ज्यादातर विटामिन और सप्लीमेंट्स की गोलियां सेहत के लिए हानिकारक, वैज्ञानिकों ने किया दावा

शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि विटामिन सी कैप्सूल जैसी आम गोलियां स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित नहीं हुई हैं। बल्कि विटामिन सप्‍लीमेंट जानलेवा साबित हो सकती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके बजाए, फल और सब्जियों के सेवन से आप विटामिन, मिनरल और अन्‍य पोषक तत्‍व आसानी से प्राप्‍त हो सकता है।
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ज्यादातर विटामिन और सप्लीमेंट्स की गोलियां सेहत के लिए हानिकारक, वैज्ञानिकों ने किया दावा


शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि विटामिन सी कैप्सूल जैसी आम गोलियां स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित नहीं हुई हैं। बल्कि विटामिन सप्‍लीमेंट जानलेवा साबित हो सकती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके बजाए, फल और सब्जियों के सेवन से आप विटामिन, मिनरल और अन्‍य पोषक तत्‍व आसानी से प्राप्‍त हो सकता है।

दरअसल, अमेरिकी कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित के समीक्षा के मुताबिक, सेंट माइकल अस्पताल और टोरंटो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने विटामिन की सबसे आम खुराक यानी सप्‍लीमेंट का अध्‍ययन किया। इसमें विटामिन ए, बी1, बी2, बी3 (नियासिन), बी6, बी9 (फोलिक एसिड), सी, डी और ई के अलावा मिनरल बीटा कैरोटीन, कैल्शियम, आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और सेलेनियम का अध्‍ययन किया।   

अध्‍ययन में  शोधकर्ताओं ने पाया कि मल्टीविटामिन, विटामिन डी, कैल्शियम और विटामिन सी से कोई नुकसान नहीं हुआ, हालांकि ह्रदय संबंधी बीमारियों, दिल का दौरा, स्‍ट्रोक या असमय मौत के बचाव में भी इन सप्लीमेंट्स की कोई भूमिका नहीं दिखी। शोधकर्ताओं ने अध्‍ययन में यह भी पाया कि नियासिन और एंटीऑक्सिडेंट समेत कुछ सप्‍लीमेंट्स ने यह संकेत दिए कि वे वास्तव में हानिकारक हो सकते हैं, क्योंकि सप्‍लीमेंट्स द्वारा मौत के जोखिम भी रिसर्च में दिखार्इ दिए।

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विटामिन सप्‍लीमेंट्स में से एक फोलिक एसिड में कुछ साकारात्‍क पहलू के प्रभाव सामने आए जोकि ह्रदय रोग या स्‍ट्रोक के जोखिम को कम करने की क्षमता दिखाई दी। शोध के बाद वैज्ञानिकों का कहना था कि "लोगों द्वारा उपभोग की जाने वाली विटामिन सप्‍लीमेंट के इतने कम प्रभाव दिखने से हम आश्‍चर्यचकित हुए"

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