What is Jealousy in Hindi: नाराजगी, गुस्सा, चिड़चिड़ापन और खुशी के भाव इंसान में आम हैं। हर व्यक्ति में स्थिति के हिसाब से इस तरह के भाव आ सकते हैं और इन्हें सामान्य माना जाता है। लेकिन क्या आपने कभी नोटिस किया है कि कुछ लोग बिना किसी कारण अपने साथी, मित्र, परिवार या आसपास के लोगों से ईर्ष्या या जलन करने लगते हैं। ऐसा अक्सर लोगों में दूसरे को आगे बढ़ते देखकर या अच्छा करते हुए देखने पर भी होता है। अगर कोई व्यक्ति इस गंभीर मानसिक समस्या से पूरी तरह जकड़ जाए, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसकी वजह से व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक सेहत गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है।
मानसिक बीमारियों के प्रभाव और इसके प्रति जागरूकता के महत्व को समझते हुए ओनलीमायहेल्थ ने एक खास सीरीज शुरू की है, जिसका नाम है "Mental Health A-Z"। इस खास सीरीज में देश के प्रसिद्ध साइकैट्रिस्ट और साइकोथेरेपिस्ट डॉ निमेष देसाई (Dr. Nimesh G. Desai, Senior Consultant Psychiatrist & Psychotherapist) बता रहे हैं बच्चों में मानसिक समस्याओं के बारे में। आइये इस लेख में NIMHANS, AIIMS जैसे देश के बड़े अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे चुके और Institute of Human Behavior and Allied Sciences, Delhi के डॉयरेक्टर भी रहे डॉ. निमेष देसाई से जानते हैं, ईर्ष्या या जलन आखिर क्यों होती है और इसे कैसे मैनेज करें।
ईर्ष्या या जलन क्या है?- What Is Jealousy in Hindi
डॉ निमेष देसाई कहते हैं, "ईर्ष्या एक भावना है जिसमें एक व्यक्ति में 'दूसरों' की समृद्धि और खुशी के प्रति नकारात्मक भावनाएं विकसित हो जाती हैं। जो लोग ईर्ष्यालु होते हैं वे नकारात्मक और ईर्ष्यालु भावना रखते हैं और ऐसा ही सोचते हैं" मानव व्यवहार के विश्वकोश में पीएन स्टर्न्स के अनुसार, ईर्ष्या विचारों, भावनाओं और कार्यों का एक जटिल रूप है जो आत्मसम्मान या रिश्ते की गुणवत्ता के लिए खतरा होती है।
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ईर्ष्या मानसिक विकार कैसे बनती है?- When Is Jealousy A Mental Disorder?
कई बार रिश्तों में ईर्ष्या होने लगती है। हालांकि, कुछ मामलों में, ईर्ष्या किसी गंभीर मुद्दे के कारण सकती है। ज्यादा समय तक ऐसा व्यवहार होने पर इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। डॉ देसाई कहते हैं, "अगर कोई पार्टनर, दोस्त या व्यक्ति 2-5 साल बाद भी बिना किसी स्पष्ट कारण के दूसरे का फोन या मैसेज चेक करता रहता है या ईर्ष्या की भावना में रहता है, तो इसे पैथोलॉजिकल माना जाना चाहिए।" डॉ देसाई ने विलियम शेक्सपियर की पुस्तक ओथेलो का उदाहरण देते हुए ओथेलो सिंड्रोम की व्याख्या की, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है, यदि कोई साथी आंख बंद करके विश्वास करता है कि उसका साथी बेवफा है, और उसका व्यवहार बिना किसी कारण या कारक के असामान्य हो जाता है, तो इसे पागल भ्रमपूर्ण ईर्ष्या माना जा सकता है।
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ईर्ष्या या जलन के लेवल- Level Of Jealousy in Hindi
डॉ देसाई ने बताया, "ईर्ष्या के स्तर को समझने से पहले, मानसिक स्वास्थ्य के स्तर, अर्थात् मानसिक विकार, मानसिक परेशानी और मानसिक कल्याण को जानना महत्वपूर्ण है। मानसिक स्वास्थ्य के इन स्तरों को समझने से मानसिक स्वास्थ्य स्थिति या विकार का समाधान खोजने में मदद मिलती है।" डॉ देसाई ने ईर्ष्या के 3 स्तरों को इस प्रकार से बताया-
स्तर 1: कभी-कभी ईर्ष्या की भावनाएं जो मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित नहीं करती हैं
स्तर 2: दूसरों की सफलता और समृद्धि जैसे बाहरी कारकों के कारण ईर्ष्या
स्तर 3: ईर्ष्या एक मानसिक विकार के रूप में। कुछ मामलों में, ईर्ष्या एक गंभीर विकार का रूप ले लेती है
ईर्ष्या का इलाज- Treatment Of Jealousy in Hindi
डॉ निमेष देसाई कहते हैं, ईर्ष्या पर काबू पाने के लिए मानसिकता में बदलाव करते हुए भावनाओं को मन में न रखकर व्यक्त करना महत्वपूर्ण है। इससे आपसी मनमुटाव को दूर करने और जलन खत्म करने में मदद मिलती है। हालांकि, जब ईर्ष्या की आदत दूसरे स्तर पर होती है, तो व्यक्ति को इलाज और थेरेपी की जरूरत पड़ती है। अगर सही तरीके से इलाज किया जाए तो यह स्थिति पूरी तरह से ठीक हो सकती है। इस मानसिक स्थिति का इलाज डॉक्टर मरीज की स्थिति के आधार पर अलग-अलग तरीके से कर सकते हैं।
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