भ्रम : आंखों के व्यायाम करने से चश्मा देर से लगता है।
तथ्य : आंखों के व्यायाम करने से देखने की शक्ति नहीं बढ़ती और नाहि चश्मे की ज़रूरत को नज़रअंदाज़ किया जा सकता है। आपकी देखने की शक्ति बहुत सी दूसरी बातों पर भी निर्भर करती है जैसे आपकी आंखों का आकार आंखों के टिश्यू का स्वास्थ्य। आंखों के व्यायाम से ऐसी किसी भी स्थिति में आराम नहीं मिल पाता।
भ्रम : कम रोशनी में पढ़ने से आपकी आंखें खराब हो जाती हैं।
तथ्य : कम रोशनी में पढ़ने से आंखें खराब नहीं होतीं बल्कि हमारी आंखें थक जाती हैं। पढ़ने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि रोशनी सीधी आपकी किताब पर पड़े। ऐसी रोशनी जो सीधी आपके कंधों या आंखों पर पड़ती है उससे आपको पढ़ने में परेशानी होती है।
भ्रम :गाज़र खाने से आंखों की रोशनी ठीक होती है।
तथ्य : यह थोड़ा सच है क्योंकि गाज़र में विटामिन ए होता है और यह आंखों की रोशनी के लिए अच्छा होता है और विटामिन ए आंखों के लिए अच्छा होता है। बहुत सी ताज़ा सब्जियां और गहरे हरे रंग की सब्जि़यों में विटामिन सी, ई और एण्टीआक्सिडेंट्स बहुत अधिक मात्रा में पाये जाते हैं।
भ्रम : हर समय चश्मा पहनना अच्छा नहीं होता। अपनी आंखों को आराम देने के लिए कान्टैक्ट लैंस निकाल दें और अपनी आंखों को आराम दें।
तथ्य : अगर आपको दूर की चीज़े पढ़ने के लिए चश्मे की ज़रूरत है तो अपनी आंखों पर बिना किसी प्रकार का दबाव दिये हमेशा चश्मे का इस्तेमाल करें। चश्मे का इस्तेमाल ना करने से आपकी आंखों पर अतिरिक्त दबाव ही पड़ेगा। चश्मे का इस्तेमाल करने से आपकी आंखों पर किसी भी प्रकार की दबाव भी नहीं पड़ता है।
भ्रम :पूरे दिन कंप्यूटर के सामने बैठना आंखों के लिए हानिकारक है।
तथ्य:हालांकि कंप्यूटर के इस्तेमाल से आंखों पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं पड़ता लेकिन पूरा दिन कंप्यूटर के सामने बैठने से आपकी आंखों पर तनाव पड़ सकता है और आंखें थक सकती हैं। प्रकाश को इस प्रकार से संतुलित करें जिससे कि आपकी आंखों पर अतिरिक्त दबाव ना पड़े। कंप्यूटर का इस्तेमाल करने का एक और अच्छा तरीका है कि आप हर एक घण्टे पर अपनी आंखों को थोड़ा आराम दें । बहुत देर तक लगातार कंप्यूटर पर काम करने वाले अपनी पलकों को झपकाना भूल जाते हैं और इस कारण से आंखें शुष्क पड़ जाती हैं। अपनी पलकों को लगातार झपकाने की कोशिश करें।