन (Zydus Cadila Vaccine), कोवोवैक्स (Covovax) और BBV154 इंट्रानेजल वैक्सीन (iNCOVACC) शामिल हैं। इंट्रानेजल वैक्सीन कुछ महीनों पहले ही मार्केट में आई है। इस वैक्सीन को नाक के माध्यम से दो अलग-अलग खुराक में दिया जाता है।
आपको बता दें कि इस समय दुनियाभर में कोरोनावायरस से बचने के लिए कई वैक्सीन उपलब्ध हैं, लेकिन कोविड 19 के लगातार नए स्ट्रेन आ रहे हैं। ऐसे में पुरानी वैक्सीन सभी स्ट्रेन पर प्रभावी नहीं है। इसलिए दुनियाभर में कोविड 19 के लिए कुछ ऐसी वैक्सीन पर काम चल रहा है, जो कोरोनावायरस के सभी स्ट्रेन पर कारगर साबित हो। वैज्ञानिक एक ऐसी वैक्सीन पर काम कर रहे हैं, जो सभी SARS-CoV-2 स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी होगा। उम्मीद लगाई जा रही है कि कोरोना वायरस की नई वैक्सीन जल्द ही मार्केट में उपलब्ध होगी।
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5. कैंसर- Cancer
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही लोगों के पैरों तले जमीन खिसक जाती है। जब किसी व्यक्ति को कैंसर निकलता है, तो वह खुद को कुछ ही समय का मेहमान समझने लगता है। लेकिन ऐसा नहीं है, कैंसर का इलाज मुमकिन है। कई लोग कैंसर को हराकर एक सामान्य जिंदगी जी रहे हैं। कैंसर कई तरह के होते हैं, इनमें ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर या फिर प्रोस्टेस कैंसर शामिल हैं। आपको बता दें कि दुनियाभर में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध हो गई है। इस वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ने बनाया है। यह वैक्सीन CERVAVAC के नाम से बाजार में मिल रही है। उम्मीद है कि आने वाले सालों में कैंसर के दूसरे प्रकारों से बचाव के लिए भी मार्केट में वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। इसके अलावा कैंसर के लिए आने वाले समय में एमआरएनए (mRNA) वैक्सीन भी आ सकती है। इस समय mRNA कैंसर वैक्सीन अभी ट्रायल फेस में है। इस वैक्सीन के आने पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के मामलों को कम करने में मदद मिल सकती है।
नेशनल वैक्सीनेशन डे 2023 की थीम- National Vaccination Day 2023 Theme in Hindi
हर साल 16 मार्च को नेशनल वैक्सीनेशन डे मनाया जाता है। वैक्सीन के महत्व को बढ़ाने के लिए हर साल वैक्सीनेशन डे के लिए अलग-अलग थीम रखी जाती है। नेशनल वैक्सीनेशन डे 2023 की थीम, "वैक्सीन वर्क फॉर ऑल" है। यानी इस साल वैक्सीन को लेकर इस बात पर जोर दिया जाएगा कि वैक्सीन सभी के लिए काम करती है। वैक्सीन लगाना सभी के लिए जरूरी है।