Moringa Leaves Benefits for children : आजकल के जंक और प्रोसेस्ड फूड जमाने में बच्चों को बीमारियों से मुक्त रखना काफी मुश्किल काम है। इस प्रकार के खाने के कारण बच्चों में कुपोषण, कमजोर इम्यून सिस्टम, बार-बार बीमार होना और विटामिन की कमी आम समस्याएं बन गई हैं। बच्चों को होने वाली इन परेशानियों से राहत दिलााने के लिए कई बार पेरेंट्स दवाएं, एंटीबायोटिक्स और कई प्रकार के सप्लीमेंट देते हैं।
लेकिन इस तरह के सप्लीमेंट एक समय के बाद बच्चों के स्वास्थ को नुकसान पहुंचाते हैं। बच्चों को बीमारियों से बचाने और इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने में सहजन के पत्ते काफी फायदेमंद होते हैं। सहजन के पत्तों में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन सी, ए, फाइबर और ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। बच्चों की डाइट में सहजन के पत्तों को शामिल करने से उनका शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होता है। आइए जानते हैं दिल्ली के भाग्य आयुर्वेदा की न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन पूजा सिंह से जानते हैं, बच्चों को सहजन के पत्ते खिलाने के फायदों के बारे में।
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1. इम्यूनिटी को बनाए स्ट्रांग
बच्चों को सहजन की पत्तियां खिलाने से उनकी इम्यूनिटी स्ट्रांग बनाती है। सहजन के पत्तों में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी , ए और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये पत्ते बच्चों को खिलाने से सर्दी, बुखार और खांसी की परेशानियां कम होती है। सहजन के पत्ते बच्चों को खिलाने से संक्रामक और मौसमी बीमारियों का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
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2. हड्डियों को बनाए मजबूत
सहजन के पत्तों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और फॉस्फोरस होता है, जो बच्चों की हड्डियों और दांतों के विकास के लिए जरूरी हैं। बढ़ते बच्चों को सहजन के पत्ते खिलाने से हड्डियां मजबूत बनती हैं।
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3. दिमागी विकास को बनाए बेहतर
डाइटिशियन के अनुसार, सहजन में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, विटामिन A और आयरन बच्चों के दिमाग के विकास को बेहतर बनाता है। सहजन के पत्ते बच्चों को खिलाने से उनका ध्यान केंद्रित करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है।
4. एनीमिया को करता है दूर
भारतीय बच्चों में खून की कमी यानि की एनीमिया की परेशानी बहुत ही आम है। सहजन के पत्तों में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। बच्चों की डाइट में इसे शामिल करने से ये हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है। जिससे एनीमिया की बीमारी दूर होती है।
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5. पाचन क्रिया को करता दुरुस्त
सहजन के पत्तों में मौजूद फाइबर बच्चों की पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। बच्चों की डाइट में सहजन के पत्ते शामिल करने से ये मल को मुलायम बनाकर मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं। नियमित तौर पर सहजन के पत्ते खाने से पेट में दर्द, कब्ज और गैस की परेशानी दूर होती है।
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बच्चों को सहजन के पत्ते कैसे खिलाएं- How to feed drumstick leaves to children
डाइटिशियन का कहना है कि बच्चों को सहजन के पत्ते खिलाना एक मुश्किल काम होता है। इसे आप साग, दाल या सूप में मिलाकर बच्चों को खिला सकते हैं। इसके अलावा सहजन के पत्तों को परांठे, इडली और उपमा में डालकर खिला सकते हैं।
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निष्कर्ष
सहजन के पत्ते बच्चों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। ये बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में मददगार होते हैं। अगर आप बच्चों की डाइट में सहजन के पत्तों को शामिल करना चाहते हैं, तो इस विषय पर एक बार डॉक्टर से बात करें।
FAQ
सहजन के पत्ते खाने से कौन सी बीमारी ठीक होती है?
सहजन के पत्तों को आयुर्वेद में सुपरफूड कहा गया है। इन पत्तों में विटामिन सी और आयरन की प्रचुर मात्रा होती है। इसका सेवन करने से एनीमिया और जोड़ों के दर्द में जैसी बीमारियां ठीक होती हैं।सुबह खाली पेट सहजन का पत्ता खाने से क्या होता है?
सहजन का पत्ते को सुपरफूड कहा जाता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। सुबह खाली पेट सहजन के पत्तों का सेवन करने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। इससे लिवर और किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है।सहजन के पत्ते कब नहीं खाने चाहिए?
प्रेग्नेंसी के दौरान सहजन के पत्तों का सेवन करना सुरक्षित नहीं माना जाता है। इसके अलावा लो ब्लड प्रेशर, थायराइड जैसी बीमारियों में भी सहजन के पत्तों का सेवन करने मनाही होती है। जो किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे हैं, उन्हें भी सहजन के पत्तों को नहीं खाने की सलाह दी जाती है।