नवंबर को मेन्स हेल्थ अवेयरनेस मंथ के तौर पर मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है पुरुषों के स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करना। इसी में अपनी भागीदारी देते हुए आज हम पुरुषों में माइग्रेन की समस्या के कारण, नुकसान और बचाव के उपायों पर चर्चा करेंगे। जिन पुरुषों को माइग्रेन होता है उन्हें अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। अगर आपके घर में आपका भाई, पति, दोस्त या रिश्तेदार इस परेशानी से गुजर रहे हैं तो उनकी मदद करें और उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता दिलाएं। माइग्रेन गलत लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों के कारण भी हो सकता है जिसे समय पर सुधारना जरूरी है। इस लेख में दी गई जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
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पुरुषों में माइग्रेन का कारण (Causes of migraine in men)
फिजिकल एक्सरशन या शारीरिक श्रम के कारण पुरुषों में माइग्रेन की समस्या होती है वहीं महिलाओं की बात करें तो एक्सपर्ट्स ऐसा मानते हैं कि ज्यादातर महिलाओं में हार्मोनल चेंज की वजह से महिलाओं में माइग्रेन होता है। बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करने के कारण भी पुरुषों में माइग्रेन की समस्या हो सकती है। अन्य कारणों में डिहाइड्रेशन, ब्लड शुगर लो होना या स्ट्रेस ज्यादा होने के कारण भी माइग्रेन हो सकता है।
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माइग्रेन का पुरुषों के स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है? (How migraine impact men health)
जब कोई असामान्य गतिविधि दिमाग में चलती है तब ब्लड वैसल्स फैलने लगती हैं, माइग्रेन दिमाग में होने वाली केमिकल एक्टिविटी का परिणाम है। माइग्रेन के कारण नसों में सूजन और दबाव बढ़ जाता है जिसके चलते तेज दर्द होता है। अगर पुरुषों में माइग्रेन की समस्या हो जाए तो ये शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है यानी कई अन्य बीमारियों को जन्म दे सकता है, जानते हैं पुरुषों में माइग्रेन से होने वाले खतरों के बारे में-
1. पुरुषों में माइग्रेन के कारण हार्ट डिसीज का खतरा बढ़ सकता है। हाइपरसेंसिटिव ब्लड वैसल्स के जल्दी जल्दी कॉन्ट्रेक्ट और डाइलेट करने के कारण माइग्रेन हो सकता है जिससे हार्ट संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
2. पुरुषों में माइग्रेन के कारण स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। ये समस्या महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में ज्यादा होती है। खून के थक्के जमने की वजह से स्ट्रोक माइग्रेन का एक साइड इफेक्ट माना जाता है।
3. महिलाओं के मुकाबले पुरुष इंटेस वर्कआउट का हिस्सा ज्यादा होते हैं जिसके चलते उन्हें माइग्रेन के साइड इफेक्ट के तौर पर फाइब्रोमाइलेगिया, कंधे का दर्द, क्रॉनिक नेक पेन, पीठ दर्द आदि समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है।
4. समय की कमी और काम के प्रेशर में पुरुषों में माइग्रेन के कारण डिप्रेशन के लक्षण नजर आ सकते हैं। डिप्रेशन से बचने के लिए डॉक्टर एंटीडिप्रेसेंट दवाएं दे सकते हैं वहीं इस समस्या से बचने के लिए थैरेपी भी दी जा सकती है।
5. पुरुषों में माइग्रेन के कारण मिर्गी जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है, अगर आपके परिवार में किसी सदस्य को पहले मिर्गी हो चुकी है तो ये संभव है कि माइग्रेन होने पर आप में मिर्गी के लक्षण नजर आएं।
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माइग्रेन से बचने के लिए क्या करें? (How to prevent migraine)
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- माइग्रेन से बचने के लिए आप योगा करें, आपको हर दिन डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए और सूर्य नमस्कार जैसे प्राणायम करने से एंग्जाइटी, डिप्रेशन कम होता है और माइग्रेन का खतरा भी टल जाता है।
- माइग्रेन से बचने के लिए आपको मैग्निशियम रिच डाइट लेनी चाहिए। आप काजू, तिल का बीज, बादाम, पीनट बटर, दलिया, अंडे या दूध का सेवन करें तो माइग्रेन की समस्या से बच सकते हैं।
- आप हफ्ते में दो बार प्रोफेशनल से मसाज करवाएं तो अनिद्रा, तनाव जैसी समस्या से बच सकते हैं जिसके चलते आपको माइग्रेन जैसी बीमारी होने की आशंका कम हो जाएगी।
माइग्रेन जैसी बीमारी रोजमर्रा के काम में रुकावट डाल सकती है, आपको इस बीमारी से बचने के लिए जरूरी टिप्स फॉलो करने चाहिए और चिकित्सा सहायता भी लेनी चाहिए।
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