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CFL बल्‍ब में मौजूद मरकरी पहुंचा सकती है सेहत को नुकसान, जानें क्‍या कहती है नई स्‍टडी

सीएफएल बल्‍ब में मौजूद मरकरी से सेहत को नुकसान पहुंच सकता है, जानते हैं नई स्‍टडी से जुड़ी जानकारी 
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CFL बल्‍ब में मौजूद मरकरी पहुंचा सकती है सेहत को नुकसान, जानें क्‍या कहती है नई स्‍टडी


हम सबके घरों में बल्‍ब का इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। बल्‍ब में मौजूद मरकरी से आपकी सेहत ब‍िगड़ सकती है। क‍िडनी और हार्ट के ल‍िए भी मरकरी का इस्‍तेमाल हान‍िकारक माना जाता है। द‍िल्‍ली में स्‍थ‍ित‍ पर्यावरण संगठन टॉक्‍स‍िक्‍स ल‍िंक की स्‍टडी में ये बात सामने आई है क‍ि ज्‍यादातर घरों में बल्ब को घरेलू कचरे के साथ म‍िलाकर फेंका जाता है और ये ही बल्‍ब प्रकृत‍ि के साथ म‍िलकर हमारी सेहत को दूष‍ित करते हैं। इस स्‍टडी को आगे हम व‍िस्‍तार से जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

mercury          

image source: china.com

क्‍या कहती है स्‍टडी? 

द‍िल्‍ली में स्‍थि‍त‍ पर्यावरण संगठन टॉक्‍स‍ि‍क्‍स ल‍िंक ने एक स्‍टडी पब्‍ल‍िश की है ज‍िसका नाम है द एंड ऑफ लाइट। स्‍टडी के मुताब‍िक भारत के शहरों में सीएफएल और फ्लोरोसेंट लैंप के ल‍िए टेक-बैक मैकेन‍िज्‍म यानी बल्‍ब को वाप‍िस लौटने की कमी है और जो अनौपचार‍िक समूह र‍िसाइकल‍िंग करते हैं उनकी संख्‍या कम है और इसके चलते पारा हमारे पर्यावरण में जाकर हमारे प्रदूषण को खराब करता है।   

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ज्‍यादातर शहरों में घरेलू कचरे के साथ बल्‍ब फेंका जाता है 

स्टडी के मुताब‍िक छह शहरों में कचरा ब‍िनने वाले 87 प्रत‍िशत लोग और नगर न‍िगम से कचरा लेने वाले 88 प्रत‍िशत लोग के बीन बैग में पारा वाले लैंप या बल्‍ब पाए गए। स्‍टडी के मुताब‍िक लैंप संभालने वाले ज्‍यादातर कर्मचारी मानदंडों का पालन नहीं कर रहे थे। ज्‍यादातर लैंप में कोई पीपीई यानी व्‍यक्‍त‍िगत सुरक्षा उपकरण नहीं पहना था। हमारे देश में अभी भी मरकरी लैंप का उपयोग क‍िया जा रहा है। छह में से चार शहरों के 50 प्रत‍िशत उपभोक्‍ता खराब लैंप को कचरे के साथ फेंक रहे हैं।

गर्भवती मह‍िलाओं और बच्‍चों पर पड़ता है पारा का बुरा असर   

टॉक्‍सि‍क्‍स ल‍िंंक की इस स्‍टडी में द‍िल्‍ली एनसीआर, जयपुर, गोवा, व‍िजयवाड़ा, भोपाल, रांची जैसी छह मुख्‍य क्षेत्रों को शाम‍िल क‍िया गया। मरकरी हमारे नर्वस स‍िस्‍टम पर बुरा असर डालता है और क‍िडनी के ल‍िए भी मरकरी के संपर्क में आना बुरा माना जाता है। मरकरी का बुरा असर गर्भवती मह‍िलाओं और बच्‍चों पर पड़ सकता है। टॉक्‍स‍िक्‍स ल‍िंक की मुख्‍य कार्यक्रम समन्वयक प्रीति महेश ने बताया उपभोक्‍ताओं के पास अपने लैंप को फेंकने का कोई अच्‍छा तरीका मौजूद नहीं है, वे बल्‍ब को रोज के कचरे के साथ फेंक देते हैं और बाद में लैंडफ‍िल के साथ म‍िक्‍स हो जाते हैं या दोबारा उठा ल‍िए जाते हैं। 

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मरकरी से सेहत को नुकसान (Disadvantages of mercury for health) 

mercury side effects

image source: adventknows.com

  • अगर आपको घबराहट, च‍िंंता, ड‍िप्रेशन या अन्‍य समस्‍या है तो हो सकता है ये आपके शरीर में मरकरी के लक्षण हों। 
  • मरकरी के कारण र‍िप्रोडक्‍ट‍िव हेल्‍थ पर बुरा असर पड़ सकता है। 
  • क‍िडनी में इंफेक्‍शन का कारण भी मरकरी हो सकती है।
  • मरकरी आपकी इम्‍यून‍िटी को खराब कर देता है।
  • मरकरी के कारण हार्ट रेट बढ़ सकता है, मरकरी के चलते हाई बीपी की समस्‍या भी हो सकती है। 

मरकरी हर हाल में आपकी सेहत के ल‍िए खराब है, आपको सेहत का ध्‍यान रखने के ल‍िए इससे बचना चाह‍िए।

Study link: https://toxicslink.org/Publication/Toxicityattheendoflight

main image source: oeo.com, neurologicalwellness

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