कैंसर कई तरह के होते हैं जिनमें से एक कैंसर है- पैराथायराइड कैंसर, जो पैराथायराइड ग्लैंड को पूरी तरह बेकार कर देता है। डाक्टर द्वारा पैराथायराइड कैंसर की पुष्टि होने के बाद चिकित्सा इस बात पर निर्भर करती है कि कैंसर सिर्फ पैराथायराइड ग्लैंड में हुआ है या शरीर के दूसरे स्थानों में भी फैल गया है। पैराथायराइड कैंसर सामान्यत: लिम्फ नोड्स, फेफड़ों, हड्डियों में और लीवर में फैलता है। अगर कैंसर सिर्फ पैराथाईराइड तक सीमित है तो कैंसरस पैराथाईराइड ग्लैंड को थाईराइड ग्लैंड के साथ सर्जरी के द्वारा निकाल दिया जाता है।
इसके लक्षण
पैराथायराइड कैंसर बहुत ही दुर्लभ है जिस कारण डॉक्टर भी कई बार शुरूआत में इसके बारे में पता लगाने में असफल होते हैं। कुछ स्थितियों में तो यह आुवांशिक कारणों से भी होता है और परिवार के अन्य सदस्यों को भी प्रभावित करता है। इसे निम्न लक्षणों से जाना जा सकता है।
टॉप स्टोरीज़
- हड्डी में दर्द
- खाना निगलने में परेशानी
- गर्दन में गांठ
- गुर्दे की पथरी
- गले का बिन मौसम बैठना
इसका ईलाज
इस कैंसर के ईलाज के लिए सर्जरी ही बेस्ट मानी जाती है। लेकिन सर्जरी से पहले दवाएं दी जाती हैं जिससे कि ट्यूमर के निकाले जाने तक ब्लड में कैल्शियम का स्तर नियंत्रित रहे। कुछ मेडिकल सेंटर में सर्जरी के बाद रेडियेशन की चिकित्सा दी जाती है। अगर पैराथायराइड कैंसर पैराथायराइड के बाहर फैल गया है तो सर्जरी की आवश्यरकता होती है जिससे कि कैंसर को जितना हो सके निकाला जा सके। इससे रक्त में पी टी एच और कैल्शियम का स्तर घटता है। सर्जरी के पहले और बाद में दवाएं दी जातीं हैं जिससे कि ब्लड में जितना हो सके कैल्शियम का स्तर सामान्य रहे।
अन्य ईलाज
अगर आपकी चिकित्सा सर्जरी से नहीं की जा रही है तो कैल्शियम के अतिरिक्त स्तर को प्लारइकामायसिन (मिथ्रासिन), पैमिड्रोनेट (एरेडिया), कैल्सिटोनिन (कैल्सिमर, सीबाकैल्सिन, मियाकैल्सिमन) या गैलियम नाइट्रेट (गैनाइट) दिया जाता है। मेटास्टेलटिक पैराथाईराइड कैंसर के मरीज़ क्लीनिकल ट्रायल में भी भाग ले सकते हैं जिसमें कि वैकल्पिक उपचार का सहारा लिया जाता है जैसे रेडियेशन, सर्जरी और रेडियेशन और कीमोथेरेपी।
Read More Article on Parathyroid Cancer in hindi.