हार्ट बाईपास सर्जरी एक महत्वपूर्ण सर्जरी में से एक है। यह हृदय की क्षति को रोकने के लिए और रोगी के हृदय स्वास्थ्य को सुरक्षित करने के लिए की जाती है। ऐसे कई समस्याएं हैं, जिनसे एक व्यक्ति सर्जरी के बाद पीड़ित हो सकता है, जिसमें नींद न आना या अनिद्रा बहुत आम समस्या है। अधिकांश रोगी सर्जरी के बाद अनिद्रा के लक्षणों का अनुभव करते हैं जो उनके समग्र स्वास्थ्य को बाधित कर सकता है। ऐसे में कुछ लोग नींद की दवाएँ लेते हैं, जबकि कुछ लोगों में इनके कुछ लंबे दुष्प्रभाव हो सकते हैं। लेकिन वहीं अगर आप सुबह के समय व्यायाम जैसे एरोबिक्स और मॉर्निंग वॉक करते हैं, तो यह स्थिति को आसान बना सकता है। ऐसा में हाल में किए गये एक अध्ययन में भी पाया गया है। अधिक जानने के लिए इस लेख को आगे पढ़ें।
व्यायाम और नींद के बीच संबंध
हाल में यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ईएससी) की वैज्ञानिक पत्रिका में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, सुबह के हल्के व्यायाम करने से रात में अच्छी व आराम की नींद लेने में मदद मिल सकती है। खासकर हार्ट बाईपास सर्जरी के बाद, रोगियों को अक्सर अनिद्रा जैसी समस्याओं का अनुभव करना पड़ता है, लेकिन मार्निंग एक्सरसाइज में जैसे हल्के एरोबिक एक्सरसाइज या वॉक करने से अनिद्रा की स्थिति से राहत पाने में मदद मिल सकती है।
काहिरा विश्वविद्यालय मिस्र के और इस अध्ययन के प्रमुख लेखक, डॉ. हैडी एटेफ ने कहा, “कई रोगियों को दिल की बाईपास सर्जरी के बाद सोने में परेशानी होती है। जब यह समस्या छह महीने से आगे रहती है, तो यह दिल की स्थिति को बदतर और बिगाड़ सकती है। जिसके बाद रोगियों को सर्जरी को दोहराने के जोखिम पैदा हो सकता है। इसलिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि बाईपास सर्जरी के बाद नींद में सुधार के तरीके खोजे जाएं। ”
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उन्होंने कहा, सामान्य तौर पर, हम डॉक्टरों को यह कहते हुए पाते हैं कि शारीरिक परिश्रम नींद को बेहतर बनाने में मदद करता है। लेकिन दिल के रोगियों के मामले में भी यह सच है लेकिन उन्हें इसमें हल्के-फुल्के व्यायाम करने चाहिए, जो शरीर को उभारने और एक ही समय में दिमाग को तनावमुक्त करने में मददगार हैं।
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45 से 65 वर्ष की आयु लभगग 80 लोगों के साथ किया गया अध्ययन
नींद पर व्यायाम के प्रभाव को खोजने के लिए अतीत में कई अध्ययन किए गए हैं। लेकिन उन्होंने कार्यात्मक क्षमता (गतिविधि की क्षमता) को शामिल नहीं किया, जिससे सर्जरी के बाद गिरावट की संभावना है।
यह शोध 45 से 65 वर्ष की आयु के लगभग 80 हार्ट बाईपास सर्जरी के रोगियों, जिनमें कम कार्यात्मक क्षमता के साथ नींद की समस्याओं का सामना करने वालों पर किया गया था। इसमें शोधकर्ताओं ने तीन परीक्षण किए गए थे जिनमें शामिल हैं:
- कार्यात्मक क्षमता का परीक्षण
- नींद की गुणवत्ता का परीक्षण
- आराम की निगरानी के लिए एक्टिग्राफ टेस्ट

अध्ययन में यह पाया गया कि ज्यादातर लोगों को रात में अनिद्रा का सामना करना पड़ा, लेकिन वह दिन भर सोते रहे। फिर, उन्हें अनिद्रा से निपटने के लिए एक प्रभावी तरीका खोजने के लिए दो व्यायाम समूहों में विभाजित किया गया।
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डॉ. आटेफ ने कहा, "दिल के रोगियों के लिए हमारी सिफारिश सोने में कठिनाई और उनकी सामान्य गतिविधियों को करने के लिए केवल एरोबिक व्यायाम करना है। हमें लगता है कि रेसिस्टेंस एक्सरसाइज के लिए इन रोगियों के लिए उच्च स्तर की आवश्यकता होती है। यह तनाव हार्मोन के रिलीज होने को प्रेरित कर सकता है, जो नकारात्मक रूप से नींद को प्रभावित करते हैं। ”
रोजाना 30 से 45 मिनट करें एरोबिक एक्सरसाइज
शोधर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला, "एरोबिक एक्सरसाइज का मतलब शारीरिक गतिविधि है, जिसमें बहुत उच्च स्तर की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसी गतिविधि का चयन करें जिसमें आपको पैदल चलना, साइकिल चलाना या तैरना शामिल हो। 30 से 45 मिनट का लक्ष्य रखें और इसे सुबह करें। ऐसा इसलिए क्योंकि शोध से पता चलता है कि सुबह के समय एक्सरसाइज करना हार्मोन मेलाटोनिन को रिलीज़ करता है। जो हमें रात को अच्छी नींद में मदद करता है।"
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