क्या उम्र बढ़ने पर होती है मोतियाबिंद की समस्या? जानें मोतियाबिंद से जुड़े ऐसे ही 5 मिथक और उनकी सच्चाई

Myths About Cataract: बचपन से हमने मोतियाबिंद के बारे में कई बातें सुनी होती हैं। लेकिन क्या यह सभी बातें सच हैं? आइये जानते हैं इस लेख में।   
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क्या उम्र बढ़ने पर होती है मोतियाबिंद की समस्या? जानें मोतियाबिंद से जुड़े ऐसे ही 5 मिथक और उनकी सच्चाई


Cataract Myths And Facts: आंखें हमारे शरीर का सबसे नाजुक और अहम हिस्सा होती है। यह इतनी नाजुक होती हैं कि जरा-सी धूल मिट्टी के संपर्क में आने से ही इंफेक्शन होने का जोखिम बढ़ जाता है। हमारा अन हेल्दी लाइफस्टाइल, स्क्रीन पर ओवर टाइम देना आंखों से जुड़ी समस्याओं का मुख्य कारण होते हैं। लेकिन कुछ समस्याएं इतनी साधारण होती हैं, कि उनकी वजह पता लगाना भी मुश्किल होता है। ऐसी ही आंखों से जुड़ी एक समस्या है मोतियाबिंद की। बचपन से हमने मोतियाबिंद से जुड़ी कई बातें सुनी होती है, जैसे कि मोतियाबिंद की समस्या उम्र बढ़ने के कारण होती है या समय के साथ यह समस्या दुबारा हो सकती है। लेकिन क्या ये सभी बातें सही है? या सिर्फ किसी प्रकार का मिथक है। आइये इस लेख के माध्यम से जानें मोतियाबिंद और इससे जुड़े कुछ मिथक की सच्चाई। 

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मोतियाबिंद से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई- Myths And Facts About Cataract 

मिथक- मोतियाबिंद की समस्या सिर्फ वृद्ध लोगों को होती है 

अधिकतर मामलों में यह समस्या केवल उम्र बढ़ने के साथ ही होती है। लेकिन कुछ मामलों में युवाओं में भी यह समस्या देखी गई है। इसके साथ ही कुछ खास प्रकार की दवाओं के कारण भी कुछ लोगों में यह समस्या देखी जा सकती है। 

मिथक - ज्यादा करीबी से काम करने से मोतियाबिंद हो सकती है

मोतियाबिंद की समस्या में व्यक्ति को नजदीक से काम करने जैसे कि किताब पढ़ने या सिलाई करने में समस्या आ सकती है। लेकिन ज्यादा करीबी से काम करने से  या ध्यान लगाने के कारण मोतियाबिंद की समस्या नहीं होती है। मोतियाबिंद से जुड़ा यह मिथक बिल्कुल गलत है। 

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मिथक- ऑपरेशन के बाद मोतियाबिंद दुबारा हो सकता है

ऑपरेशन के बाद मोतियाबिंद की समस्या दुबारा होना नामुमकिन है। कुछ लोगों को मोतियाबिंद के बाद दिखना धुंधला हो सकता है, लेकिन इसका कारण उम्र के साथ सिंथेटिक लेंस का खराब होना होता है। 

मिथक- मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद समस्या बढ़ सकती हैं 

मोतियाबिंद को आज तक के सबसे आसान ऑपरेशन्स में गिना जाता है। 95 प्रतिशत लोगों में इसके परिणाम उम्मीद के मुताबिक रहे हैं। लेकिन मोतियाबिंद के ऑपरेशन के कुछ दिन बाद तक ध्यान रखना जरूरी होता है। ऐसे में किसी भी भारी चीज को उठानें, झुकने या किसी चीज पर ध्यान लगाने की मनाही होती है। क्योंकि इससे आंखों पर जोर पड़ता है, जो समस्या का कारण बन सकता है। 

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मिथक- लाइफस्टाइल में बदलाव इस समस्या से छुटकारा दिला सकते हैं

मोतियाबिंद में आंखों की लेंस में खराब प्रोटीन और डेड सेल्स की परत जम जाती है, जिसे बिना ऑपरेशन हटा पाना मुश्किल हो सकता है। हेल्दी लाइफस्टाइल जैसे कि हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज मोतियाबिंद को धीमा कर सकता है, लेकिन रोक नहीं सकता। 

ऐसे ही किसी भी मिथक पर भरोसा करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। 

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