पेरेंट्स रोज 10 मिनट कराएं बच्चों को ​मेडिटेशन, हमेशा रहेंगे मानसिक रूप से स्वस्थ

आजकल एक्सरसाइज, योगा और मेडिटेशन करना न सिर्फ युवाओं और वृद्ध लोगों के लिए जरूरी है बल्कि इसकी जरूरत बच्चों को भी पड़ती है। तनाव, निराशा और थकान आजकल हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। अगर इस पर समय रहते लगाम लगाई जाए तो यह काबू में रहता है, अन्यथा एक वक्त बाद यह डिप्रेशन, एंजाइटी और कई मानसिक रोग बनकर उभरता है। जीवन को संतुलित बनाने और बीमारियों से बचने के लिए मेडिटेशन एक बहुत अच्छा विकल्प है। 
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पेरेंट्स रोज 10 मिनट कराएं बच्चों को ​मेडिटेशन, हमेशा रहेंगे मानसिक रूप से स्वस्थ

आजकल एक्सरसाइज, योगा और मेडिटेशन करना न सिर्फ युवाओं और वृद्ध लोगों के लिए जरूरी है बल्कि इसकी जरूरत बच्चों को भी पड़ती है। तनाव, निराशा और थकान आजकल हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। अगर इस पर समय रहते लगाम लगाई जाए तो यह काबू में रहता है, अन्यथा एक वक्त बाद यह डिप्रेशन, एंजाइटी और कई मानसिक रोग बनकर उभरता है। जीवन को संतुलित बनाने और बीमारियों से बचने के लिए मेडिटेशन एक बहुत अच्छा विकल्प है। मेडिटेशन से ना सिर्फ दिमाग शांत रहता है बल्कि आत्मविश्वास और याददाशत भी बढ़ती है। लोगों में भ्रम है कि मेडिटेशन करना बहुत मुश्किल होता है और बच्चों के लिए तो मेडिटेशन करना बहुत मुश्किल हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं आप मेडिटेशन के टिप्स को अपनाकर आराम से मेडिटेशन कर सकते हैं और अपने बच्चों को भी मेडिटेशन करवा सकते हैं। आइए जानें बच्चों के लिए मेडिटेशन के टिप्स‍ के बारे में।

बच्चों के लिए मेडिटेशन

बच्चों को किसी चीज के लिए मनाना और उन्हें नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी होता है। यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा नियंत्रण सीखें और बच्‍चे का दिमागी विकास सही रूप में हो तो आपको इसके लिए कुछ तरकीबें अपनानी होंगी। बच्चो को सुबह-सुबह अपने साथ पार्क में ले जाओ या फिर ऐसी जगह जहां बहुत शांति हो। वहां आप चौकड़ी मार कर बैठ जाएं और अपने बच्चे को भी ठीक वैसा ही करने को कहें। इसके बाद बच्चे को आंखे बंद करने का निर्देश दें, साथ ही बच्चे को बताए की वह रिलैक्स होकर कमर सीधी करके बैठे और किसी भी चीज के बारे में कुछ ना सोचें। बच्चों को मेडिटेशन के फायदे और इसे करने के तरीके के बारे में बताएं। साथ ही बच्चों को धीरे-धीरे लंबी सांसे लेने के लिए कहें। आप चाहे तो शुरूआत में रिलैक्सेंशन सॉन्ग भी लगा सकते हैं ताकि बच्चों का इधर उधर ध्या‍न ना भटकें। बच्चों को इसी सॉन्ग पर रिलैक्स होने के लिए कहें।

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बच्चों को क्यों करना चाहिए मेडिटेशन

बच्चों को समझाएं कि उनके दिमाग में लगातार जो विचार आ-जा रहे हैं उन्हें भूलने की कोशिश करें और अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें ताकि वे मेडीटेशन का फायदा उठा सकें। हालांकि बच्चे बहुत देर तक एक ही स्थिति में नहीं बैठ पाते लेकिन आप बच्चों को क्लाउड की दुनिया में जाने के लिए कहें और उन्हें कल्पनाएं करने के लिए कहें। जिससे बच्चा मेडिटेशन आराम से कर सकें और उसको मजा भी आए। शुरूआत में ये स्थिति थोड़ी सी मुश्किल होती है लेकिन धीरे-धीरे बच्चों को इसमें मजा आने लगेगा। यदि आप चाहते हैं कि बच्चों को मेडिटेशन का भरपूर फायदा मिले तो आप बच्चों से ओम का उच्चारण करवा सकते हैं, इससे बच्चों का ध्यान इधर- उधर नहीं भटकेगा।

क्या हैं मेडिटेशन के लाभ

मेडिटेशन यानी ध्यान क्रिया। जिसके जरिए आप अपने मन को शांत करते हैं। क्या आप जानते हैं मेडिटेशन योग का ही एक रूप है जिसमें आपको एकाग्रता के साथ ध्यान लगाना होता है और अपने दिमाग को शांत कर सकते हैं। डिप्रेशन और तनाव से छुटकारा पाने के लिए मेडिटेशन से बेहतर उपाय कोई नहीं। यदि आप छोटी-छोटी बातों से परेशान हो जाते हैं तो आपको मेडिटेशन करना चाहिए।मेडिटेशन का फायदा तभी है जब आप बच्चों को प्रतिदिन मेडिटेशन करने के लिए प्रेरित करें। यदि बच्चे कभी-कभी ही इसे शौक के लिए करेंगे तो इसका उन्हें लाभ नहीं होगा। जिन लोगों को बहुत अधिक गुस्सा आता है उन्हें मेडिटेशन करना चाहिए, इससे उन्हें अपने गुस्से पर काबू पाने में मदद मिलेगी। स्वस्थ तन-मन और सकारात्मक सोच के लिए मेडिटेशन करना बहुत जरूरी है। मेडिटेशन के बड़े लाभ—

  • रोज-रोज की व्‍यस्‍तता के कारण दिमागी संतुलन बिगड़ना बहुत ही सामान्‍य है, एक समय ऐसा भी आता है जब आपका दिमाग असंतुलित होकर काम करना बंद कर देता है। ऐसे में मेडिटेशन करने से हमें खुद के बारे में सही-गलत का पता चलता है। इसे करने से हर व्‍यक्ति को अपने मांइडस्‍पॉट का पता चलता है। यह मन की उलझनों को दूर करता है।
  • खानपान में अनियमितता व्‍यायाम की कमी के कारण वजन बढ़ना भी एक आम समस्‍या बन गया है। मेडीटेशन करने से वजन घटाना भी आसान होता है। एक सर्वे के मुताबिक, यह बात सामने आई है कि जो लोग वजन घटाने के इच्‍छुक है, अगर वह पूरे मन से मेडिटेशन करें तो उन्‍हें लाभ होगा।
  • कई शोधों में यह साबित हो चुका है कि भरपूर नींद न लेने से दिल की बीमारियां, मधुमेह, हाइपरटेंशन, तनाव आदि होता है। अगर आपको भी रात में नींद नहीं आती तो मे‍डिटेशन आपकी अनिद्रा की समस्‍या को दूर कर सकता है। अगर आप रोज मेडिटेशन करते हैं तो रात में आपको अच्‍छी नींद आना स्‍वाभाविक है।
  • मेडिटेशन से उच्च रक्तचाप नियंत्रित होता है, सिरदर्द दूर होता है। शरीर में प्रतिरक्षण क्षमता का विकास होता है, जो कि किसी भी प्रकार की बीमारी से लड़ने में महत्वपूर्ण है। ध्यान से शरीर में स्थिरता बढ़ती है। यह स्थिरता शरीर को मजबूत करती है।
  • नियमित मेडिटेशन करने से श्‍वांस संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं। श्वास से जुड़े अनेक रोगों जैसे अस्थमा, एंफीसेमा और श्वांसनली अवरूद्ध होने से श्वांस रूकने का खतरा बना रहता है जो कि जानलेवा हो सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि ऐसे रोगों से ग्रस्त रोगियों को ब्रेथ मेडिटेशन से सांस लेने में काफी राहत मिलती है।

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